शुरू करें Solar Panels Manufacturing Business, जानें अधिक जानकारी

सोलर पैनल के व्यवसाय को शुरू कर के आप अपने भविष्य को सुरक्षित एवं मजबूत बना सकते हैं।

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शुरू करें Solar Panels Manufacturing Business, जानें अधिक जानकारी
Solar Panels Manufacturing Business

आज के समय में ऊर्जा की जरूरतें निरंतर बढ़ रही है, सौर ऊर्जा का प्रयोग भी तेजी से बढ़ रहा है, सौर ऊर्जा एक नवीकरणीय ऊर्जा है, जिसका उपयोग करने के लिए सोलर पैनल का प्रयोग किया जाता है। सोल पैनल द्वारा सूर्य से प्राप्त होने वाली सौर ऊर्जा से बिजली का उत्पादन किया जाता है, सोलर पैनल के प्रयोग से पर्यावरण के अनुकूल कार्य किया जाता है,ऐसे में प्रदूषण जी इनके प्रयोग से कम किया जा सकता है। सोलर पैनल सौर ऊर्जा का सबसे महत्वपूर्ण घटक है, इसके निर्माण का बिजनेस (Solar Panels Manufacturing Business) शुरू कर के आप अपना भविष्य सुरक्षित बना सकते हैं।

Solar Panels Manufacturing Business

सोलर पैनल की बढ़ती मांग को देखते हुए इसके निर्माण का व्यवसाय किया जा सकता है, ग्लोबल सोलर एनर्जी मार्केट में वर्ष 2022 में इस बिजनेस का दायरा 94.6 विलियन डॉलर था, जिसका वर्ष 2032 में बढ़ने का अनुमान 3.3 बिलियन डॉलर है। भारतीय सौर ऊर्जा बाजार की बात करें तो वर्ष 2022 तक यह बिजनेस 38 बिलियन डॉलर था, जिसका वर्ष 203ओ तक 238 बिलियन डॉलर बढ़ने का अनुमान है, भारत में 2023 से 2032 तक सौर ऊर्जा के बढ़ने का ग्रोथ रेट 40% तक रह सकता है, आने वाले समय में भारत विश्व का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा निर्यातक बन सकता है।

सोलर Product के Business में निवेश राशि

सोलर पैनल के बिजनेस में प्रारंभिक निवेश

सोलर पैनल मैन्युफैक्चरिंग करने के लिए कच्चे माल, मशीनरी, स्थान, लाइसेंस और परमिट की आवश्यकता होती है, यदि आप कम पैमाने पर इस बिजनेस को शुरू करना चाहते हैं तो इसमें निवेश लगभग 50 लाख से 1 करोड़ रुपये तक कर सकते हैं। यदि आप बड़े स्तर पर इस व्यवसाय को करना चाहते हैं तो ऐसे में यह निवेश 5 करोड़ से 10 करोड़ रुपये तक हो सकता है। बिजनेस के प्रारम्भिक निवेश के द्वारा आप बिजनेस से जुड़े सभी कार्य कर सकते हैं, सरकार द्वारा रोजगार से जुड़ी योजनाओं का लाभ उठा कर एवं लोन के द्वारा आप यह निवेश आसानी से कर सकते हैं।

बिजनेस के लिए लाइसेंस और परमिट

किसी भी व्यवसाय को स्थापित करने पर अनेक प्रकार के लाइसेंस एवं परमिट की आवश्यकता होती है, जिससे बिजनेस को करने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती है, और आप सही तरीके से बिजनेस को कर सकते हैं। सोलर पैनल से जुड़े व्यवसाय को करने के लिए व्यवसाय पंजीकरण, फैक्टरी लाइसेंस, जीएसटी पंजीकरण, पर्यावरणीय स्वीकृति, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की स्वीकृति प्राप्त की जानी चाहिए।

यदि आप अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो ऐसे में आपको आयात-निर्यात कोड प्राप्त करना होता है। आपके द्वारा बनाए गए सोलर पैनल की गुणवत्ता के लिए BIS (भारतीय मानक ब्यूरो) के मापदंडों का पालन करना होता है, जिसके बाद ही आपका प्रोडक्ट बाजार में उपलब्ध हो सकता है।

सोलर पैनल विनिर्माण व्यवसाय के लिए आवश्यक स्थान

सोलर पैनल के निर्माण कार्य को करने के लिए आपको स्थान की आवश्यकता भी होती है, जिसमें आप बिजनेस से जुड़ी प्रक्रियाएं कर सकते हैं। सोलर पैनल के छोटे निर्माण व्यवसाय में आपको कच्चे माल को रखने एवं तैयार करने के लिए भंडारण क्षेत्र, ऑफिस, क्वालिटी चेक करने के लिए प्रयोगशालाएं आदि की जरूरत होती है, ऐसे में आपको लगभग 10,000 वर्ग मीटर से 20,000 वर्ग मीटर तक के स्थान की जरूरत पड़ सकती है।

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Solar Panels Manufacturing Business में कच्चा माल

सोलर पैनल के निर्माण के लिए टॉप क्वालिटी के कच्चे माल की आवश्यकता होती है, क्योंकि इसमें अलग-अलग प्रकार के घटकों का प्रयोग किया जाता है। सोलर पैनल का निर्माण करने के लिए सिलिकॉन वेफर्स, कांच, एल्यूमिनियम फ्रेम, वायर एवं बैकशीट को बनाया जाता है। इनके निर्माण के लिए आपको आवश्यक सामग्री को एकत्रित करना होता है।

सोलर पैनल की आधुनिक तकनीक

सोलर पैनल निर्माण में मशीनरी

सोलर पैनल के निर्माण कार्य में कई प्रकार की मशीनों का प्रयोग भी किया जाता है, इसके लिए मैन्युफैक्चरिंग में टॉप क्वालिटी की मशीनों का प्रयोग किया जाता है, सोलर पैनल को बनाने में सोलर स्टिंगर मशीन, सोलर सेल टेस्ट, कटिंग मशीन, टेबल और लेमिनेटर जैसी मशीनों का प्रयोग किया जाता है।

सोलर पैनल की निर्माण प्रक्रिया

पैनल को बनाने की प्रक्रिया सिलिकॉन इनगोट्स के उत्पादन से शुरू होती है, सोलर पैनल की निर्माण प्रक्रिया इस प्रकार रहती है:-

  • उच्च शुद्धता वाला सिलिकॉन को पिघलाया जाता है, एवं उनके ठोस ब्लॉक बनाए जाते हैं।
  • सिलिकॉन के ठोस ब्लॉक को पतले वेफर्स में काटा जाता है, एवं वेफर्स के सरफेस को एकसमान बनाने के लिए उन पर पॉलिश की जाती है।
  • सिलिकॉन वेफर्स में इलेक्ट्रिक इफेक्ट संशोधित करने के लिए डोपेंट किया जाता है।
  • सोलर पैनल को बनाने के लिए अंत में सोलर सेल को कनेक्ट कर उन्हें सुरक्षित लेयरों के बीच रखा जाता है।

Solar Panels Manufacturing Business की ब्रांडिंग

जब आपका प्रोडक्ट पूरी तरह से तैयार हो जाता है, एवं आप अपने सोलर पैनल को बेचना शुरू करते हैं तो उस से पहले आपको उसकी ब्रांडिंग कर लेनी चाहिए, जिसके लिए आप निम्न बिंदुओं को कर सकते हैं:-

  • Solar Panels Manufacturing से जुड़ी आप अपनी एक आधिकारिक वेबसाइट बना सकते हैं, जिसमें आपके प्रोडक्ट की पूरी जानकारी दी जाती है।
  • ऑनलाइन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आप अपने सोलर पैनल का प्रमोशन कर सकते हैं, इसके लिए आप स्वयं या किसी चर्चित व्यक्ति से प्रोडक्ट के बारे में ग्राहकों को बता सकते हैं।
  • अपने व्यवसाय को विकसित करने के लिए आप उद्योग से जुड़े कार्यक्रमों, व्यापार मेलों एवं सेमिनारों में भाग ले सकते हैं।

सौर ऊर्जा को भविष्य की ऊर्जा कहा जाता है, सोलर पैनल निर्माण कार्य को शुरू कर के आप बढ़िया आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं, आज के समय में सरकार द्वारा अनेक प्रकार की स्वरोजगार योजनाएं चलाई जा रही है, जिनके द्वारा आप आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकते हैं। सोलर पैनल के बिजनेस से आप सिर्फ अपना ही फायदा नहीं करते हैं, बल्कि देश की नवीकरणीय ऊर्जा की क्षमता को बढ़ाने में भी सहयोग करते हैं।

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Solar News

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