IREDA शेयर में हलचल, ₹175 पर दिखा सपाट ट्रेड – निवेशकों को करना होगा थोड़ा इंतजार?

सुबह के ट्रेड में IREDA शेयर दिखा लगभग फ्लैट, लेकिन क्या इसके पीछे छिपा है कोई बड़ा ब्रेकआउट या निवेशकों की चुपचाप मुनाफा कमाने की चाल? जानिए पूरी कहानी और आगे की रणनीति!

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Written by Rohit Kumar

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IREDA शेयर में हलचल, ₹175 पर दिखा सपाट ट्रेड – निवेशकों को करना होगा थोड़ा इंतजार?
IREDA शेयर में हलचल, ₹175 पर दिखा सपाट ट्रेड – निवेशकों को करना होगा थोड़ा इंतजार?

भारतीय रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी लिमिटेड (IREDA) के शेयर 22 अप्रैल 2025 को शेयर बाजार में लगभग सपाट कारोबार करते हुए नज़र आए। सुबह के सत्र में IREDA का स्टॉक ₹176.00 पर हल्के सकारात्मक संकेत के साथ खुला, जो पिछले बंद ₹175.67 की तुलना में मात्र ₹0.01 या 0.0057% की बढ़त दर्शाता है। 10:17 AM IST तक, शेयर ₹175.68 के आसपास ट्रेड कर रहा था, जो यह दर्शाता है कि निवेशक फिलहाल सतर्कता बरत रहे हैं और किसी बड़े मूवमेंट की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

सुबह के कारोबार में IREDA में स्थिरता, निवेशकों की नजर व्यापक सेक्टर मूवमेंट पर

NSE पर सूचीबद्ध IREDA ने सोमवार की सुबह एक स्थिर प्रदर्शन दिखाया, जो यह संकेत करता है कि निवेशक अभी रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy और इंफ्रास्ट्रक्चर सेगमेंट में व्यापक धारणा को बारीकी से ट्रैक कर रहे हैं। बीते कुछ महीनों में जहां कई सेक्टोरल स्टॉक्स में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया है, वहीं IREDA का स्टॉक सीमित दायरे में बना हुआ है।

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IREDA की इस स्थिरता के पीछे निवेशकों की रणनीतिक सोच दिखाई देती है, जहां वे किसी पॉलिसी ट्रिगर या फंडामेंटल ब्रेकआउट की प्रतीक्षा कर रहे हैं। स्टॉक के ओपनिंग प्राइस ₹176.00, डे हाई ₹176.42 और डे लो ₹173.80 के साथ एक सीमित रेंज में मूव करना इस बात का प्रमाण है।

IREDA के प्रमुख ट्रेडिंग आंकड़े और वर्तमान स्थिति

IREDA का शेयर अभी ₹175.68 पर ट्रेड कर रहा है जो कि इसके 52-वीक लो ₹137.01 के करीब है, जबकि इसका 52-वीक हाई ₹310.00 है। इसका अर्थ है कि स्टॉक ने पिछले वर्ष के मुकाबले अच्छी-खासी गिरावट देखी है और अब यह एक मजबूत सपोर्ट ज़ोन के नजदीक है। कंपनी का P/E रेशियो 27.80 है और इसका मौजूदा मार्केट कैप ₹47,220 करोड़ है, जो इसे भारत के मिड-कैप रिन्यूएबल फाइनेंस प्लेयर के रूप में स्थापित करता है।

डिविडेंड यील्ड की बात करें तो यह वर्तमान में अनुपलब्ध है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कंपनी अभी ग्रोथ पर अधिक फोकस कर रही है बजाय डिविडेंड रिटर्न देने के।

आपके लिए क्या मायने रखता है यह ट्रेंड?

IREDA के शेयरों की यह सीमित हलचल रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में फिलहाल की अस्थिरता को दर्शाती है। निवेशक यह जानना चाह रहे हैं कि आने वाले समय में भारत सरकार की नई नीतियां और MNRE (Ministry of New and Renewable Energy) की योजनाएं क्या दिशा लेंगी। इस समय ट्रेडर्स और लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स दोनों के लिए सतर्कता बरतना जरूरी है।

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यह स्टॉक अल्पकालिक रूप से सीमित रेंज में रह सकता है, लेकिन दीर्घकालिक दृष्टि से यह भारत की क्लीन एनर्जी पहल के तहत एक मजबूत दावेदार बना हुआ है। विशेष रूप से भारत के 2030 तक 500 GW रिन्यूएबल कैपेसिटी टारगेट को ध्यान में रखते हुए, IREDA का रणनीतिक महत्व और बढ़ जाता है।

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किन पर पड़ेगा इसका असर?

रिटेल निवेशकों के लिए यह स्टॉक फिलहाल शॉर्ट टर्म में ज्यादा मुनाफा नहीं दे रहा, लेकिन इसमें गिरावट पर धीरे-धीरे जमा करने की रणनीति को अपनाया जा रहा है। वहीं, इंस्टीट्यूशनल निवेशक IREDA के आगामी Q4 रिजल्ट्स और MNRE की पॉलिसी सपोर्ट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

सेक्टर वॉचर्स के लिए, IREDA की परफॉर्मेंस भारतीय एनर्जी ट्रांजिशन का प्रतीक बन चुकी है। इसलिए इसकी चाल पर बारीकी से नज़र रखना जरूरी है, खासकर तब जब सरकार ग्रीन एनर्जी फाइनेंसिंग पर बड़ा दांव लगा रही हो।

निवेशकों के लिए क्या रणनीति होनी चाहिए?

अगर आप पहले से ही इस स्टॉक में निवेशित हैं, तो ₹172 से ₹180 की रेंज को अच्छे सपोर्ट और रेसिस्टेंस ज़ोन के रूप में मॉनिटर करें। नए निवेशक एक स्पष्ट ब्रेकआउट या फिर और करेक्शन की प्रतीक्षा करें ताकि बेहतर वैल्यू पर एंट्री मिल सके। ट्रेडर्स के लिए इस कम वोलाटिलिटी के माहौल में टाइट स्टॉप लॉसेज़ के साथ ट्रेडिंग करना समझदारी होगी।

आगे क्या है IREDA के लिए दृष्टिकोण?

हालांकि आज के दिन की हलचल सीमित रही, लेकिन IREDA की स्थिति लंबी अवधि के लिए आशाजनक बनी हुई है। भारत में रिन्यूएबल एनर्जी के लक्ष्य, ग्रीन हाइड्रोजन मिशन, सोलर पार्क्स और पॉलिसी स्तर पर समर्थन जैसे कारक इस स्टॉक को भविष्य में एक मल्टीबैगर बना सकते हैं। निवेशकों को आगामी तिमाही परिणाम, ब्याज दरों की दिशा और सरकारी पॉलिसी घोषणाओं पर नज़र रखनी चाहिए ताकि सही समय पर पोजिशन ली जा सके।

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Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

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