
Suzlon Energy Share Target की चर्चा एक बार फिर जोरों पर है, और इसकी सबसे बड़ी वजह है कंपनी के वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही (Q4 FY2025) के चौंकाने वाले नतीजे। सुजलॉन एनर्जी ने इस तिमाही में 350% से अधिक की जबरदस्त छलांग लगाते हुए 1,181 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है, जो पिछले साल की समान तिमाही में मात्र 254 करोड़ रुपये था। इस उल्लेखनीय बढ़त ने बाजार में कंपनी की पकड़ को और मजबूत किया है।
कुल इनकम में जबरदस्त उछाल, पूरे साल का प्रदर्शन भी शानदार
सिर्फ तिमाही ही नहीं, बल्कि पूरे वित्त वर्ष 2025 में भी सुजलॉन ने निवेशकों का भरोसा बनाए रखा। कंपनी की कुल इनकम 2,207.43 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,825.19 करोड़ रुपये हो गई, जो लगभग 73% की ग्रोथ दर्शाता है। वहीं, पूरे वर्ष का नेट प्रॉफिट भी 660 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,072 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। यह आंकड़े सुजलॉन की कारोबारी मजबूती और इसके Renewable Energy सेक्टर में बढ़ते वर्चस्व को दर्शाते हैं।
रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची ऑर्डर बुक, मिला अब तक का सबसे बड़ा पवन ऊर्जा ऑर्डर
Suzlon Energy की ऑर्डर बुक भी कंपनी के भविष्य की मजबूती का संकेत दे रही है। मार्च 2024 में जहां ऑर्डर बुक 2,929 मेगावाट की थी, वहीं मार्च 2025 में यह बढ़कर 5,025 मेगावाट हो गई। इसके बाद मई 2025 में यह आंकड़ा 5,555 मेगावाट पर पहुंच गया। अप्रैल 2025 में सुजलॉन को NTPC Green से 378 मेगावाट का नया ऑर्डर मिला, जिसके साथ ही कंपनी ने NTPC Green से अब तक का सबसे बड़ा 1,544 मेगावाट का ऑर्डर हासिल किया है। यह उपलब्धि भारत के Renewable Energy सेक्टर में Suzlon की मजबूत स्थिति को स्पष्ट रूप से दर्शाती है।
ब्रोकरेज फर्म की BUY रेटिंग, टार्गेट 81 रुपये
Suzlon Energy Share Price को लेकर ब्रोकरेज फर्म JM Financial ने उत्साहजनक रिपोर्ट दी है। ईटी नाउ की रिपोर्ट के अनुसार, फर्म ने सुजलॉन के शानदार नतीजों को देखते हुए स्टॉक पर ‘BUY’ रेटिंग दी है और 81 रुपये का टार्गेट प्राइस तय किया है। शुक्रवार, 30 मई 2025 को NSE पर सुजलॉन का शेयर 9% की तेजी के साथ 71.35 रुपये पर बंद हुआ। यानी इसमें अभी भी लगभग 15% की संभावित बढ़त मौजूद है।
JM Financial का मानना है कि भारत का पवन ऊर्जा सेक्टर अब पहले जैसा सीमित नहीं रह गया है। Hybrid Renewable Projects की बढ़ती मांग और बेहतर इम्प्लिमेंटेशन की विजिबिलिटी ने इस सेक्टर में नई जान फूंकी है। सुजलॉन इस बदलाव का सबसे बड़ा लाभार्थी बनकर उभरा है।
वित्त वर्ष 2026 के लिए 60% ग्रोथ का अनुमान
आगे की रणनीति और उम्मीदों की बात करें तो कंपनी ने FY2026 के लिए और भी मजबूत लक्ष्य तय किए हैं। 4.5 गीगावाट की मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी और 5.5 गीगावाट की ऑर्डर बुक के आधार पर कंपनी को रेवेन्यू, डिलीवरी और EBITDA जैसे प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों में 60% तक की ग्रोथ की उम्मीद है। यह अनुमान दिखाता है कि सुजलॉन की मौजूदा रणनीति और ऑर्डर पाइपलाइन न केवल वर्तमान बल्कि भविष्य के लिए भी आशाजनक है।
निवेश से पहले समझदारी जरूरी
हालांकि, निवेशकों को ध्यान रखना चाहिए कि इक्विटी मार्केट में हमेशा जोखिम रहता है। इसीलिए किसी भी निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। Suzlon Energy के शेयर पर दी गई रेटिंग और टार्गेट प्राइस ईटी नाउ की रिपोर्ट व ब्रोकरेज फर्म JM Financial द्वारा जारी जानकारी पर आधारित है। Times Now Navbharat द्वारा कोई निवेश सलाह नहीं दी जा रही है।