
NTPC Solar Tender Alert को लेकर निवेशकों में हलचल तेज हो गई है, क्योंकि झारखंड के चतरा जिले स्थित नॉर्थ करनपुरा थर्मल पावर स्टेशन में NTPC ने एक बड़ी Renewable Energy परियोजना के लिए टेंडर जारी किया है। यह प्रोजेक्ट दो भागों में बंटा है—एक 56 मेगावाट की फ्लोटिंग सोलर परियोजना और दूसरा 60 मेगावाट / 240 मेगावाट-ऑवर का बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (Battery Energy Storage System – BESS)।
नॉर्थ करनपुरा प्रोजेक्ट
नॉर्थ करनपुरा थर्मल पावर स्टेशन में प्रस्तावित यह परियोजना केवल एक Infrastructure विकास की पहल नहीं, बल्कि देश की Renewable Energy रणनीति में एक निर्णायक मोड़ है। NTPC ने इस टेंडर को EPC मोड पर जारी किया है, यानी Engineering, Procurement और Construction की पूरी जिम्मेदारी निविदाकारों की होगी।
इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत 56 मेगावाट की फ्लोटिंग सोलर पीवी यूनिट प्रस्तावित है, जो पावर स्टेशन के जलाशय क्षेत्र में स्थापित की जाएगी। इसके अलावा, 60 मेगावाट की बैटरी क्षमता और 240 मेगावाट-ऑवर की ऊर्जा भंडारण प्रणाली स्थापित की जाएगी जो ग्रिड स्टेबिलिटी को और मजबूत करेगी।
टेंडर प्रक्रिया और डेडलाइंस
इस NTPC Tender की प्रक्रिया सिंगल स्टेज और दो-लिफाफा प्रणाली के तहत आयोजित की जाएगी, जिसमें Techno-Commercial और Price Bids अलग-अलग जमा की जाएंगी। इच्छुक कंपनियां 20 मई 2025 से टेंडर दस्तावेज़ डाउनलोड कर सकती हैं। अंतिम तिथि 24 जून 2025 है—इस दिन दोनों बिड्स ओपन की जाएंगी।
इसमें शामिल कार्यों में डिज़ाइन, इंजीनियरिंग, सामग्री आपूर्ति, साइट निर्माण, टेस्टिंग, कमीशनिंग और ग्रिड से एकीकरण तक की सारी जिम्मेदारी शामिल है।
फ्लोटिंग सोलर और BESS की ताकत
भारत में Renewable Energy को स्थिरता और भंडारण के साथ एकीकृत करने के प्रयास तेजी से बढ़ रहे हैं। फ्लोटिंग सोलर यूनिट्स पारंपरिक भूमि-आधारित सोलर प्लांट्स की तुलना में जलवायु प्रभाव को कम करती हैं और जलाशयों के वाष्पीकरण को भी नियंत्रित करती हैं।
वहीं Battery Energy Storage Systems (BESS) बिजली की आपूर्ति को लगातार बनाए रखने के लिए उपयोगी हैं। नॉर्थ करनपुरा में प्रस्तावित BESS 15 वर्षों तक दैनिक एकल चक्र संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे यह देश की Grid Stability में अहम भूमिका निभाएगा।
निवेशकों और EPC कंपनियों के लिए सुनहरा अवसर
यह टेंडर NTPC Renewable Energy डिवीजन की ओर से उन कंपनियों के लिए सुनहरा मौका है जो सोलर और ऊर्जा भंडारण के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखते हैं। EPC कंपनियां जो उन्नत इंजीनियरिंग और समयबद्ध प्रोजेक्ट डिलीवरी में निपुण हैं, उनके लिए यह प्रोजेक्ट भारत के सबसे प्रमुख रिन्यूएबल इनिशिएटिव्स में से एक बन सकता है।
इसके अतिरिक्त, NTPC की विश्वसनीयता, भुगतान की पारदर्शिता और गुणवत्ता मानकों की वजह से निवेशकों को इसमें दीर्घकालिक लाभ की उम्मीद की जा सकती है।
यह भी देखें: NLC India Stock Alert: RVUNL के साथ डील के बाद 3% उछला NLC India का शेयर – ग्रीन एनर्जी में मिल रही बड़ी बढ़त!