सौर ऊर्जा को भविष्य की ऊर्जा भी कहते हैं, क्योंकि इस ऊर्जा के प्रयोग से ही बिजली का उत्पादन पर्यावरण के अनुकूल ही किया जा सकता है। सोलर एनर्जी से बिजली जनरेट करने के लिए Solar Panel को स्थापित किया जाता है। इन पैनल के द्वारा घर में सोलर सिस्टम स्थापित किया जाता है, जिसमें सोलर पैनल, सोलर इंवर्टर एवं बैटरी मुख्य उपकरण होते हैं। बिजली की सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए सही क्षमता के पैनल को लगाना जरूरी होता है।
सोलर पैनल बिजली कैसे बनाते हैं?
सोलर पैनल द्वारा बिजली उत्पादन की प्रक्रिया फोटोवोल्टिक इफेक्ट के माध्यम होती है, पैनल के अंदर सोलर सेल लगे होते हैं, जिन्हें फोटोवोल्टिक सेल (PV Cell) भी कहा जाता है। जब सोलर सेल पर धूप पड़ती है, तो ऐसे में उनके द्वारा उनके द्वारा इलेक्ट्रॉन को मुक्त करने प्रवाहित किया जाता है। इस प्रकार मुक्त इलेक्ट्रॉन के प्रवाह से ही बिजली बनती है। पैनल असमान रूप से बिजली का उत्पादन करते हैं, और DC करंट के रूप में बिजली बनाते हैं।
घर में कितने सोलर पैनल लगाएं?
निम्न बिंदुओं के आधार पर आप अपने घर में सही क्षमता के सोलर पैनल लगा सकते हैं:-
- बिजली की खपत: सोलर पैनल लगाने से पहले बिजली की खपत की जानकारी होनी चाहिए, बिजली की खपत की जानकारी बिजली बिल से महीने के आधार पर एवं हर दिन के आधार पर लोड की जानकारी को बिजली के मीटर से प्राप्त कर सकते हैं। यदि आपके घर में हर दिन बिजली का लोड 15 यूनिट तक रहता है तो ऐसे में 3kW क्षमता के सोलर पैनल को लगा सकते हैं।
- सोलर पैनल के प्रकार: पैनल खरीदने से पहले आपको उनके प्रकार की सही जानकारी होनी चाहिए, पैनल निम्न प्रकार के होते हैं:-
- पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल: इस प्रकार के पैनल कम कीमत में खरीदे जा सकते हैं, ऐसे पैनल की दक्षता कम रहती है। इस पैनल पर 25 साल की कार्य प्रदर्शन वारंटी कंपनी देती है।
- मोनोक्रिस्टलाइन पैनल: ऐसे पैनल खराब मौसम में भी बिजली का उत्पादन कर सकते हैं, और अपनी क्षमता के अनुसार बिजली बना सकते हैं। इन पर टॉप ब्रांड द्वारा 27 साल की कार्य प्रदर्शन वारंटी दी जाती है।
- बाइफेशियल पैनल: इस प्रकार के पैनल दोनों ओर से बिजली का उत्पादन करते हैं। इनके प्रयोग से कम स्थान में भी सोलर सिस्टम को लगाया जा सकता है। विश्वसनीय ब्रांड इन पर 30 साल की वारंटी प्रदान करते हैं।
- स्थापना का स्थान: पैनल को स्थापित करने वाले स्थान के अनुसार भी पैनल लगाए जाते हैं, इसके लिए पर्याप्त स्थान की जरूरत होती है।
भारत सोलर एनर्जी का एक बड़ा बाजार है, यहाँ अनेकों ब्रांड के सोलर पैनल उपलब्ध रहते हैं, इनमें से अपनी टॉप ब्रांड के पैनलों का प्रयोग ही अपने सोलर सिस्टम में करना चाहिए, क्योंकि इस प्रकार के पैनल कुशलतापूर्वक कार्य करते हैं। एवं लंबे समय तक फ्री बिजली का लाभ प्रदान कर सकते हैं।