सोलर वाटर पंप किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है, जो न केवल उन्हें बिजली के भारी बिलों से राहत दिलाता है, बल्कि फसल की सिंचाई के लिए एक स्थायी और पर्यावरण के अनुकूल समाधान भी प्रदान करता है। खासकर ग्रामीण इलाकों में जहां बिजली कम होती है, 1 HP सोलर वाटर पंप को लगा कर आप अपने कृषि क्षेत्र में सिंचाई कर सकते हैं।
1 HP सोलर वाटर पंप इंस्टॉल करने का खर्च
सोलर उपकरण को एक बार स्थापित कर के आप लंबे समय तक फ्री में इनका लाभ उठा सकते हैं। 1 HP सोलर वाटर पंप की इंस्टालेशन की लागत कई फैक्टरों पर निर्भर करती है, जैसे कि सोलर पैनल, वाटर पंप की गुणवत्ता, VFD ड्राइव और इंस्टालेशन के अन्य खर्च। यहां एक अनुमानित लागत विवरण दिया गया है:-
- सोलर पैनल: 1kW कैपेसिटी के सोलर पैनल की कीमत लगभग 30,000 रुपये होगी। सोलर पैनल द्वारा ही सौर ऊर्जा से बिजली बनाई जाती है। जिसका प्रयोग कर वाटर पंप को चलाया जा सकता है।
- वाटर पंप: एक स्टैण्डर्ड 1 HP सोलर वाटर पंप की कीमत लगभग 7,000 रुपये से 8,000 रुपये के बीच होती है।
- VFD ड्राइव: VFD ड्राइव की कीमत लगभग 8,000 रुपये से 9,000 रुपये तक हो सकती है।
- 1 HP के सोलर वाटर पंप को लगाने में कुल खर्चा 45,000 रुपये से 47,000 रुपये तक हो सकता है। यह बिना सब्सिडी की कीमत है।
KUSUM योजना से पाएं सरकारी सब्सिडी
भारत सरकार किसानों को सोलर पंप इंस्टॉल करने के लिए KUSUM योजना के तहत सब्सिडी प्रदान करती है। इस योजना के तहत, किसान सोलर पंप की कुल लागत का 60% तक सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, कुछ राज्यों में अतिरिक्त सब्सिडी भी मिल सकती है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करना होगा:-
- आवेदन करें: KUSUM योजना के लिए आवेदन करने के लिए अपने राज्य के नजदीकी कृषि विभाग या उर्जा विभाग के कार्यालय में जाएं।
- दस्तावेज जमा करें: आवेदन के साथ आवश्यक दस्तावेज जमा करें, जैसे कि आधार कार्ड, जमीन का प्रमाण, बैंक पासबुक आदि।
- प्रमाणिकता जांच: आवेदन और दस्तावेजों की जांच के बाद, आपको सब्सिडी स्वीकृत की जाएगी। एवं आपके प्लांट के पूर्ण सत्यापन के बाद ही आपको सब्सिडी प्रदान की जाएगी। सब्सिडी की राशि राज्यों के अनुसार आग-अलग रहती है।
सोलर वाटर पंप के लाभ
- बिजली बिल में बचत: सोलर पंप इंस्टॉल करने से बिजली के बिल में भारी बचत होगी। जबकि ग्रिड बिजली और जीवाश्म ईंधन वाले वाटर पंप आर्थिक रूप से बहुत खर्चा करवाते हैं।
- पर्यावरण अनुकूल: सोलर एनर्जी का उपयोग करने से कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी। सोलर वाटर पंप के प्रयोग से जीवाश्म ईंधन वाले पंप की निर्भरता को समाप्त किया जा सकता है। सोलर पंप किसी प्रकार से प्रदूषण को उत्पन्न नहीं करते हैं।
- सरकारी सब्सिडी: KUSUM योजना के तहत 60% तक की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। सरकारी सब्सिडी का लाभ प्राप्त कर ग्राहक कम कीमत में सोलर सिस्टम लगा सकते हैं। सरकारी योजनाओं के माध्यम से किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
सरकारी सब्सिडी के माध्यम से सोलर पंप की लागत को काफी हद तक कम कर सकते हैं। यह न केवल बिजली की लागत में बचत करता है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है। अधिक जानकारी के लिए आप अपने नजदीकी कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं। एवं कृषि क्षेत्र को विकसित कर सकते हैं।