
भारत में बैटरी उद्योग तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है, और इसमें कुछ प्रमुख कंपनियाँ इस क्षेत्र को नई दिशा देने में अहम भूमिका निभा रही हैं। LOHUM, TDSG (TDS Lithium-Ion Battery Gujarat Private Limited) और Manikaran Power Limited जैसी कंपनियाँ अपने नवाचार और रणनीतिक साझेदारियों के बल पर देश में बैटरी निर्माण और Renewable Energy की दिशा में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दे रही हैं।
LOHUM: बैटरी रीसाइक्लिंग और पुन
LOHUM, भारत की सबसे बड़ी स्थायी ऊर्जा संक्रमण सामग्री निर्माता है, जो लिथियम-आयन बैटरियों की रीसाइक्लिंग और पुन: उपयोग के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर पहचान बना चुकी है। कंपनी का मुख्यालय ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश में स्थित है और इसकी विशेष तकनीक NEETM™ लिथियम-आयन बैटरियों से उच्च गुणवत्ता की सामग्री पुनः प्राप्त करती है, जो पूरी तरह से Zero Waste प्रक्रिया है।
LOHUM ने अमेरिका की ReElement Technologies Corporation और American Metals LLC के साथ मिलकर $30 मिलियन से अधिक के निवेश से एक संयुक्त उद्यम शुरू किया है। इसका उद्देश्य अमेरिका में एक संपूर्ण एकीकृत बैटरी रीसाइक्लिंग और मटेरियल रिफाइनिंग सुविधा की स्थापना है। यह साझेदारी न केवल वैश्विक स्तर पर भारत की तकनीकी क्षमता को दर्शाती है, बल्कि Battery Supply Chain में भी भारत की भागीदारी को मजबूत करती है।
TDSG: भारत में लिथियम-आयन बैटरी निर्माण की नींव
TDSG, यानी TDS Lithium-Ion Battery Gujarat Private Limited, भारत की पहली लिथियम-आयन बैटरी निर्माता कंपनी है जो हाइब्रिड वाहनों के लिए लोकल स्तर पर सेल निर्माण करती है। यह कंपनी तीन दिग्गज कंपनियों—Toshiba Corporation, Denso Corporation, और Suzuki Motor Corporation—के संयुक्त प्रयास का परिणाम है। गुजरात में स्थित इस फैक्ट्री की तकनीकी संरचना तोशिबा की सेल तकनीक, डेंसो की मॉड्यूल डिजाइन, और सुजुकी की निर्माण विशेषज्ञता के संगम से निर्मित है।
TDSG का मुख्य उद्देश्य भारत में इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों की बढ़ती मांग को स्थानीय स्तर पर पूरा करना है। कंपनी Maruti Suzuki India Limited और Suzuki Motor Gujarat को लिथियम-आयन बैटरियाँ उपलब्ध कराती है, जिससे देश की EV इंडस्ट्री को मजबूती मिलती है।
Manikaran Power Limited
भारत की अग्रणी पावर ट्रेडिंग कंपनियों में से एक, Manikaran Power Limited अब लिथियम रिफाइनिंग के क्षेत्र में भी कदम रख चुकी है। कंपनी ने देश में लिथियम रिफाइनरी स्थापित करने की योजना बनाई है, जो भारत को लिथियम आयात पर निर्भरता से मुक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
यह पहल भारत में Battery Raw Materials की उपलब्धता को घरेलू स्तर पर सुनिश्चित करेगी और Make in India अभियान को बल प्रदान करेगी। इससे ना केवल EV उद्योग को बल मिलेगा, बल्कि भारत की Energy Security भी और अधिक मजबूत होगी।