बढ़ती गर्मी और बिजली के बढ़ते दामों के चलते सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ रहा है। सोलर पैनलों का उपयोग कर अपने घर पर एसी चलाना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है। एसी जैसे उपकरणों का प्रयोग कर के आप गर्मियों के मौसम में राहत प्राप्त कर सकते हैं, यदि आप 1.5 टन AC का प्रयोग करते हैं, तो इसके लिए कितनी कैपेसिटी के सोलर सिस्टम की आवश्यकता होगी, यहाँ जानें।
1.5 टन AC चलाने के लिए कितने सोलर पैनल की जरूरत होती है?
1.5 टन के AC को चलाने के लिए लगभग 1.5 किलोवाट बिजली की जरूरत होती है। इस बिजली को पूरा करने के लिए आप लगभग 2.50 किलोवाट के सोलर पैनलों के माध्यम से सोलर सिस्टम को स्थापित कर सकते हैं। ऐसे सोलर सिस्टम के द्वारा आप बिजली की अन्य जरूरतों को भी पूरा कर सकते हैं।
सोलर पैनल की संख्या देखें
- स्टैण्डर्ड सोलर पैनल: यदि आप स्टैण्डर्ड सोलर पैनल का प्रयोग कर के सिस्टम स्थापित करना चाहते हैं तो यदि स्टैण्डर्ड सोलर पैनल 250 वॉट का है, तो 2.50 किलोवाट की आवश्यकता को पूरा करने के लिए 10 सोलर पैनल लगाए जाएंगे।
- टाटा के 535 वॉट के सोलर पैनल: यदि आप TATA Power Solar के सोलर पैनल का प्रयोग कर सिस्टम स्थापित करना चाहते हैं तो टाटा के 535 वॉट के सोलर पैनल का प्रयोग कर सकते हैं, जिसमें केवल 5 पैनल ही पर्याप्त होते हैं।
2.5 kW सोलर सिस्टम की कीमत
2.5 किलोवाट का सोलर पैनल सिस्टम जिसके द्वारा 1.5 टन के एसी को चलाया जा सकता है, इस सोलर सिस्टम की अनुमानित कीमत लगभग 1.25 लाख रुपये तक हो सकती है। यदि आप पीएम सूर्य घर मुफ़्त बिजली योजना के माध्यम से इस क्षमता का ऑनग्रिड सोलर सिस्टम लगाते हैं तो इस पर आपको 60 हजार रुपये की सब्सिडी भी प्रदान की जाती है, जिससे आप 2.5 किलोवाट क्षमता के सोलर सिस्टम को लगभग 65,000 रुपये में लगा सकते है, सोलर सब्सिडी के माध्यम से सोलर सिस्टम को कम कीमत में लगाया जा सकता है।
सोलर पैनल के लाभ
सोलर सिस्टम लगाने से नीचे दिए गए लाभ होते हैं:-
- बिजली बिल में कमी: सोलर पैनल से उत्पन्न बिजली का उपयोग कर के आप अपने बिजली बिल में भारी कमी कर सकते हैं। सोलर सिस्टम द्वारा सौर ऊर्जा के माध्यम से बिजली बनाई जाती है, जो प्रचुर मात्रा में प्राप्त होती है।
- पर्यावरण के लिए फायदेमंद: सौर ऊर्जा एक साफ एवं हरित ऊर्जा स्रोत है, जिससे कार्बन उत्सर्जन कम होता है। सौर ऊर्जा के प्रयोग से जीवाश्म ईंधन के प्रयोग को कम किया जा सकता है, ऐसे में पर्यावरण स्वच्छ एवं सुरक्षित रखा जा सकता है।
- लंबी अवधि की बचत: सोलर सिस्टम पर किए जाने वाले निवेश को बुद्धिमानी का निवेश भी कहा जाता है, क्योंकि एक बार सही से सोलर सिस्टम स्थापित करने के बाद आप लंबे समय तक इसके द्वारा बिजली का निर्माण कर सकते हैं, एवं प्रयोग कर सकते हैं। इस से बिजली के बिल को कम करने में सहायता प्राप्त होती है।
एसी को सोलर पैनल से बनने वाली बिजली के माध्यम से चलाने के बाद ग्रिड बिजली के बिल को कम प्राप्त किया जा सकता है। गर्मियों एवं बिजली के बिल से राहत प्राप्त करने के लिए ही एसी को सोलर पैनल से चलाया जा सकता है।