बिना फिजिबिलिटी रिपोर्ट के ऐसे लगा सकते है ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम, जानें अभी

सरकारी सब्सिडी प्राप्त करने के लिए बिजली विभाग द्वारा अनुमति मिलने में समस्या हो रही है तो कुछ उपकरणों की सहायता से भी सोलर सिस्टम लगा सकते हैं।

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बिजली विभाग की अनुमति के बिना कैसे लगा सकते हैं ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम? यहाँ जानें
बिजली विभाग की अनुमति के बिना कैसे लगा सकते हैं ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम?

सौर ऊर्जा की लोकप्रियता वर्तमान समय में तेजी से बढ़ रही है, इसके द्वारा पर्यावरण के अनुकूल ही बिजली का निर्माण किया जा सकता है। सोलर सिस्टम को बढ़ावा प्रदान करने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा अपने-अपने स्तर से निरंतर ही प्रयास किए जाते हैं। साल की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अधिक से अधिक घरों में सोलर पैनल लगाने के लिए पीएम सूर्य घर योजना को लांच किया गया है। बिजली विभाग की अनुमति बिना कैसे लगा सकते हैं ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम? यहाँ जानें

केंद्र सरकार की पीएम सूर्य घर योजना के माध्यम से देश 1 करोड़ परिवारों की घरों की छत पर सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं। जिससे नागरिक कम कीमत में एक अच्छा सोलर सिस्टम स्थापित कर सकते हैं। सोलर सिस्टम को लगाने से यूजर को अनेक प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं।

ऑनग्रिड सोलर सिस्टम क्या है?

सोलर सिस्टम को ऑनग्रिड लगाने पर बिजली को स्टोर कर के नहीं रखा जा सकता है, इसमें सोलर पैनल से बनने वाली बिजली को इलेक्ट्रिक ग्रिड के साथ शेयर किया जाता है। ऐसे सोलर सिस्टम में ग्रिड की बिजली का प्रयोग ही यूजर द्वारा किया जाता है, यदि ग्रिड की बिजली चली जाती है तो आप किसी विद्युत उपकरण को नहीं चल सकते हैं। शेयर की जाने वाली बिजली की गणना करने के लिए सिस्टम में नेट-मिटरिंग की जाती है, ऐसे सोलर सिस्टम से बिजली के बिल को कम किया जा सकता है, साथ ही ऑनग्रिड सोलर सिस्टम लगाने पर सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी भी प्राप्त कर सकते हैं।

ऑनग्रिड सोलर सिस्टम लगाने में आ रही है समस्या?

केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई पीएम सूर्यघर योजना के सरकारी आंकड़ों के अनुसार योजना के लिए 1 करोड़ आवेदन पूरे हो गए हैं। ऑनग्रिड सोलर सिस्टम को लगाने से पहले आपको आमने नजदीकी बिजली विभाग से अनुमति लेनी होती है। जिसके लिए फिजिबिलिटी रिपोर्ट जमा करनी होती है, लेकिन आज के समय में इसमें फिजिबिलिटी रिपोर्ट में समस्या आ रही है, जिससे उपभोक्ता परेशान हैं। फिजिबिलिटी रिपोर्ट के न आने का कारण इस प्रकार हो सकता है:-

  • योजना के आधिकारिक पोर्टल में तकनीकी खराबी हो सकती है।
  • आज कल देश में चुनाव हो रहे हैं, जिस वजह से सरकारी योजनाओं को सही से संचालित नहीं किया जा रहा है।

इस साल गर्मी ने पुराने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, ग्रीष्म लहर से पूरा देश जूझ रहा है, अधिक गर्मी होने से पावर कट की समस्या भी अधिक हो गई है, जिससे और नागरिक भी सोलर सिस्टम की ओर बढ़ रहे हैं, साथ ही ग्राहकों द्वारा यह भी कहा जा रहा है कि सोलर सिस्टम लगाने में बिजली विभाग से फिजिबिलिटी रिपोर्ट की समस्या आ रही है, एवं उन्हें सब्सिडी मिलने में भी परेशानी हो रही है। जिससे नागरिक ऑफग्रिड सोलर सिस्टम को अच्छा विकल्प बता रहे हैं।

बिजली विभाग की अनुमति के बिना कैसे लगा सकते हैं ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम?

सोलर सिस्टम को ऑनग्रिड स्थापित करने में फिजिबिलिटी रिपोर्ट में होने वाली परेशानी के समाधान के रूप में आप कुछ अन्य डिवाइस लगा सकते हैं, ऐसे में आप सोलर सिस्टम स्थापित आसानी से कर सकते हैं। एवं सोलर सिस्टम को लगाने में होने वाली परेशानियों को खत्म कर सकते हैं। आप नीचे बताए उपकरणों का प्रयोग कर के सोलर सिस्टम लगा सकते हैं।

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Zero Export Device का प्रयोग करें

यदि आपको ऑनग्रिड सोलर सिस्टम लगाने में फिजिबिलिटी रिपोर्ट नहीं मिल रही है, तो आप अपने सिस्टम में Zero Export Device का उपयोग कर सकते हैं। जीरो एक्सपोर्ट डिवाइस का प्रयोग कर के ग्राहक अपने बिना सब्सिडी वाले सोलर पैनल से भी बिजली के बिल को कम कर सकता है। इस डिवाइस के द्वारा बिजली के आयात (Import) एवं निर्यात (Export) को कंट्रोल किया जाता है। इसे लगाने के बाद सोलर पैनल से केवल उतनी ही बिजली बनेगी जितनी आपकी खपत होगी और अतिरक्त बिजली ग्रिड को नहीं भेजी जाएगी। अतिरिक्त बिजली का नुकसान हो सकता है। दिन में सभी विद्युत उपकरणों को सौर ऊर्जा के द्वारा चला सकते हैं।

Zero Export Device कैसे काम करता है?

Zero Export Device को सोलर सिस्टम के साथ जोड़ा जाता है, यह उपकरण घर के बिजली के बिल को कम करने में सहायक होता है, इसके द्वारा उतनी ही बिजली का निर्माण सोलर पैनल से करवाया जाता है, जितने में घर का लोड चलता है। ऑनग्रिड सोलर सिस्टम बनाने के लिए Zero Export Device को लगाया जा सकता है।

क्या Zero Export Device वैध डिवाइस है?

Zero Export Device को उपयोग करना पूरी तरह से लीगल है। किसी भी सरकारी नियम में इसे लगाने की मनाही नहीं है। इस उपकरण को आप आसानी से लगा सकते हैं। यह सरकार की किसी भी नीति के विरुद्ध का उपकरण नहीं है, इस डिवाइस की कीमत लगभग 10,000 रुपये तक होती है। इसके द्वारा 5 साल तक आसानी से काम किया जा सकता है। सरकार को अतिरिक्त बिजली बेचने के लिए उपभोक्ता द्वारा नेट-मिटरिंग की जाती है, लेकिन उसमें आने वाली परेशानियों के कारण ही इस उपकरण का प्रयोग किया जा सकता है। यदि ऑनग्रिड सोलर सिस्टम लगाने में किसी प्रकार की दिक्कत या रही हो तो आप इस उपकरण का प्रयोग कर सकते हैं।

ज्यादातर नागरिक बिजली कटौती एवं महंगी बिजली से परेशान हैं, साथ ही वे सोलर सिस्टम लगान एमेन फिजिबिलिटी रिपोर्ट की समस्या से जूझ रहे हैं, तो Zero Export Device का उपयोग कर के वे अपने घर में सोलर पैनल इंस्टॉल कर सकते हैं। इससे वे अपने बिजली बिल को कम कर सकते हैं, और बिना किसी सरकारी अनुमति के सोलर एनर्जी का लाभ उठा सकते हैं। सोलर सिस्टम को स्थापित कर के आप बिजली का लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं, एवं बिल भी कम कर सकते हैं।

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