
ReNew Energy Global Plc को हाल ही में ब्रिटिश इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट (BII) से $100 मिलियन यानी करीब ₹870 करोड़ का निवेश प्राप्त हुआ है। यह निवेश कंपनी की सहायक इकाई ReNew Photovoltaics Pvt Ltd में 10% हिस्सेदारी के रूप में किया गया है, जिससे इस यूनिट का कुल मूल्यांकन $1 बिलियन तक पहुंच गया है। यह कदम भारत में सौर मैन्युफैक्चरिंग-Solar Manufacturing के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है।
ReNew Energy Global Plc एक अग्रणी भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी है, जिसकी स्थापना 2011 में सुमंत सिन्हा ने की थी। इसका मुख्यालय गुरुग्राम, हरियाणा में स्थित है। कंपनी का उद्देश्य भारत और वैश्विक स्तर पर स्वच्छ ऊर्जा समाधान प्रदान करना है, जिसमें विंड, सोलर, हाइब्रिड और हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट्स शामिल हैं।
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गुजरात के धोलेरा में बनेगी नई सोलर सेल यूनिट
इस निवेश से ReNew गुजरात के धोलेरा में 4 गीगावॉट क्षमता की नवीनतम TOPCon तकनीक पर आधारित सोलर सेल निर्माण यूनिट स्थापित करेगी। इस परियोजना के पूरा होने पर ReNew की कुल सौर सेल निर्माण क्षमता 6.4 गीगावॉट हो जाएगी। यह विस्तार भारत की सौर आपूर्ति श्रृंखला को सशक्त करने के साथ-साथ करीब 2,000 नई नौकरियों के अवसर भी पैदा करेगा।
ReNew की रणनीति और भविष्य की योजना
ReNew के चेयरमैन और सीईओ सुमंत सिन्हा ने इस निवेश को एक रणनीतिक उपलब्धि बताया है। उन्होंने कहा कि यह साझेदारी न केवल उच्च गुणवत्ता वाले सौर उत्पादों की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी बल्कि देश की ऊर्जा सुरक्षा और घरेलू विनिर्माण क्षमताओं को भी मजबूती प्रदान करेगी। ReNew की यह योजना भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल और 2030 तक 500 गीगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy क्षमता हासिल करने के लक्ष्य के अनुरूप है।
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BII की सोच और निवेश का उद्देश्य
BII की भारत प्रमुख शिल्पा कुमार ने कहा कि इस निवेश का उद्देश्य भारत में स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देना, विदेशों से आयात पर निर्भरता को कम करना और सतत औद्योगिकीकरण को गति देना है। उन्होंने यह भी कहा कि इससे बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन में मदद मिलेगी और भारत की हरित ऊर्जा रणनीति को गति मिलेगी।
सौर मैन्युफैक्चरिंग से होंगे ये फायदे
BII से प्राप्त निवेश का प्रभाव सिर्फ एक यूनिट के निर्माण तक सीमित नहीं रहेगा। इससे कई स्तरों पर ReNew को फायदा मिलेगा। सबसे पहले, यह निवेश भारत को सौर तकनीक के मामले में आत्मनिर्भर बनाएगा। दूसरा, यह 2,000 से ज्यादा नौकरियां पैदा करेगा, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ेगा। तीसरा, ReNew के पास अब उन्नत तकनीकों के जरिए उच्च दक्षता वाले सोलर उत्पाद बनाने की क्षमता होगी जो निर्यात को भी बढ़ावा देगा।
ReNew की रणनीति और वैश्विक दृष्टिकोण
ReNew केवल बिजली उत्पादन तक सीमित नहीं है, बल्कि कंपनी का लक्ष्य डिकार्बोनाइजेशन समाधान जैसे ग्रीन हाइड्रोजन, बैटरी स्टोरेज और डिजिटल ऊर्जा सेवाओं को भी विकसित करना है। इस निवेश से मिली आर्थिक मजबूती इन योजनाओं को भी रफ्तार देगी। चेयरमैन सुमंत सिन्हा के अनुसार, यह साझेदारी ReNew को भारत की ऊर्जा सुरक्षा और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अग्रणी बनाएगी।
भारत की सोलर आपूर्ति श्रृंखला को मिलेगा बल
यह निवेश ReNew की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ भारत की सौर आपूर्ति श्रृंखला को स्थानीयकृत करने की दिशा में भी एक मजबूत कदम है। इससे यह स्पष्ट होता है कि भारत अब केवल सोलर पैनल उपयोगकर्ता नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख सौर उत्पादक के रूप में उभर रहा है। धोलेरा की यह परियोजना उच्च दक्षता और उन्नत तकनीक को शामिल करते हुए देश के सौर लक्ष्यों को और सुदृढ़ बनाएगी।
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