सोलर पैनल कैसे काम करता है? कितनी बिजली बचाएगा? यहाँ जानें

सोलर पैनल सौर ऊर्जा से बिजली बनाते हैं, इनका प्रयोग करने से बिजली बिल को कम किया जा सकता है। साथ ही अनेकों लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं।

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सोलर पैनल कैसे काम करता है? कितनी बिजली बचाएगा? यहाँ जानें

सोलर पैनल फोटोवोल्टिक प्रभाव की प्रक्रिया के माध्यम से सूरज की रोशनी को बिजली में कन्वर्ट करता है। इसमें फोटोवोल्टिक (PV) सेल होते हैं, जो सिलिकॉन जैसे सेमीकंडक्टर पदार्थ से बने होते हैं। जब सूर्य की किरणें इन PV सेल पर पड़ती हैं, तो फोटॉन सेमीकंडक्टर मटेरियल द्वारा शोख लिए जाते हैं। इन फोटॉन की एनर्जी से इलेक्ट्रॉन उत्तेजित हो कर अपने परमाणु से फ्री हो जाते हैं। यह फ्री इलेक्ट्रॉन्स एक इलेक्ट्रिकल करंट बनाते हैं, जो फ्री हो कर बहने लगते हैं, जिसे हम बिजली कहते हैं। इस बिजली से सभी प्रकार के विद्युत उपकरण चलाए जा सकते हैं। सोलर पैनल कैसे काम करता है? यहाँ जानें।

सोलर पैनल कैसे काम करता है?

सोलर पैनल के काम करने की प्रोसेस आसान स्टेप में इस प्रकार समझी जा सकती है:-

  1. सनलाइट अब्सॉर्प्शन: सोलर पैनल के PV सेल पर सूर्य का प्रकाश पड़ता है, तो सेल द्वारा उस प्रकाश को अवशोषित किया जाता है। इसमें प्रकाश में मौजूद फ़ोटॉन को अवशोषित करते हैं, क्योंकि उन्हीं में सूर्य की ऊर्जा होती है।
  2. फोटॉन एनर्जी ट्रांसफर: सूर्य से मिलने वाले फ़ोटॉन जब सेल में पड़ते हैं, तो उनके द्वारा अपनी ऊर्जा को सेल के इलेक्ट्रान में ट्रांसफर किया जाता है, जिससे इलेक्ट्रॉन में हलचल शुरू हो जाती है।
  3. इलेक्ट्रॉन मूवमेंट: जब ऊर्जा से इलेक्ट्रॉन में हलचल पैदा होती है, तो ऐसे में इलेक्ट्रॉन फ्री हो जाते हैं, एवं प्रवाहित होने लगते हैं, फ्री इलेक्ट्रॉन के प्रवाह से ही करंट पैदा होती है। जो पैनल से DC के रूप में बहती है।
  4. बिजली को नियंत्रित करें– सोलर पैनल से असमान रूप से बिजली का निर्माण किया जाता है, यदि इसका प्रयोग उपकरणों को चलाने में डायरेक्ट करें तो उपकरण खराब हो सकता है, इसके लिए सोलर चार्ज कंट्रोलर का प्रयोग सोलर सिस्टम में किया जाता है।
  5. DC से AC कन्वर्जन: जैसाकि सोलर पैनल DC के रूप में बिजली का निर्माण करता है, घरों में चलाए जाने वाले ज्यादातर उपकरण AC के द्वारा चलते हैं, ऐसे में DC को AC में बदलने के लिए सोलर इंवर्टर का प्रयोग किया जाता है।
  6. बिजली स्टोर– सोलर पैनल से बनने वाली दिष्ट धारा को जमा कर सकते हैं, इसके लिए बैटरी को सिस्टम के साथ जोड़ा जाता है, जिसमें जमा बिजली का प्रयोग जरूरत पड़ने पर कर सकते हैं।

सोलर पैनल का उपयोग

सोलर पैनल से जनरेट की गई बिजली का उपयोग कई तरीकों से किया जा सकता है, इनमें से कुछ मुख्य उपयोग यहाँ हैं:-

  • घर की बिजली: लाइट, पंखे, फ्रिज, टीवी आदि चलाने के लिए सोलर पैनल से बनने वाली बिजली का प्रयोग किया जा सकता है।
  • सोलर वॉटर हीटर: पानी गर्म करने के लिए इस बिजली का उपयोग किया जा सकता है।
  • सोलर कुकर: खाना पकाने के लिए प्रयोग होने वाले सोलर कुकर को सोलर पैनल से चला सकते हैं।
  • सोलर लाइट्स: घर और गार्डन में रोशनी के लिए लगाई जाने वाली सोलर लाइट सोलर पैनल से ही बिजली प्राप्त करती है।
  • सोलर चार्जर्स: मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस चार्ज करने के लिए पैनल की बिजली का उपयोग कर सकते हैं।
  • आज के समय में लगभग सभी प्रकार के क्षेत्रों में सोलर पैनल का प्रयोग किया जाता है, जैसे आवासीय, व्यवसायिक एवं औद्योगिक, कृषि, विज्ञान एवं शोध आदि क्षेत्रों में सोलर पैनल उपयोग में लाए जाते हैं।

एक महीने में कितनी बिजली बचाएगा?

सोलर पैनल से बिजली जनरेट करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह आपके बिजली के बिल को कम कर देता है। यह निर्भर करता है, आपके सोलर सिस्टम की क्षमता पर, आइए जानते हैं कि 1kW सोलर सिस्टम एक महीने में कितनी बचत कर सकता है:-

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1 KW सोलर पैनल को लगाने में होगा इतना खर्चा, मिलेगी इतनी सब्सिडी

  • 1kW सोलर पैनल औसतन प्रति दिन 4-5 यूनिट बिजली उत्पन्न करता है। भारत में 1 यूनिट बिजली की औसत कीमत लगभग 6 रुपये है। इस हिसाब से:
    • दैनिक बचत: 5 यूनिट x 6 = 30 रुपये
    • मासिक बचत: 30 x 30 दिन = 900 रुपये

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सोलर पैनल के अतिरिक्त फायदे

  • सरकारी सब्सिडी: भारत सरकार सोलर सिस्टम लगाने के लिए सरकार द्वारा लगातार सोलर सब्सिडी योजनाएं चलाई जा रही है, जिसमें लाभार्थी सोलर सिस्टम को लगाने पर सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। हाल में ही सूर्य घर मुफ़्त बिजली योजना शुरू की गई है। योजना में 10 KW तक के सोलर सिस्टम को लगे पर सब्सिडी दी जाती है।
  • लॉन्ग-टर्म बचत: एक बार सोलर पैनल इंस्टॉल करने के बाद, यह 25-30 साल तक बिजली प्रदान कर सकता है, जिससे आपके बिजली के बिल में भारी बचत होती है। सोलर पैनल पर इसके लिए वारंटी भी दी जाती है।
  • पर्यावरण के लिए लाभदायक: सोलर एनर्जी का उपयोग करने से कार्बन उत्सर्जन में कमी आती है और यह पर्यावरण के लिए अच्छा है।

सोलर पैनल पर किए गए निवेश को बुद्धिमानी का निवेश कहा जाता है, जो न केवल आपके बिजली के बिल को कम करता है, बल्कि पर्यावरण की भी सुरक्षा करता है। EMI प्लान और सरकारी सब्सिडी का लाभ उठाकर आप इसे और भी किफायती बना सकते हैं। अपने घर की बिजली की जरूरतों को पूरा करने के लिए सोलर एनर्जी को अपनाएं और एक हरित भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाएं।

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