शुक्रवार को शेयर बाजार में मुनाफावसूली के बावजूद कुछ शेयरों में निवेशकों की जबरदस्त खरीदारी देखी गई। भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (IREDA) के शेयर भी इसी आकर्षण का केंद्र बने। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन IREDA का शेयर 7% की तेजी के साथ 190.95 रुपये पर पहुंच गया और अंत में 187.85 रुपये पर बंद हुआ, जो पिछले कारोबारी दिन के मुकाबले 5.83% की बढ़त दर्शाता है।
IREDA को हाल ही में FTSE के ऑल वर्ल्ड इंडेक्स में शामिल किया गया है, जिससे इसके प्रति निवेशकों का विश्वास और बढ़ गया है। IIFL अल्टरनेट रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, IREDA में $57 मिलियन के निवेश की उम्मीद है। हाल ही में IREDA के चेयरमैन और एमडी प्रदीप कुमार दास ने कंपनी की पूंजी जरूरतों को पूरा करने के लिए अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (FPO) लाने की योजना की घोषणा की।
विशेषज्ञों की राय
IREDA के शेयर की संभावनाओं को लेकर विशेषज्ञों के बीच मतभेद है। कुछ चार्टिस्ट्स इसे ₹220-₹230 तक पहुंचने की संभावना देखते हैं, जबकि कुछ इसमें करेक्शन की गुंजाइश मानते हैं। पिछले साल नवंबर में ₹32 के इश्यू प्राइस पर कंपनी का आईपीओ लॉन्च हुआ था और कुछ ही दिनों में स्टॉक ने ₹214 का ऑल टाइम हाई छू लिया था। इसके बाद तेज करेक्शन के चलते यह ₹100 से नीचे आ गया, लेकिन अब एक बार फिर शेयर रिकवरी मोड में है।
IREDA का भविष्य
हाल ही में IREDA के चेयरमैन और एमडी प्रदीप कुमार दास ने बताया कि कंपनी भविष्य की पूंजी जरूरतों को पूरा करने के लिए अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (FPO) लाने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा, “हमने चालू वित्त वर्ष में 24,200 करोड़ रुपये बाजार से जुटाने का लक्ष्य रखा है।” नवीकरणीय ऊर्जा और नए उद्योगों (ग्रीन हाइड्रोजन, बैटरी स्टोरेज आदि) की कर्ज जरूरतों को पूरा करने के लिए और पूंजी की आवश्यकता होगी। वित्त वर्ष 2023-24 में IREDA के कर्ज वितरण में 15.94 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 25,089.04 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष 21,639.21 करोड़ रुपये था।
IREDA के शेयर में हालिया उछाल और भविष्य की योजनाओं को देखते हुए निवेशकों का आकर्षण बना हुआ है। विशेषज्ञों की मिली-जुली राय के बावजूद, कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और आने वाले समय में होने वाले विस्तार की योजनाएं इसे एक संभावित निवेश विकल्प बनाती हैं।