गुजरात में सोलर पैनल पर 40% सब्सिडी – ये कंपनियाँ हैं गवर्नमेंट अप्रूव्ड

गुजरात में सूर्य योजना के तहत मिल रही 40% तक की सब्सिडी ने सोलर सिस्टम को आम लोगों के लिए सस्ता और आसान बना दिया है। जानिए कैसे आप कुछ ही स्टेप्स में घर बैठे पा सकते हैं Renewable Energy और लाखों की बचत।

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Written by Rohit Kumar

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गुजरात में सोलर पैनल पर 40% सब्सिडी – ये कंपनियाँ हैं गवर्नमेंट अप्रूव्ड
गुजरात में सोलर पैनल पर 40% सब्सिडी – ये कंपनियाँ हैं गवर्नमेंट अप्रूव्ड

गुजरात में सोलर पैनल लगाने की योजना बना रहे उपभोक्ताओं के लिए एक बेहतरीन खबर है। राज्य सरकार द्वारा “सूर्य गुजरात योजना” (Surya Gujarat Yojana) के तहत 40% तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है, जिससे आम लोगों के लिए Renewable Energy को अपनाना न केवल आसान बल्कि किफायती भी हो गया है। यह योजना विशेष रूप से आवासीय उपभोक्ताओं को ध्यान में रखकर बनाई गई है, जिससे घर बैठे बिजली की बचत की जा सके और पर्यावरण संरक्षण में भी भागीदारी हो।

सूर्य गुजरात योजना के तहत सब्सिडी की विस्तृत जानकारी

गुजरात सरकार द्वारा दी जा रही इस सब्सिडी की दरें इंस्टॉल किए जा रहे सोलर सिस्टम की क्षमता के अनुसार अलग-अलग तय की गई हैं। 1 किलोवाट (kW) से लेकर 3 किलोवाट तक के सिस्टम पर उपभोक्ताओं को ₹30,000 प्रति kW की दर से सब्सिडी मिलती है। वहीं यदि सिस्टम की क्षमता 3kW से अधिक होती है तो पहले 3 किलोवाट पर 40% सब्सिडी दी जाती है और शेष क्षमता पर 20% तक की रियायत मिलती है।

हालाँकि, यह ध्यान देने योग्य है कि अधिकतम सब्सिडी राशि ₹78,000 तक ही सीमित है। 10 किलोवाट से अधिक की क्षमता वाले सिस्टम पर फिलहाल कोई सब्सिडी उपलब्ध नहीं कराई जा रही है।

सब्सिडी के लिए पात्रता की शर्तें

इस योजना के तहत सब्सिडी पाने के लिए कुछ आवश्यक पात्रता मानदंड तय किए गए हैं। सबसे पहले, उस आवासीय संपत्ति पर आपका वैध स्वामित्व होना चाहिए जहाँ सोलर पैनल लगवाए जा रहे हैं। इसके साथ ही सोलर सिस्टम को ग्रिड से जोड़ा जाना अनिवार्य है और नेट मीटरिंग की व्यवस्था का पालन करना आवश्यक है।

सबसे अहम शर्त यह है कि सोलर पैनल की स्थापना केवल सरकार द्वारा अनुमोदित विक्रेता से ही करवाई जानी चाहिए। साथ ही जो सोलर पैनल इस्तेमाल किए जाएँ वे भारत में निर्मित होने चाहिए और ALMM (Approved List of Models and Manufacturers) में सूचीबद्ध होना चाहिए।

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गुजरात में सरकार द्वारा अनुमोदित सोलर कंपनियाँ

गुजरात सरकार ने राज्य में कई सोलर कंपनियों को अधिकृत किया है जो इस योजना के तहत सेवाएं प्रदान करती हैं। इनमें Citizen Solar Pvt. Ltd., Crystal Solar Energy, D-Light Solar Energy LLP, Greenbrilliance Renewable Energy LLP, Geetanjali Industries, Global Solar Energy और Green Energy जैसी कंपनियाँ प्रमुख रूप से शामिल हैं। इन सभी कंपनियों की विस्तृत जानकारी और संपर्क विवरण PM Surya Ghar Yojana वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।

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सोलर सब्सिडी प्राप्त करने की प्रक्रिया

इस योजना का लाभ उठाने के लिए उपभोक्ताओं को एक सरकारी प्रक्रिया का पालन करना होता है। सबसे पहले एक अनुमोदित विक्रेता से संपर्क करना होगा, जो आपके घर का मूल्यांकन करेगा और उपयुक्त सोलर सिस्टम की सिफारिश करेगा। इसके बाद आपको आवश्यक दस्तावेजों के साथ ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन करना होगा।

स्थापना की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सरकारी अधिकारी सिस्टम का निरीक्षण करते हैं। यदि सभी शर्तें पूरी पाई जाती हैं, तो सब्सिडी की राशि सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है। यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और ऑनलाइन ट्रैकिंग सक्षम है।

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लागत, बचत और निवेश पर रिटर्न

सोलर सिस्टम की स्थापना लागत सब्सिडी से पहले लगभग ₹50,000 से ₹60,000 प्रति kW होती है। लेकिन सब्सिडी के बाद यह लागत घटकर ₹30,000 से ₹35,000 प्रति kW तक आ जाती है।

यदि आप 3kW तक का सिस्टम लगवाते हैं तो आपकी औसतन ₹78,000 तक की सब्सिडी प्राप्त हो सकती है। इससे न केवल आपकी आरंभिक लागत कम होती है, बल्कि आपकी मासिक बिजली की बचत ₹1,500 से ₹3,000 तक हो सकती है। लंबे समय में देखें तो यह निवेश 4 से 5 साल में अपनी लागत वसूल कर लेता है और अगले 25 वर्षों में ₹6 से ₹10 लाख तक की कुल बचत संभव होती है।

क्यों है यह योजना मौजूदा समय की सबसे फायदेमंद Renewable Energy स्कीम?

गुजरात जैसे राज्य में जहाँ धूप की भरपूर उपलब्धता है, वहाँ सोलर एनर्जी को अपनाना पर्यावरण के साथ-साथ आम नागरिकों के लिए भी फायदेमंद है। यह योजना न केवल बिजली की बचत करती है, बल्कि बढ़ती महँगाई और बिजली दरों से राहत भी देती है। सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी ने इस तकनीक को आम लोगों की पहुँच में ला दिया है। साथ ही यह ग्रीन एनर्जी की ओर एक महत्वपूर्ण कदम भी है, जो भारत को कार्बन न्यूट्रल राष्ट्र बनने की दिशा में ले जाता है।

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Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

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