IREDA के शेयर में 7% की जबरदस्त उछाल! मंदी के बाजार में भी क्यों दिखी ऐसी चमक?

49% मुनाफे, 28% ऋण ग्रोथ और Navratna स्टेटस के साथ IREDA बना निवेशकों का नया हीरो – क्या अब ₹209 तक जाएगा स्टॉक? पूरी रिपोर्ट पढ़ें।

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Written by Rohit Kumar

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IREDA के शेयर में 7% की जबरदस्त उछाल! मंदी के बाजार में भी क्यों दिखी ऐसी चमक?
IREDA के शेयर में 7% की जबरदस्त उछाल! मंदी के बाजार में भी क्यों दिखी ऐसी चमक?

Indian Renewable Energy Development Agency (IREDA) के शेयरों ने आज मंदी के बीच भी 7% की जबरदस्त तेजी दर्ज की है, जो इस सरकारी कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है। जबकि broader बाजार दबाव में रहा, IREDA के स्टॉक्स ने निवेशकों को आकर्षित किया है। इसके पीछे मुख्य वजह है कंपनी के हाल ही में घोषित मजबूत वित्तीय नतीजे, रणनीतिक पहल और Renewable Energy क्षेत्र में बढ़ती गतिविधियाँ।

Q4 FY25 में 49% की छलांग: IREDA का जबरदस्त मुनाफा

मार्च 2025 को समाप्त तिमाही यानी Q4 FY25 में IREDA ने ₹502 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो कि पिछले वित्तीय वर्ष की समान अवधि के ₹337 करोड़ के मुकाबले 49% अधिक है। इसके अलावा, कंपनी का संचालन से प्राप्त राजस्व भी 37% बढ़कर ₹1,905 करोड़ पर पहुँच गया। यह इजाफा इस बात को दर्शाता है कि भारत में Renewable Energy प्रोजेक्ट्स के वित्तपोषण की मांग तेज़ी से बढ़ रही है और IREDA इस मांग को पूरा करने में अग्रणी भूमिका निभा रही है।

ऋण पुस्तिका में बेजोड़ वृद्धि

FY25 के समापन पर IREDA की कुल ऋण पुस्तिका ₹76,250 करोड़ तक पहुँच गई, जो कि वर्ष दर वर्ष 28% की वृद्धि को दर्शाती है। यह मजबूत ग्रोथ देश में Renewable Energy को लेकर सरकार की नीतियों और परियोजनाओं की संख्या में वृद्धि का स्पष्ट संकेत देती है। सौर, पवन और जल-ऊर्जा जैसे सेगमेंट्स में निवेश को लेकर कंपनियों में उत्साह है, और IREDA उनकी प्राथमिक वित्तीय सहयोगी बनती जा रही है।

Navratna का दर्जा बना गेमचेंजर

FY25 में IREDA को भारत सरकार ने Navratna PSU का दर्जा प्रदान किया, जो किसी भी सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई को मिलने वाला एक महत्वपूर्ण मान्यता है। इस दर्जे के साथ कंपनी को बड़े निवेश निर्णयों और रणनीतिक साझेदारियों में अधिक स्वायत्तता मिली है। यह स्टेटस IREDA को कॉर्पोरेट स्वतंत्रता, फास्ट ट्रैक निर्णय लेने और अंतरराष्ट्रीय मंच पर विश्वसनीयता प्रदान करता है, जिससे निवेशकों का विश्वास और अधिक मजबूत हुआ है।

वैश्विक फंडिंग और विदेशी भागीदारी से बढ़ा प्रभाव

IREDA ने GIFT सिटी में अपनी अंतरराष्ट्रीय सहायक इकाई ‘IREDA Global Green Energy Finance IFSC’ की स्थापना की है। यह पहल भारत की ग्लोबल Renewable Energy फाइनेंसिंग में भागीदारी को दर्शाती है। इसके साथ ही कंपनी ने SBI Tokyo से 26 बिलियन येन (लगभग ₹1,400 करोड़) का विदेशी वाणिज्यिक ऋण (External Commercial Borrowing – ECB) भी हासिल किया है। इस फंडिंग से कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत हुई है और भविष्य की परियोजनाओं में निवेश की क्षमता भी बढ़ी है।

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शेयर बाजार की गर्मजोशी और निवेशकों की दिलचस्पी

पिछले एक सप्ताह में IREDA के शेयरों ने लगभग 17% की तेजी दिखाई है, जबकि BSE Sensex में इसी अवधि में मात्र 4% की वृद्धि हुई है। इसका स्पष्ट मतलब है कि बाजार IREDA की कार्यशैली, रणनीतिक दृष्टिकोण और प्रदर्शन को लेकर बेहद उत्साहित है। विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी की मौजूदा ग्रोथ ट्रैजेक्टरी और सकारात्मक उद्योग परिदृश्य को देखते हुए यह तेजी आगे भी बनी रह सकती है।

आगे की राह: ₹209 का संभावित लक्ष्य

निवेश विश्लेषकों का मानना है कि IREDA के शेयरों का अगला 12 महीने का औसत लक्ष्य मूल्य ₹209 तक हो सकता है, जो कि वर्तमान बाजार मूल्य से लगभग 25% अधिक है। इसकी वजह है कंपनी की बढ़ती फंडिंग क्षमताएँ, परियोजना पोर्टफोलियो में विविधता और भारत सरकार की Renewable Energy पर केंद्रित नीतियाँ।

IREDA की ग्रोथ कहानी सिर्फ एक सरकारी कंपनी की सफलता नहीं है, बल्कि यह भारत की हरित ऊर्जा क्रांति में उसकी केंद्रीय भूमिका का प्रमाण भी है।

निचोड़: मंदी में भी चमका IREDA, क्या यह स्टॉक बनेगा मल्टीबैगर?

जब पूरा बाजार दबाव में हो और कोई स्टॉक 7% चढ़ जाए, तो ज़ाहिर है कि उसके पीछे कुछ खास है। IREDA का हालिया प्रदर्शन इसी तरह की कहानी कहता है। शानदार वित्तीय नतीजे, बढ़ती ऋण पुस्तिका, Navratna स्टेटस और वैश्विक फंडिंग से सुसज्जित IREDA अब सिर्फ एक PSU नहीं बल्कि Renewable Energy सेक्टर का पावरहाउस बनता जा रहा है।

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Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

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