
उत्तर प्रदेश में 100 यूनिट मुफ्त बिजली पाने की चाह रखने वाले उपभोक्ताओं के लिए अब एक नया रास्ता खुलता नजर आ रहा है। राज्य में हालांकि अभी तक ऐसी कोई सार्वभौमिक योजना नहीं है जो सीधे तौर पर सभी उपभोक्ताओं को 100 यूनिट बिजली मुफ्त प्रदान करे, लेकिन केंद्र सरकार की पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना (PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana) इस दिशा में बड़ा विकल्प बनकर उभर रही है। यह योजना न केवल उपभोक्ताओं को हर महीने 100 यूनिट से ज्यादा बिजली फ्री देने में सक्षम है, बल्कि इससे आय का साधन भी जुड़ा हुआ है।
उत्तर प्रदेश में बिजली की दरें और उपभोक्ता वर्गों की स्थिति
उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में बिजली की दरें उपभोक्ताओं के स्थान — ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों — और खपत के आधार पर तय की जाती हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली दरें अपेक्षाकृत कम हैं, जहां 0 से 100 यूनिट तक ₹3.35 प्रति यूनिट, 101 से 150 यूनिट के लिए ₹3.85 प्रति यूनिट, 151 से 300 यूनिट के लिए ₹5.00 प्रति यूनिट और 300 यूनिट से ऊपर ₹5.50 प्रति यूनिट की दर लागू होती है।
वहीं शहरी क्षेत्रों में बिजली की दरें अधिक हैं। 0 से 100 यूनिट तक ₹5.50 प्रति यूनिट, 101 से 150 यूनिट तक ₹6.00 प्रति यूनिट, 151 से 300 यूनिट तक ₹6.50 प्रति यूनिट और 300 यूनिट से ऊपर ₹7.00 प्रति यूनिट तक की दरें लागू की गई हैं। हालांकि, जिन उपभोक्ताओं की मासिक खपत 100 यूनिट से कम है, उन्हें ‘लाइफलाइन कंज्यूमर’ श्रेणी में रखकर विशेष रियायतें दी जाती हैं। यह विशेष रूप से निम्न आय वर्ग के उपभोक्ताओं के लिए राहत देने वाला उपाय है।
पीएम सूर्य घर योजना: बिजली में आत्मनिर्भरता का रास्ता
PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana केंद्र सरकार की एक प्रमुख योजना है, जिसका उद्देश्य है देश के घर-घर तक रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) को पहुंचाना और उपभोक्ताओं को बिजली बिलों से राहत दिलाना। इस योजना के अंतर्गत उपभोक्ताओं को अपने घरों की छतों पर रूफटॉप सोलर पैनल (Rooftop Solar Panel) लगवाने पर 40% तक की सब्सिडी (Subsidy) दी जाती है। इससे उपभोक्ता अपने घर की जरूरत के अनुसार बिजली उत्पन्न कर सकता है और अतिरिक्त बिजली ग्रिड में बेचकर कमाई भी कर सकता है।
यदि कोई उपभोक्ता 3 किलोवाट (3kW) का सोलर सिस्टम लगवाता है, तो वह औसतन हर महीने 300 यूनिट तक बिजली उत्पन्न कर सकता है। यह उत्पादन एक आम परिवार की मासिक जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। इसके अलावा, जो बिजली उपयोग में नहीं आती, उसे ग्रिड को बेचकर उपभोक्ता हर महीने ₹1,800 से ₹1,875 तक की कमाई कर सकता है।
आवेदन प्रक्रिया: UPNEDA पोर्टल से करें शुरुआत
उत्तर प्रदेश में इस योजना का क्रियान्वयन UPNEDA (Uttar Pradesh New and Renewable Energy Development Agency) के माध्यम से किया जा रहा है। आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है और इसमें उपभोक्ता को निम्न चरणों का पालन करना होता है। सबसे पहले, उपभोक्ता को UPNEDA की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होता है, जहां वह ‘PM Surya Ghar Yojana’ सेक्शन में जाकर आवेदन फॉर्म भर सकता है। इस फॉर्म में पहचान पत्र, बिजली बिल और बैंक पासबुक जैसे आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने होते हैं। आवेदन स्वीकृत होने के बाद उपभोक्ता को सब्सिडी की राशि और इंस्टॉलेशन से जुड़ी जानकारियां दी जाती हैं।
योजना के फायदे: आर्थिक बचत से लेकर पर्यावरणीय सुधार तक
इस योजना के फायदे केवल आर्थिक नहीं हैं, बल्कि पर्यावरण की दृष्टि से भी यह एक अहम कदम है। सौर ऊर्जा (Solar Energy) के उपयोग से कार्बन उत्सर्जन (Carbon Emission) में भारी कमी आती है, जिससे पर्यावरण को संरक्षित किया जा सकता है। सरकार का लक्ष्य है कि 2026 तक लाखों घरों को इस योजना के तहत जोड़ा जाए, जिससे देश की ऊर्जा निर्भरता में कमी आए और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा सके।
उत्तर प्रदेश जैसे राज्य, जहां बिजली की मांग अक्सर आपूर्ति से अधिक होती है, वहां यह योजना बिजली संकट को कम करने में Game Changer साबित हो सकती है। इसके माध्यम से न केवल उपभोक्ताओं को 100 यूनिट से ज्यादा मुफ्त बिजली मिल सकती है, बल्कि वो बिजली के बिल से पूरी तरह मुक्त होकर खुद को आत्मनिर्भर बना सकते हैं।