
पारंपरिक हीटिंग विकल्पों की तुलना में सौर ऊर्जा से चलने वाले वॉटर हीटर पर्यावरण के अनुकूल और किफायती विकल्प के रुप में उभर रहे है, बाजार में मुख्य रुप से दो प्रमुख प्रौद्योगिकियां उपलब्ध हैं – फ्लैट प्लेट कलेक्टर (FPC) और इवैक्यूएटेड ट्यूब कलेक्टर (ETC) इन दोनों में अक्सर यह सवाल उठता है कि कौन सा हीटर पानी को अधिक तेजी से गर्म करता है।
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ETC तकनीक क्यों है बेहतर?
ETC हीटर की तीव्र हीटिंग क्षमता का प्राथमिक कारण इसकी अभिनव डिज़ाइन और उत्कृष्ट वैक्यूम (निर्वात) इंसुलेशन है। इसकी मुख्य विशेषताएं इसे FPC से अलग बनाती हैं:
सर्वश्रेष्ठ इंसुलेशन (ऊष्मारोधन)
ETC प्रणाली में कांच की दोहरी दीवारों वाली ट्यूबों का उपयोग किया जाता है। इन दो दीवारों के बीच एक निर्वात (वैक्यूम) बनाया जाता है, भौतिकी के नियमों के अनुसार, वैक्यूम ऊष्मा के हस्तांतरण (हीट ट्रांसफर) को रोकता है, जिससे गर्मी का नुकसान लगभग शून्य हो जाता है, इसके विपरीत, FPC सिस्टम में धातु के एक इन्सुलेटेड बॉक्स के भीतर एक कांच की शीट होती है, जहाँ संवहन (convection) के कारण कुछ हद तक गर्मी बाहर निकल सकती है।
अधिकतम ऊर्जा अवशोषण
ETC ट्यूबों का गोलाकार डिज़ाइन सूर्य के प्रकाश को दिनभर विभिन्न कोणों से अवशोषित करने में सक्षम बनाता है, यह विशेषता मौसम थोड़ा ठंडा या बादल छाए रहने पर भी अधिकतम सौर ऊर्जा के उपयोग को सुनिश्चित करती है।
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उच्च तापीय क्षमता
बेहतर इंसुलेशन के कारण, ETC प्रणाली की तापीय दक्षता (thermal efficiency) FPC की तुलना में काफी अधिक होती है, जो आमतौर पर 85-90% के बीच होती है, यह उच्च दक्षता न केवल पानी को तेजी से गर्म करती है, बल्कि गर्म पानी को लंबे समय तक संग्रहित भी रखती है।
संक्षेप में, ETC हीटर FPC की तुलना में पानी को तेजी से गर्म करता है क्योंकि यह गर्मी को अधिक प्रभावी ढंग से बनाए रखता है और कम समय में उच्च तापमान प्राप्त करता है। जो उपभोक्ता तेजी से और अधिक गर्म पानी की तलाश में हैं, उनके लिए ETC तकनीक एक बेहतर निवेश साबित हो सकती है।







