
Reliance Power के शेयरों में सोमवार को जबरदस्त तेजी देखने को मिली, जब कंपनी के स्टॉक ने लगभग 13% की उछाल दर्ज की, जो BSE पर ₹43.50 प्रति शेयर के उच्चतम स्तर पर पहुँच गया है। यह तेजी निवेशकों और बाज़ार विश्लेषकों के बीच चर्चा का विषय बन गई है। अचानक आई इस डिमांड के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं, जिनमें कंपनी के मजबूत वित्तीय परिणाम, ऋण में कमी, और रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy सेक्टर में मिली बड़ी सफलता शामिल है। इन कारकों ने मिलकर न केवल स्टॉक की कीमत को ऊपर उठाया बल्कि कंपनी के भविष्य को लेकर भी सकारात्मक संकेत दिए हैं।
Reliance Power ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में ₹126 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में कंपनी को ₹397.56 करोड़ का घाटा हुआ था। यह बदलाव निवेशकों के लिए एक सशक्त संकेत है कि कंपनी की वित्तीय सेहत सुधर रही है। खास बात यह है कि यह मुनाफा किसी बाहरी सहायता के बिना, केवल खर्चों में कटौती और बेहतर संचालन के कारण हुआ है।
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कर्ज में भारी कटौती से मिली राहत
दूसरा बड़ा कारण है कंपनी द्वारा किए गए भारी-भरकम कर्ज भुगतान। पिछले 12 महीनों में Reliance Power ने ₹5,338 करोड़ का ऋण चुकता किया है, जिससे कंपनी का ऋण-से-इक्विटी अनुपात 1.61:1 से घटकर 0.88:1 रह गया है। यह वित्तीय स्थिरता दर्शाता है, जो निवेशकों के विश्वास को और भी मजबूत बनाता है। साथ ही, यह संकेत देता है कि कंपनी भविष्य में नई परियोजनाओं में निवेश करने के लिए बेहतर स्थिति में है।
रिन्यूएबल एनर्जी में भारत की सबसे बड़ी परियोजना
एक और महत्वपूर्ण पहलू है कंपनी की Renewable Energy क्षेत्र में आक्रामक भागीदारी। हाल ही में कंपनी की सहायक कंपनी Reliance NU Energy ने SJVN की प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के तहत 350 मेगावाट सौर ऊर्जा और 175 मेगावाट/700 मेगावाट-घंटा बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (Battery Energy Storage System – BESS) की परियोजना हासिल की है। इसके साथ ही, कंपनी की स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं की कुल क्षमता 2.5 गीगावाट सौर और 2.5 गीगावाट-घंटा BESS हो गई है, जो भारत की सबसे बड़ी Renewable Energy परियोजनाओं में से एक है।
परिचालन प्रदर्शन में दिखी मजबूती
परिचालन स्तर पर भी कंपनी ने अच्छा प्रदर्शन किया है। सासन और रोसा पावर प्लांट्स की कार्यक्षमता में जबरदस्त सुधार देखा गया है। सासन पावर प्लांट ने 87% का Plant Load Factor (PLF) दर्ज किया, जबकि रोसा प्लांट की उपलब्धता दर 97% रही। यह साबित करता है कि कंपनी न केवल वित्तीय रूप से बल्कि तकनीकी और संचालन स्तर पर भी मजबूती से खड़ी है।
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कोई डिफॉल्ट नहीं, बैंक ऋण समय पर चुकाया
इसके अलावा, Reliance Power ने सभी बैंकों के ऋण का समय पर भुगतान कर दिया है और किसी भी प्रकार के डिफॉल्ट की स्थिति नहीं रही है। यह पारदर्शिता और जवाबदेही कंपनी को एक विश्वसनीय निवेश विकल्प बनाती है। शेयर मार्केट में निवेशकों के बीच इसी भरोसे के कारण कंपनी के शेयरों की मांग तेजी से बढ़ी और कीमत में भारी उछाल दर्ज किया गया।
शेयर में उछाल से निवेशकों को क्या फायदा होगा?
Reliance Power के शेयरों में उछाल से निवेशकों को कई अहम फायदे हो सकते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जिन्होंने पहले से इसमें निवेश किया हुआ है या दीर्घकालिक निवेश की योजना बना रहे हैं। नीचे विस्तार से समझते हैं कि शेयर में तेजी आने पर निवेशकों को किस प्रकार लाभ मिलता है:
1. मौजूदा निवेशकों की पूंजी में वृद्धि
यदि किसी निवेशक ने पहले ही Reliance Power के शेयर खरीद रखे हैं, तो 13% की तेजी का मतलब है कि उनके निवेश का मूल्य उसी अनुपात में बढ़ गया है। उदाहरण के लिए, अगर किसी ने ₹1 लाख के शेयर खरीदे थे, तो अब उनकी कीमत ₹1.13 लाख हो गई होगी। यह कैपिटल गेन कहलाता है।
2. नए निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत
शेयर में तेजी यह दिखाता है कि बाजार कंपनी की वित्तीय स्थिति और भविष्य की योजनाओं को लेकर आशावादी है। इससे नए निवेशकों का विश्वास बढ़ता है और वे अधिक आत्मविश्वास के साथ निवेश करने का निर्णय ले सकते हैं। यह मांग और मूल्य में और बढ़ोतरी ला सकता है।
3. शेयरधारकों को लाभांश (Dividend) मिलने की संभावना
जब कंपनी अच्छा मुनाफा कमाती है, तो वह अपने मुनाफे का एक हिस्सा निवेशकों को डिविडेंड के रूप में दे सकती है। हालांकि Reliance Power नियमित रूप से डिविडेंड नहीं देती, लेकिन वित्तीय सुधार के बाद इसकी संभावना बढ़ जाती है।
4. शेयर गिरवी रखकर लोन लेना आसान होता है
जिन निवेशकों के पास Reliance Power के अधिक मूल्य वाले शेयर हैं, वे इन शेयरों को गिरवी रखकर बैंक या NBFC से लोन प्राप्त कर सकते हैं। शेयर मूल्य बढ़ने से उनकी गिरवी योग्य राशि भी अधिक हो जाती है, जिससे उन्हें अधिक लोन मिल सकता है।
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