ऐसे लगेगा घर में 10 किलोवाट का सोलर सिस्टम, खर्च और इंस्टॉलेशन की जानकारी देखें

सरकार द्वारा सोलर सिस्टम लगाने के लिए नागरिकों को सोलर सब्सिडी प्रदान की जा रही है, ऐसे में आप कम कीमत में सोलर सिस्टम लगा सकते हैं।

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ऐसे लगेगा घर में 10 किलोवाट का सोलर सिस्टम, खर्च और इंस्टॉलेशन की जानकारी देखें
10 किलोवाट का सोलर सिस्टम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च की गई ‘पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ का उद्देश्य घरों में सोलर पैनल लगाकर सस्ती और स्थायी बिजली प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत 10 किलोवाट का सोलर सिस्टम लगाने की लागत, सिस्टम में दी जानें वाली सब्सिडी, उसके घटक और उससे जुड़े लाभों की जानकारी देना महत्वपूर्ण है। सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना से देश के 1 करोड़ परिवारों के घर की छत पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे।

10 किलोवाट का सोलर सिस्टम

10 किलोवाट के सोलर सिस्टम के द्वारा दिन में 50 यूनिट तक बिजली का निर्माण किया जा सकता है, ऐसे सिस्टम का प्रयोग कर के आप सभी प्रकार के उपकरणों को चल सकते हैं, इस सोलर सिस्टम को HDGI स्ट्रक्चर के माध्यम से लगाया जा सकता है। सोलर पैनल को खराब मौसम में बिजली से बचाने के लिए लाइटिंग अरेस्टर का प्रयोग किया जाता है। सरकार द्वारा चलाई जाने वाली सब्सिडी योजना के माध्यम से आप इस सिस्टम पर 78,000 रुपये की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं।

सोलर ग्रिड की स्थापना के घटक

  • सोलर पैनल्स: 10 Kw सोलर सिस्टम में UTL कंपनी के 545 वॉट के 18 मोनो पर्क सोलर पैनल लगाए जा सकते हैं, जिनकी कुल क्षमता 10 किलोवाट है। इन पैनल पर 27 साल की प्रदर्शन वारंटी मिलती है।
  • हाई-राइज स्ट्रक्चर: HDGI स्ट्रक्चर में गैल्वनाइज्ड आयरन से बनी कार्यों के लिए भी किया जा सकता है। इस प्रकार के सिस्टम से छत का सामान्य प्रयोग भी किया जा सकता है।
  • सिविल वर्क्स: सोलर पैनल की स्थिरता के लिए जमीन पर कंक्रीट और ब्लॉक्स के साथ पिलर फाउंडेशन का काम जा सकता है, जिससे पैनल मजबूती से लगे रह सकते हैं।
  • लाइटनिंग अरेस्टर: सोलर पैनल की सुरक्षा के लिए एक तांबे का लाइटनिंग अरेस्टर लगाया जा सकता है, जो आकाशीय बिजली के दौरान संरचना को सुरक्षित रखता है।
  • वायरिंग और कनेक्शन: सोलर पैनल से इन्वर्टर तक सभी तारों को DC वायर से जोड़ा जाता है। सुरक्षा के लिए अर्थिंग वायर का उपयोग किया गया है।
  • इन्वर्टर और मॉनिटरिंग: 10 किलोवाट ऑन-ग्रिड UTL सोलर इन्वर्टर का उपयोग इस सिस्टम में किया जाता है, यह आधुनिक सोलर इंवर्टर होता है, जिसे मोबाइल से भी कंट्रोल कर सकते हैं।

सोलर सिस्टम के लाभ

10 किलोवाट के ऑनग्रिड सोलर सिस्टम को लगाने के बाद आप अपने बिजली के बिल में कमी देख सकते हैं, कई बार सोलर सिस्टम के प्रयोग से बिजली के बिल को शून्य भी किया जा सकता है। सोलर सिस्टम से बिजली जनरेट करने के बाद आप कई प्रकार से उसका प्रयोग कर सकते हैं, जैसे आप खाना बनाने के लिए भी सोलर उपकरणों का प्रायोग कर सकते हैं, ऐसे में आप गैस की बचत भी कर सकते हैं। सोलर सिस्टम से कई लाभ प्राप्त होते हैं।

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योजना के लाभ और निवेश पर वापसी

  • लागत और सब्सिडी: 10 Kw के सोलर सिस्टम की कुल लागत लगभग 5.5 लाख रुपये तक होती है, इसमें 78,000 रुपये की सब्सिडी सरकार द्वारा प्राप्त की जा सकती है।
  • बिजली बिल में बचत: 10 किलोवाट सोलर ग्रिड 40-50 यूनिट प्रति दिन बिजली बनाता है, यह सिस्टम महीने में 1,200-1,500 यूनिट बिजली प्रदान करता है। इससे मासिक लगभग 10,000 रुपये की बचत होती है, जो वार्षिक रूप से 1.25 लाख रुपये है।
  • निवेश पर वापसी: 4-5 सालों में आप अपने सोलर सिस्टम की लागत पूरी तरह से वसूल कर सकते है, सोलर पैनल आर्थिक बचत करेगा, जिसके बाद जीवन भर मुफ्त बिजली मिलती है।

पीएम सूर्य घर योजना के तहत सोलर पैनल की स्थापना न केवल पर्यावरण के लिए फायदेमंद है, बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी लाभकारी है। यह योजना घरों को सस्ती बिजली प्रदान करने के साथ-साथ कार्बन उत्सर्जन को कम करने में भी सहायक है। केंद्र सरकार द्वारा सोलर सब्सिडी प्राप्त कर के आप देश की नवीकरणीय ऊर्जा की क्षमता बढ़ाने में सहायक होते हैं।

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