भारत सरकार किन सोलर कंपनियों में करती है निवेश? कौन सी हैं ये कंपनियां, लिस्ट देखें

Adani से लेकर Tata Power और Vikram Solar तक, सरकार की योजनाओं और निवेश से बदल रही है Renewable Energy की तस्वीर; PLI Scheme और ALMM जैसे कदमों से भारत बना रहा है सौर ऊर्जा में आत्मनिर्भरता की नई इबारत।

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Written by Rohit Kumar

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भारत सरकार किन सोलर कंपनियों में करती है निवेश? कौन सी हैं ये कंपनियां, लिस्ट देखें
भारत सरकार किन सोलर कंपनियों में करती है निवेश? कौन सी हैं ये कंपनियां, लिस्ट देखें

भारत सरकार ने Renewable Energy के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए सौर ऊर्जा (Solar Energy) के विकास को रणनीतिक प्राथमिकता दी है। इसके तहत सरकार ने सौर ऊर्जा कंपनियों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन दिया है और विभिन्न योजनाओं के माध्यम से इस क्षेत्र में भारी निवेश आकर्षित किया है। इसके परिणामस्वरूप भारत में कई प्रमुख सौर कंपनियाँ उभरकर सामने आई हैं, जिनमें Adani Green, ReNew Energy, Tata Power Solar, Vikram Solar जैसी नामी कंपनियाँ शामिल हैं।

Solar Energy Corporation of India (SECI): भारत सरकार की प्रमुख पहल

Solar Energy Corporation of India (SECI) भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) के अधीन एक सार्वजनिक उपक्रम है, जो National Solar Mission को लागू करने और देश में सौर परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया गया है। यह कंपनी सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए निविदाएं (Tenders) जारी करती है, डेवलपर्स को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराती है और कई केंद्रीय योजनाओं के संचालन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

Adani Green Energy: निजी क्षेत्र में सरकार की साझेदारी का उदाहरण

Adani Green Energy Ltd, अदानी समूह की कंपनी है और भारत में सबसे बड़े सौर ऊर्जा उत्पादकों में गिनी जाती है। कंपनी ने SECI के साथ साझेदारी में 8,000 मेगावाट की सौर परियोजनाएं विकसित की हैं। सरकार द्वारा दिए गए प्रोत्साहन और नीतिगत समर्थन के कारण अदानी ग्रीन जैसे निजी खिलाड़ी बड़े पैमाने पर Renewable Energy में निवेश कर रहे हैं।

ReNew Energy Global: हरित ऊर्जा की एकीकृत परियोजना

ReNew Energy Global की स्थापना 2011 में हुई थी और यह आज भारत की अग्रणी Renewable Energy कंपनियों में से एक है। हाल ही में कंपनी ने आंध्र प्रदेश में ₹22,000 करोड़ के निवेश से भारत की सबसे बड़ी Integrated Green Energy परियोजना शुरू की है। इस परियोजना में सौर, पवन और बैटरी स्टोरेज तीनों शामिल हैं। यह सरकार के Net-Zero लक्ष्यों की दिशा में एक उल्लेखनीय कदम है।

Tata Power Solar: भारत की स्वदेशी निर्माण शक्ति

Tata Power Solar Systems Ltd, टाटा समूह की एक प्रमुख कंपनी है, जो सौर मॉड्यूल और सौर सेल्स का निर्माण करती है। इसके साथ ही यह EPC (Engineering, Procurement, Construction) सेवाएं भी प्रदान करती है। अब तक कंपनी ने 1.4 गीगावाट से अधिक के सौर मॉड्यूल भारत में आपूर्ति किए हैं। सरकार द्वारा ‘Make in India’ और ‘Atmanirbhar Bharat’ अभियानों के तहत Tata Power Solar जैसी कंपनियों को स्पष्ट रूप से समर्थन मिला है।

Vikram Solar: कोलकाता से निकली अंतरराष्ट्रीय पहचान

Vikram Solar, कोलकाता स्थित एक प्रमुख सौर मॉड्यूल निर्माता कंपनी है जिसकी सालाना उत्पादन क्षमता 4.5 गीगावाट है। कंपनी ने NTPC और NLC जैसे सरकारी उपक्रमों के साथ मिलकर कई सफल सौर परियोजनाएं पूरी की हैं। Vikram Solar को सरकार की योजनाओं के तहत Approved List of Models and Manufacturers (ALMM) में भी स्थान मिला है।

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Waaree Energies: सूरत से सौर क्रांति

Waaree Energies Ltd, 1989 में स्थापित हुई थी और आज यह भारत की अग्रणी सौर उत्पाद निर्माण कंपनियों में गिनी जाती है। कंपनी सूरत में 2 गीगावाट की सौर पैनल उत्पादन इकाई संचालित करती है और सौर पंप, रूफटॉप सिस्टम और EPC सेवाएं भी प्रदान करती है। सरकार द्वारा जारी ALMM सूची में Waaree Energies को भी शामिल किया गया है, जिससे इसके उत्पादों को सरकारी परियोजनाओं में प्राथमिकता मिलती है।

Mahindra Susten: EPC में सुदृढ़ उपस्थिति

Mahindra Group की Mahindra Susten कंपनी ने सौर ऊर्जा परियोजनाओं के EPC क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। कंपनी ने भारत में अब तक 2,499 मेगावाट से अधिक की सौर परियोजनाएं स्थापित की हैं। यह कंपनी भी सरकारी योजनाओं से लाभान्वित हुई है और कई परियोजनाएं सफलतापूर्वक पूरी की हैं।

Saatvik Solar: उभरती हुई सौर शक्ति

Saatvik Solar भारत की एक नई लेकिन तेजी से उभरती सौर कंपनी है जिसकी निर्माण क्षमता 3.8 गीगावाट है। कंपनी ने 2 गीगावाट की नई सौर सेल निर्माण सुविधा स्थापित करने की योजना बनाई है और इसके लिए अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं से फंडिंग पर बातचीत जारी है। सरकार की PLI योजना और ALMM नीति के अंतर्गत Saatvik को भी लाभ मिला है।

उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (PLI Scheme): घरेलू निर्माण को बढ़ावा

भारत सरकार ने सौर पीवी मॉड्यूल के घरेलू निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (PLI Scheme) की घोषणा की थी। इसके तहत कुल 11 कंपनियों को 39,600 मेगावाट की निर्माण क्षमता के लिए ₹14,007 करोड़ का निवेश आवंटित किया गया है। इस योजना का उद्देश्य भारत को सौर मॉड्यूल निर्माण में आत्मनिर्भर बनाना है।

ALMM नीति: गुणवत्ता और पारदर्शिता की दिशा में कदम

Approved List of Models and Manufacturers (ALMM) नीति के तहत भारत सरकार ने एक सूची जारी की है जिसमें केवल अनुमोदित सौर मॉड्यूल और सेल निर्माताओं को ही सरकारी परियोजनाओं में उपयोग करने की अनुमति है। इससे घरेलू कंपनियों को बढ़ावा मिला है और चीनी आयात पर निर्भरता कम हुई है।

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Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

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