
NTPC vs NHPC: Q4FY25 के नतीजों के बाद, दो प्रमुख सरकारी पावर कंपनियों NTPC और NHPC ने शेयर बाजार में निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है। देश की सबसे बड़ी थर्मल पावर उत्पादक कंपनी NTPC और सबसे बड़ी हाइड्रो पावर कंपनी NHPC, दोनों ने वित्त वर्ष 2024-25 की अंतिम तिमाही में मजबूत प्रदर्शन किया है। इन दोनों कंपनियों के परिणामों और विश्लेषकों की राय के आधार पर निवेशकों के सामने यह सवाल खड़ा हुआ है कि इन दोनों में से किस स्टॉक को पोर्टफोलियो में जगह दी जाए।
NTPC: थर्मल और Renewable Energy में मजबूत पकड़
NTPC ने Q4FY25 में 22% की शानदार वृद्धि के साथ ₹7,897 करोड़ का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया है, जो कि पिछले साल की इसी तिमाही में ₹6,210 करोड़ था। कंपनी की कुल आय ₹51,085 करोड़ रही, जबकि Q4FY24 में यह ₹48,816 करोड़ थी। यह वृद्धि मुख्य रूप से बिजली उत्पादन में वृद्धि और लगातार क्षमता विस्तार के चलते हुई है।
NTPC की ग्रॉस पावर जेनरेशन FY25 में 3.07% बढ़कर 372.825 बिलियन यूनिट्स रही, जबकि FY24 में यह आंकड़ा 361.703 बिलियन यूनिट्स था। कंपनी का टोटल इंस्टॉल्ड कैपेसिटी FY25 में 3,972 मेगावाट बढ़कर 79,930 मेगावाट पहुंच चुका है, जिसमें से 3,312 मेगावाट रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) से है। इसमें अनाया (Anaya) का इनऑर्गेनिक अधिग्रहण भी शामिल है।
NTPC ने FY25 में 2.8 गीगावाट नई थर्मल कैपेसिटी जोड़ने की योजना बनाई थी, लेकिन फिलहाल केवल 660 मेगावाट ही जोड़ पाई, बाकी 2.1 गीगावाट FY26 में कमीशन होने की उम्मीद है। कंपनी का लक्ष्य 2032 तक 60 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता स्थापित करने का है।
ब्रोकरेज हाउस की राय: NTPC पर सकारात्मक रुख
NTPC के प्रदर्शन को देखते हुए, ICICI Securities ने स्टॉक पर अपनी ‘Buy’ रेटिंग को बरकरार रखते हुए टारगेट प्राइस ₹430 से बढ़ाकर ₹442 कर दिया है। वहीं Axis Securities ने भी ‘Buy’ की सिफारिश के साथ ₹400 का लक्ष्य रखा है। दूसरी ओर, Motilal Oswal ने इसे ‘Neutral’ रेटिंग दी है और टारगेट ₹383 रखा है।
हालांकि Kotak Institutional Equities ने स्टॉक पर ‘Sell’ रेटिंग बरकरार रखी है और टारगेट प्राइस ₹305 से बढ़ाकर ₹320 किया है। फिलहाल NTPC का मार्केट प्राइस ₹344 है, जो कोटक के अनुमान से थोड़ा अधिक है।
NHPC: हाइड्रो पावर में लीडर, लेकिन वैल्यूएशन बना चिंता
NHPC ने Q4FY25 में ₹919.63 करोड़ का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया, जो कि साल-दर-साल आधार पर 52% की वृद्धि है। कंपनी की कुल राजस्व ₹2,672 करोड़ रहा, जो कि पिछले साल की इसी तिमाही में ₹2,320.18 करोड़ था। इस मुनाफे की मुख्य वजह हिमाचल प्रदेश और सिक्किम से जुड़े वाटर चार्जेस की रिवर्सल रही, जिसने आधार तिमाही के आंकड़ों को प्रभावित किया।
NHPC ने अप्रैल में 800 मेगावाट का Parbati-II हाइड्रो प्रोजेक्ट और 107.14 मेगावाट का Karnisar सोलर पावर प्लांट (कुल क्षमता 300 मेगावाट) चालू किया। कंपनी ने जानकारी दी है कि 2,000 मेगावाट की Subansiri Lower Hydroelectric Project के तीन यूनिट (250 मेगावाट प्रत्येक) जून 2025 से चालू होने की संभावना है, जबकि बाकी पांच यूनिट मई 2026 तक चरणबद्ध रूप से चालू होंगी।
ब्रोकरेज की राय: NHPC में प्रॉफिट तो बढ़ा, लेकिन स्टॉक की वैल्यू ऊंची
ICICI Securities ने NHPC पर अपनी रेटिंग ‘Hold’ से घटाकर ‘Sell’ कर दी है, जबकि टारगेट प्राइस को ₹76 से घटाकर ₹72 कर दिया है। हालांकि ब्रोकरेज ने कंपनी के दीर्घकालिक विकास संभावनाओं को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया है, लेकिन हालिया स्टॉक रैली के बाद वैल्यूएशन पर चिंता जताई है।
ब्रोकरेज का अनुमान है कि NHPC FY27 तक करीब 1.5 गीगावाट की Renewable Energy क्षमता जोड़ सकती है, जो आने वाले वर्षों में कंपनी की कमाई को गति देगी।
निवेशकों के लिए क्या बेहतर है: NTPC या NHPC?
अगर हम मौजूदा वित्तीय प्रदर्शन, कैपेसिटी एक्सपेंशन, वैल्यूएशन और विश्लेषकों की राय को देखें तो NTPC निवेशकों के लिए ज्यादा आकर्षक विकल्प नजर आता है। जहां NTPC मजबूत थर्मल कैश फ्लो और तेजी से बढ़ती रिन्यूएबल कैपेसिटी के साथ लंबी अवधि के लिए स्थायित्व और वृद्धि दोनों प्रदान करता है, वहीं NHPC का हालिया लाभ अस्थायी कारणों से बढ़ा है और स्टॉक की वैल्यू ऊंची मानी जा रही है।
NTPC के पास न केवल विश्वसनीय रेवेन्यू मॉडल है, बल्कि कंपनी लगातार अपने रिन्यूएबल पोर्टफोलियो को भी मजबूत कर रही है, जो आने वाले वर्षों में वैल्यू अनलॉक करने की पूरी क्षमता रखता है।