
महाराष्ट्र में सोलर पैनल स्थापित कर घर का बिजली बिल ना के बराबर या पूरी तरह शून्य किया जा सकता है। इस पहल को और अधिक सुलभ और किफायती बनाने के लिए केंद्र सरकार ने एक बड़ी योजना की शुरुआत की है जिसका नाम है प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना। इस योजना का उद्देश्य अधिक से अधिक घरों में रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy को प्रोत्साहित करना है, ताकि देश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को बल मिल सके।
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत अब आम नागरिक भी सस्ती दरों पर सोलर सिस्टम लगवा सकते हैं और साथ ही ₹78,000 तक की सब्सिडी का लाभ भी उठा सकते हैं। खास बात ये है कि इस योजना का लाभ लेने के लिए कोई जटिल प्रक्रिया नहीं है।
कितनी मिलेगी सब्सिडी, जानिए पूरी डिटेल
सरकार की ओर से दी जा रही सब्सिडी स्लैब आधारित है, यानी आप जितने किलोवाट का सिस्टम लगवाते हैं, उसी हिसाब से सब्सिडी तय होती है।
1 किलोवाट (kW) के सिस्टम पर ₹30,000 की सब्सिडी मिलती है। अगर आप 2 किलोवाट (kW) का सिस्टम लगवाते हैं तो आपको ₹60,000 की सब्सिडी मिलेगी। वहीं 3 किलोवाट (kW) या उससे अधिक की क्षमता पर ₹78,000 तक की अधिकतम सब्सिडी का प्रावधान किया गया है।
उदाहरण के लिए, अगर आप 1 किलोवाट का सोलर सिस्टम लगवाना चाहते हैं जिसकी अनुमानित लागत ₹50,000 है, तो आपको सरकार से ₹30,000 की सब्सिडी मिल जाएगी। इसका मतलब ये हुआ कि आपको केवल ₹20,000 खर्च करने होंगे। इस तरह यह योजना मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए एक शानदार मौका साबित हो रही है।
किनसे संपर्क करें और कैसे लगवाएं सोलर सिस्टम
सरकार द्वारा यह सुनिश्चित किया गया है कि केवल मान्यता प्राप्त विक्रेताओं और कंपनियों के माध्यम से ही सोलर सिस्टम की स्थापना की जाए। इससे ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता की सेवा और उपकरण मिल सकें और वे बिना किसी परेशानी के सब्सिडी का पूरा लाभ उठा सकें।
जो भी व्यक्ति इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, उन्हें सरकार द्वारा पंजीकृत सोलर कंपनियों या अधिकृत विक्रेताओं से संपर्क करना चाहिए। ये कंपनियाँ न केवल सोलर पैनल की स्थापना करती हैं, बल्कि सब्सिडी के लिए आवश्यक कागजी कार्रवाई और प्रक्रिया में भी सहायता प्रदान करती हैं।
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आवेदन प्रक्रिया: ऑनलाइन पंजीकरण से लेकर सब्सिडी तक सबकुछ सरल
इस योजना की सबसे बड़ी खासियत है कि इसमें आवेदन प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन और पारदर्शी बना दिया गया है। इसके लिए सरकार ने एक राष्ट्रीय रूफटॉप सोलर पोर्टल (National Rooftop Solar Portal) लॉन्च किया है।
इस पोर्टल के माध्यम से कोई भी व्यक्ति खुद को रजिस्टर कर सकता है, आवेदन जमा कर सकता है और साथ ही अपने आवेदन की स्थिति को ट्रैक भी कर सकता है। पोर्टल की मदद से अब सब्सिडी सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाती है, जिससे बिचौलियों की भूमिका खत्म हो गई है।
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पर्यावरण को मिलेगी राहत, और आपकी जेब को भी
Renewable Energy का उपयोग ना सिर्फ आपकी जेब पर पड़ने वाले बिजली खर्च को कम करता है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी बेहद फायदेमंद है। सोलर पैनल से उत्पन्न ऊर्जा प्रदूषण मुक्त होती है और इससे कार्बन उत्सर्जन में भी भारी कमी आती है।
इस तरह आप न केवल आर्थिक रूप से लाभान्वित होते हैं बल्कि एक जागरूक नागरिक के रूप में पर्यावरण संरक्षण में भी अपना अहम योगदान दे सकते हैं।
भविष्य की ऊर्जा सुरक्षा में सोलर पैनल की भूमिका
भारत जैसे देश में जहां सूरज की रोशनी भरपूर है, वहां सोलर एनर्जी भविष्य की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने का एक मजबूत विकल्प बनती जा रही है। सरकार की यह योजना ना केवल लोगों को आर्थिक रूप से राहत देने का माध्यम है बल्कि देश को ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में भी आगे ले जाती है।
सरकार की कोशिश है कि 2025 तक लाखों घरों में रूफटॉप सोलर सिस्टम लगे हों, जिससे परंपरागत बिजली पर निर्भरता कम हो और देश ग्रीन एनर्जी की ओर बढ़ सके।