Exide vs Amara Raja: कौन सी कंपनी है लिथियम बैटरी के रेस में आगे?

EV और Renewable Energy के दौर में भारत की दो बड़ी कंपनियां Amara Raja और Exide – लिथियम-आयन बैटरी बाजार में दबदबा कायम करने के लिए भिड़ रही हैं। जानिए कौन बन रहा है भारत का बैटरी किंग और किसकी रणनीति दिखा रही है ज़्यादा दम!

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Written by Rohit Kumar

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Exide vs Amara Raja: कौन सी कंपनी है लिथियम बैटरी के रेस में आगे?
Exide vs Amara Raja: कौन सी कंपनी है लिथियम बैटरी के रेस में आगे?

भारत में लिथियम-आयन बैटरी निर्माण का क्षेत्र इस समय जबरदस्त बदलाव के दौर से गुजर रहा है। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स-EV और रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy की बढ़ती मांग ने इस उद्योग को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आकर्षण का केंद्र बना दिया है। इसी दौड़ में देश की दो प्रमुख बैटरी निर्माता कंपनियां — Exide Industries और Amara Raja Batteries — एक-दूसरे को पीछे छोड़ने की होड़ में जुटी हैं। हालांकि दोनों कंपनियों ने इस क्षेत्र में विशाल निवेश और योजनाएं बनाई हैं, मगर मौजूदा स्थिति और विकास कार्यों की गति को देखते हुए Amara Raja Batteries फिलहाल आगे दिखाई दे रही है।

Amara Raja Batteries की आक्रामक रणनीति और वैश्विक साझेदारियां

Amara Raja Batteries ने लिथियम-आयन बैटरी निर्माण के क्षेत्र में खुद को अग्रणी बनाने की स्पष्ट रणनीति अपनाई है। तेलंगाना के महबूबनगर जिले में स्थापित की जा रही उनकी गीगाफैक्टरी की कुल क्षमता 16 GWh की लिथियम-आयन सेल उत्पादन और 5 GWh की बैटरी पैक असेंबली की होगी। यह संयंत्र भारत के सबसे बड़े बैटरी निर्माण केंद्रों में शामिल होगा और घरेलू मांग के साथ-साथ निर्यात के लिए भी तैयार रहेगा।

तकनीकी मोर्चे पर Amara Raja ने चीन की अग्रणी बैटरी निर्माता कंपनी Gotion High Tech के साथ रणनीतिक समझौता किया है। इस सहयोग के अंतर्गत कंपनी LFP (Lithium Iron Phosphate) तकनीक को भारत में विकसित करेगी, जो बैटरी की सुरक्षा, जीवनकाल और लागत नियंत्रण में बेहद प्रभावी मानी जाती है। यह साझेदारी न केवल तकनीकी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि Amara Raja को Gotion की वैश्विक सप्लाई चेन का हिस्सा बनने का अवसर भी प्रदान करती है।

इतना ही नहीं, Amara Raja ने घरेलू EV कंपनियों जैसे Ather Energy और Piaggio India के साथ भी व्यावसायिक साझेदारियां की हैं, जिससे उसे एक स्थायी ग्राहक आधार मिल रहा है। यह दर्शाता है कि Amara Raja न केवल उत्पादन क्षमता बढ़ाने में अग्रणी है, बल्कि बाजार हिस्सेदारी को भी मजबूत करने के प्रयास में है।

भविष्य की योजनाओं की बात करें तो कंपनी अपनी गीगाफैक्टरी की उत्पादन क्षमता को 25 GWh तक विस्तारित करने की दिशा में काम कर रही है। यह विस्तार उसे घरेलू मांग को पूरा करने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी प्रतिस्पर्धा करने की स्थिति में लाएगा।

Exide Industries की धीमी लेकिन स्थिर चाल

दूसरी ओर, Exide Industries, जो पारंपरिक बैटरी उद्योग में एक प्रतिष्ठित नाम है, ने भी लिथियम-आयन बैटरी निर्माण के क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। कंपनी बेंगलुरु में एक 12 GWh की लिथियम-आयन सेल निर्माण इकाई स्थापित कर रही है, जिसका पहला चरण — 6 GWh क्षमता वाला — वित्तीय वर्ष 2025-26 के अंत तक वाणिज्यिक उत्पादन के लिए तैयार हो सकता है।

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Exide ने चीन की SVOLT Energy Technology के साथ तकनीकी साझेदारी की है। यह सहयोग Exide को उच्च गुणवत्ता वाली बैटरी निर्माण की तकनीक और वैश्विक विशेषज्ञता प्रदान करेगा। इसके अलावा, Exide ने Hyundai और Kia जैसी बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों के साथ बैटरी आपूर्ति के लिए भी करार किया है, जो इसके लिए एक स्थायी और मजबूत बाजार बन सकता है।

हालांकि Exide की ये परियोजनाएं अभी निर्माणाधीन हैं और वाणिज्यिक स्तर पर इन्हें साकार होने में कुछ और समय लगेगा, फिर भी कंपनी की दशकों पुरानी विरासत, ब्रांड विश्वसनीयता और ऑटोमोबाइल सेक्टर में गहरी पकड़ को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। यह सभी कारक भविष्य में Exide को तेज़ी से उभरने का अवसर प्रदान कर सकते हैं।

भारत के बैटरी बाजार का भविष्य: कौन बनेगा अगला लीडर?

भारत जैसे विशाल और उभरते हुए बाजार में जहां EV और Renewable Energy की मांग दिन-ब-दिन बढ़ रही है, वहां लिथियम-आयन बैटरी निर्माण कंपनियों के लिए यह एक सुनहरा अवसर बन चुका है। इसी संदर्भ में Amara Raja और Exide Industries के बीच यह दौड़ बेहद महत्वपूर्ण हो जाती है।

जहां Amara Raja की परियोजनाएं निर्माण के उन्नत चरण में हैं और वह तकनीकी साझेदारियों तथा बाजार पहुंच दोनों में बेहतर स्थिति में है, वहीं Exide अभी अपने प्रोजेक्ट्स के पहले चरण में ही है। लेकिन Exide की ऑटोमोबाइल उद्योग में गहरी पैठ और भरोसेमंद ब्रांड वैल्यू इसे एक लंबी दौड़ का घोड़ा बना सकती है।

अंततः, फिलहाल Amara Raja Batteries इस रेस में बढ़त बनाए हुए है, लेकिन Exide Industries की वापसी की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। यह मुकाबला न केवल व्यापारिक दृष्टिकोण से, बल्कि भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित हो सकता है।

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Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

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