
आपकी जानकारी के लिए बता कि Baseus होम सिक्योरिटी सॉल्यूशंस की दुनिया में एक नई और टेक्नोलॉजी लेके आया है। अब हाल ही में कंपनी ने एक ऐसा स्मार्ट सिक्योरिटी कैमरा लॉन्च किया है, जिसमें वायरलेस होने के साथ-साथ रोटेटिंग सोलर पैनल भी है। यह इस तरीके का कैमरा है, जो सूरज की दिशा के अनुसार घूमकर खुद को चार्ज करता है। इस तरह की नई टेक्नोलॉजी नवीकरण ऊर्जा की क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण कदम है, और खासतौर पर उन लोगों के लिए जो बार-बार बैटरी चार्ज की समास्या से छुटकारा पाना चाहते है।
खुद सूरज को फॉलो करने वाला सोलर पैनल
Baseus S2 सिक्योरिटी कैमरा एक ऐसी विशेषता के साथ आता है जो इसे दूसरे कैमरों से अलग बनाती है। इसमें ऊपर की ओर एक सोलर पैनल दिया गया है, जो कैमरे के सिलिंड्रिकल शरीर के चारों ओर घूम सकता है। यह पैनल सूरज की दिशा को ऑटोमेटिकली ट्रैक करता है, जिससे यह कैमरा लगातार चार्ज बना रहता है और बैटरी की समस्या नहीं आती।

अब तक अधिकतर ब्रांड अपने कैमरों के साथ सोलर पैनल अलग से देते थे जिन्हें उपयुक्त स्थान पर माउंट करना पड़ता था। लेकिन Baseus S2 इस झंझट को खत्म करता है। यह कैमरा सोलर पैनल को मूविंग प्लेटफॉर्म पर लगाकर यूज़र की सुविधा को ध्यान में रखता है, जिससे पैनल को बार-बार एलाइन करने की जरूरत नहीं पड़ती।
4K रिजॉल्यूशन और AI फेस रिकग्निशन फीचर्स
Baseus S2 केवल सोलर टेक्नोलॉजी में ही नहीं बल्कि वीडियो क्वालिटी और स्मार्ट फीचर्स में भी आगे है। यह कैमरा 4K रिजॉल्यूशन सपोर्ट करता है, जिससे इसकी वीडियो क्वालिटी बेहतरीन रहती है। चाहे दिन हो या रात, इसकी इमेज क्वालिटी में कोई समझौता नहीं होता।

इसके साथ ही यह कैमरा एडवांस्ड AI फेस रिकग्निशन तकनीक के साथ आता है, जो चेहरों को पहचानने में सक्षम है। इसका मतलब है कि यह कैमरा केवल हरकत को नहीं बल्कि लोगों की पहचान को भी ट्रैक कर सकता है। इस सुविधा से झूठे अलर्ट की संभावना भी कम होती है और सिक्योरिटी लेवल और अधिक पर्सनलाइज हो जाता है।
लोकल स्टोरेज के साथ सब्सक्रिप्शन-फ्री ऑपरेशन
इस कैमरे की एक और बड़ी खासियत है इसका लोकल स्टोरेज सपोर्ट, जो यूज़र्स को क्लाउड सब्सक्रिप्शन की झंझट से बचाता है। इसका मतलब है कि आप कैमरे में ही वीडियो सेव कर सकते हैं और किसी थर्ड-पार्टी क्लाउड सेवा पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। यह फीचर प्राइवेसी की दृष्टि से भी फायदेमंद है क्योंकि यूज़र का डेटा पूरी तरह उनके नियंत्रण में रहता है।
IP67 रेटिंग और वॉयस असिस्टेंट सपोर्ट
Baseus S2 को आउटडोर यूज़ के लिए पूरी तरह डिज़ाइन किया गया है। यह कैमरा IP67 रेटिंग के साथ आता है, जो इसे धूल, पानी और गर्मी जैसी कठोर परिस्थितियों में भी टिकाऊ बनाता है। खासकर भारत जैसे गर्म और धूल-भरे इलाकों में यह फीचर काफी महत्वपूर्ण है।
इसके अलावा यह कैमरा Alexa और Google Assistant जैसे पॉपुलर वॉयस असिस्टेंट्स के साथ कम्पेटिबल है। यूज़र अपने स्मार्ट होम इकोसिस्टम के साथ इसे आसानी से इंटीग्रेट कर सकते हैं और वॉयस कमांड से इसे ऑपरेट कर सकते हैं।
कीमत और उपलब्धता कब और कहां से खरीदें
Baseus S2 सिक्योरिटी कैमरा 20 जुलाई 2025 से आधिकारिक रूप से बिक्री के लिए उपलब्ध होगा, लेकिन इच्छुक ग्राहक अभी से इसे $130 (लगभग ₹10,800) में प्री-ऑर्डर कर सकते हैं। इसकी कीमत को देखते हुए इसके फीचर्स और टेक्नोलॉजी इसे एक वैल्यू-फॉर-मनी प्रोडक्ट बनाते हैं।
टेक एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह कैमरा विशेष रूप से उन यूज़र्स के लिए उपयुक्त है जो एक भरोसेमंद, हाई-क्वालिटी और सेल्फ-सस्टेनिंग सिक्योरिटी सॉल्यूशन की तलाश में हैं। प्री-ऑर्डर करने वालों को यह कैमरा सबसे पहले मिलेगा और वे इसके नए इनोवेशन का फायदा सबसे पहले उठा पाएंगे।
फील्ड टेस्ट गर्मी, धूल और सौर क्षमता की सच्चाई
लेखक Tyler Lacoma ने इस कैमरे की टेस्टिंग गर्मियों के मौसम में करने का निर्णय लिया है, ताकि यह देखा जा सके कि क्या इसका घूमने वाला सोलर पैनल वास्तव में सूरज की दिशा के अनुसार काम करता है या नहीं। इसके साथ ही यह भी परीक्षण किया जाएगा कि यह कैमरा धूल-भरे वातावरण में कितना प्रभावी रहता है।
यदि यह परीक्षण सफल रहते हैं, तो Baseus S2 आने वाले समय में होम सिक्योरिटी सिस्टम्स का नया स्टैंडर्ड बन सकता है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि अन्य कंपनियाँ भी इस तरह के इनोवेशन को अपनाती हैं या नहीं।