
PM KUSUM Yojana किसानों के लिए केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके अंतर्गत उन्हें सोलर पंप लगाने के लिए सब्सिडी दी जा रही है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy के माध्यम से सस्ती, स्वच्छ और स्थायी ऊर्जा मुहैया कराना है। PM कुसुम योजना खासतौर से छोटे और सीमांत किसानों के लिए एक सुनहरा मौका है, जिससे वे अपनी कृषि लागत घटाकर अधिक लाभ कमा सकते हैं। इच्छुक किसान 2 अप्रैल 2025 तक इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
किसानों को सस्ती और स्थायी ऊर्जा उपलब्ध कराना है उद्देश्य
PM KUSUM Yojana के तहत किसानों को अपनी खेती के लिए सोलर पंप लगाने की सुविधा मिलती है, जिससे वे पारंपरिक बिजली या डीजल पर निर्भर नहीं रहते। सोलर पंप के ज़रिए पानी की सतत आपूर्ति सुनिश्चित होती है, जिससे सिंचाई में रुकावट नहीं आती और फसल की गुणवत्ता में भी सुधार होता है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी कृषि को आधुनिक तकनीक से जोड़ना है।
बिहार में 3188 फीडरों का होगा सोलराइजेशन
बिहार में इस योजना को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड द्वारा 962 विद्युत उपकेंद्रों से जुड़े 3188 खेती या मिश्रित फीडरों का सोलराइजेशन किया जा रहा है। इसके माध्यम से किसानों को सस्ती और आसान ऊर्जा मुहैया कराई जाएगी। किसान स्वयं इस योजना के अंतर्गत सोलर पावर प्लांट लगा सकते हैं या अपनी ज़मीन लीज/रेंट पर देकर भी लाभ उठा सकते हैं। 1 मेगावाट सोलर प्लांट लगाने के लिए लगभग 4 एकड़ भूमि की आवश्यकता होती है।
आवेदन करने की प्रक्रिया और जरूरी दस्तावेज
PM KUSUM Yojana में आवेदन करने के लिए किसानों को https://eproc2.bihar.gov.in पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिए कुछ जरूरी दस्तावेज जैसे डिजिटल सिग्नेचर, पैन कार्ड, ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर की जरूरत होती है। आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है, जिससे किसान घर बैठे ही इसका लाभ उठा सकते हैं।
सोलर पंप से मिलने वाले फायदे
PM KUSUM Yojana के अंतर्गत सोलर पंप लगवाने से किसानों को कई फायदे होते हैं। सबसे पहले, उन्हें रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy का लाभ मिलता है, जो पर्यावरण के लिए भी लाभकारी है। सोलर पंप का रख-रखाव आसान होता है और यह कम लागत में पानी की सतत आपूर्ति सुनिश्चित करता है।
किसान बिना किसी बाधा के अपनी फसलों की सिंचाई कर सकते हैं, जिससे 20 प्रतिशत तक उत्पादन में बढ़ोतरी संभव होती है। साथ ही, बिजली की निर्भरता खत्म हो जाती है और किसान स्वयं की ऊर्जा उत्पन्न कर पाते हैं, जिससे बिजली संकट से मुक्ति मिलती है।
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सरकार दे रही है 70 प्रतिशत तक सब्सिडी
सरकार इस योजना के अंतर्गत 70 प्रतिशत तक सब्सिडी प्रदान कर रही है, जिससे सोलर पंप की लागत किसानों के लिए किफायती हो जाती है। सब्सिडी के बाद किसानों को सोलर पंप बहुत कम कीमत पर उपलब्ध हो जाते हैं, जिससे उनकी कृषि लागत में कमी आती है और मुनाफा बढ़ता है।
सालाना 50 हजार से 2 लाख रुपए तक का मुनाफा संभव
PM KUSUM Yojana के तहत लगाए गए सोलर पंप से किसान हर साल 10,000 रुपए की बचत कर सकते हैं। इसके अलावा उत्पादन में वृद्धि और बेहतर जल आपूर्ति के कारण 50,000 से लेकर 2,00,000 रुपए तक का अतिरिक्त मुनाफा भी संभावित है। सप्ताह के सातों दिन और दिन के 24 घंटे पानी की उपलब्धता से फसलों की गुणवत्ता बेहतर होती है और मौसम की निर्भरता भी घट जाती है।
अधिक जानकारी के लिए कहां करें संपर्क
इस योजना से संबंधित अधिक जानकारी के लिए किसान कार्यपालक अभियंता/सहायक कार्यपालक अभियंता से संपर्क कर सकते हैं। संपर्क नंबर हैं: 7635094261 और 7320924004। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे 2 अप्रैल 2025 की अंतिम तिथि से पहले आवेदन प्रक्रिया पूरी कर लें, ताकि वे इस लाभकारी योजना से वंचित न रह जाएं।