
प्रधानमंत्री सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना (PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana) इस समय देशभर में Renewable Energy को बढ़ावा देने और घर-घर सोलर एनर्जी की पहुंच बनाने के लिए चर्चा में है। भारत सरकार इस योजना के तहत रूफटॉप सोलर पैनल (Rooftop Solar Panel) लगाने पर सीधी सब्सिडी प्रदान कर रही है। इसका मकसद खासकर मध्यमवर्गीय और निम्नवर्गीय परिवारों को सौर ऊर्जा से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करना है।
कितनी सब्सिडी मिल रही है प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना में
वर्तमान में केंद्र सरकार प्रधानमंत्री सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना के तहत उपभोक्ताओं को उनकी रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन की क्षमता के आधार पर सब्सिडी देती है। यदि आप 1 किलोवाट से 2 किलोवाट क्षमता का सोलर सिस्टम लगवाते हैं तो ₹30,000 प्रति किलोवाट की दर से सब्सिडी दी जाती है। वहीं यदि आपकी सोलर पैनल क्षमता 3 किलोवाट तक की है, तो प्रति किलोवाट ₹18,000 की दर से सब्सिडी उपलब्ध है। हालांकि केंद्र सरकार द्वारा अधिकतम ₹78,000 तक की सब्सिडी दी जा सकती है, यह सीमा हर उपभोक्ता के लिए तय है। इसके अलावा, इस योजना के तहत परिवारों को 7 प्रतिशत ब्याज दर पर कोलैटरल-फ्री ऋण की सुविधा भी दी जा रही है ताकि वे आसानी से रूफटॉप सोलर पैनल सिस्टम स्थापित कर सकें।
क्या भविष्य में बढ़ सकती है सोलर सब्सिडी
वर्तमान में प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत केंद्र सरकार की अधिकतम सब्सिडी ₹78,000 प्रति घर तय की गई है। इसका उद्देश्य वित्तीय रूप से कमजोर और मध्यमवर्गीय परिवारों को राहत देना है। लेकिन Renewable Energy क्षेत्र में बढ़ती मांग और ग्रीन एनर्जी के प्रति जागरूकता को देखते हुए यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि सरकार आने वाले समय में इस सब्सिडी को और बढ़ा सकती है। सूत्रों की मानें तो सरकार इस योजना के तहत सब्सिडी को मौजूदा लगभग 40 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 प्रतिशत तक करने पर विचार कर रही है। हालांकि इस पर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है और नीति के बदलाव की स्थिति में ही अंतिम निर्णय सामने आएगा।
राज्य सरकारों से मिलने वाली अतिरिक्त सहायता
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत जहां केंद्र सरकार अपनी ओर से सब्सिडी प्रदान कर रही है, वहीं कई राज्य सरकारें भी उपभोक्ताओं को अतिरिक्त सब्सिडी देकर इस योजना को और प्रभावशाली बना रही हैं। उदाहरण के तौर पर दिल्ली सरकार 3 किलोवाट की सोलर पैनल क्षमता पर ₹30,000 तक की अतिरिक्त सब्सिडी देती है। उत्तर प्रदेश और हरियाणा में यह अतिरिक्त सब्सिडी ₹10,000 से ₹15,000 प्रति किलोवाट तक पहुंच सकती है। उत्तराखंड में उपभोक्ताओं को केंद्र और राज्य सरकार की ओर से संयुक्त रूप से ₹1.22 लाख तक की सब्सिडी का लाभ मिल चुका है, जिसमें राज्य सरकार ₹51,000 और केंद्र सरकार ₹71,000 का योगदान करती है।
उपभोक्ताओं के लिए क्या हैं अगले कदम
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना का लाभ उठाने के इच्छुक उपभोक्ताओं को सबसे पहले अपने राज्य की ऊर्जा एजेंसी या डिस्कॉम की वेबसाइट पर जाकर यह जांचना चाहिए कि उनके राज्य में किसी प्रकार की अतिरिक्त राज्य सब्सिडी उपलब्ध है या नहीं। इसके बाद केंद्र सरकार की आधिकारिक पोर्टल पर आवेदन कर के वे निर्धारित सब्सिडी और ऋण की सुविधा का लाभ ले सकते हैं। साथ ही उपभोक्ताओं को यह सलाह दी जाती है कि वे नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) तथा PIB की वेबसाइट पर नियमित रूप से नजर रखें ताकि किसी भी संभावित नीति बदलाव या सब्सिडी वृद्धि की जानकारी समय रहते मिल सके।
क्यों जरूरी है रूफटॉप सोलर योजना में निवेश
आज के समय में Renewable Energy की मांग तेजी से बढ़ रही है और रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन न केवल पर्यावरण संरक्षण में सहायक है, बल्कि यह आपकी मासिक बिजली खपत को भी काफी हद तक कम कर सकता है। प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना जैसी पहल से अब सोलर एनर्जी हर आम नागरिक की पहुंच में है। सब्सिडी और सस्ते ऋण की मदद से उपभोक्ता अपने घर की छतों पर सोलर पैनल लगाकर लंबे समय तक मुफ्त या बहुत कम लागत पर बिजली का उपयोग कर सकते हैं।