NTPC Mega Solar Move: झारखंड में 56 MW फ्लोटिंग सोलर और 240 MWh बैटरी स्टोरेज का तगड़ा टेंडर जारी!

NTPC ने झारखंड के नॉर्थ करनपुरा थर्मल पावर स्टेशन पर 56 MW फ्लोटिंग सोलर और 60 MW/240 MWh बैटरी एनर्जी स्टोरेज के लिए टेंडर जारी किया है। यह परियोजना भारत की Renewable Energy नीति के अनुरूप है और 24 जून 2025 तक बिड जमा की जा सकती है। EPC कंपनियों और निवेशकों के लिए यह सुनहरा अवसर है।

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Written by Rohit Kumar

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NTPC Mega Solar Move के तहत भारत की अग्रणी ऊर्जा कंपनी एनटीपीसी-NTPC ने झारखंड के चतरा जिले में स्थित नॉर्थ करनपुरा थर्मल पावर स्टेशन पर एक महत्वाकांक्षी Renewable Energy परियोजना के लिए बड़ा कदम उठाया है। इस परियोजना के लिए कंपनी ने 56 मेगावाट फ्लोटिंग सोलर प्लांट और 60 मेगावाट / 240 मेगावाट-ऑवर बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (Battery Energy Storage System – BESS) की स्थापना हेतु EPC मोड पर टेंडर जारी किया है।

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परियोजना का दायरा और तकनीकी विवरण

इस परियोजना के अंतर्गत एक फ्लोटिंग सोलर पीवी यूनिट प्रस्तावित है जो थर्मल पावर स्टेशन के जलाशय क्षेत्र में स्थापित की जाएगी। इसकी कुल क्षमता 56 मेगावाट होगी। इसके साथ ही 60 मेगावाट की बैटरी शक्ति के साथ 240 मेगावाट-ऑवर की स्टोरेज सुविधा विकसित की जाएगी। यह ऊर्जा भंडारण प्रणाली ग्रिड स्टेबिलिटी में सहायक होगी और आपूर्ति में निरंतरता बनाए रखने में मदद करेगी।

यह परियोजना सिंगल-स्टेज, दो-लिफाफा टेंडर प्रणाली के तहत विकसित की जाएगी, जिसमें टेक्नो-कमर्शियल और फाइनेंशियल बिड अलग-अलग जमा की जाएंगी। इच्छुक कंपनियों के लिए यह सुनहरा अवसर है, क्योंकि टेंडर दस्तावेज़ 20 मई 2025 से डाउनलोड किए जा सकेंगे और अंतिम तिथि 24 जून 2025 निर्धारित की गई है।

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फ्लोटिंग सोलर और बैटरी एनर्जी स्टोरेज

फ्लोटिंग सोलर प्लांट्स जलाशयों की सतह पर स्थापित होते हैं, जिससे भूमि के उपयोग की आवश्यकता नहीं होती और वाष्पीकरण में भी कमी आती है। यह तकनीक खासकर उन क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है जहां भूमि सीमित या महंगी होती है। साथ ही यह जलाशयों के तापमान को नियंत्रित रखती है जिससे सिस्टम की दक्षता में भी सुधार होता है।

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Battery Energy Storage System इस प्रोजेक्ट की प्रमुख विशेषता है। यह सिस्टम 15 वर्षों तक दैनिक एकल चक्र संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है और फ्लोटिंग सोलर से प्राप्त ऊर्जा को स्टोर कर रात या आवश्यकता के समय वितरण में मदद करेगा। इससे बिजली वितरण में निरंतरता बनी रहती है और ग्रिड की स्थिरता भी बरकरार रहती है।

EPC कंपनियों और निवेशकों के लिए अवसर

इस टेंडर से EPC कंपनियों को एक बार फिर से Renewable Energy से जुड़े बड़े प्रोजेक्ट में भाग लेने का अवसर मिला है। इस प्रोजेक्ट की कुल प्रकृति और तकनीकी जटिलता को देखते हुए केवल वही कंपनियां सफल हो सकेंगी जिनके पास उच्च तकनीकी विशेषज्ञता, विश्वसनीय कार्यान्वयन क्षमता और समयबद्ध निष्पादन का अनुभव है।

निवेशकों के लिए भी यह परियोजना अत्यंत आकर्षक हो सकती है क्योंकि NTPC की विश्वसनीयता, नियामकीय स्थिरता और सरकारी संरक्षण इसे एक सुरक्षित और दीर्घकालिक लाभकारी निवेश विकल्प बनाते हैं।

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Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

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