इस रिन्यूएबल स्टॉक में लगी 5% की छलांग! वेस्टवाटर ट्रीटमेंट प्लांट की मंजूरी के बाद आई तेजी

TaylorMade Renewables को टारापुर में नया प्लांट चलाने की मंजूरी मिलते ही शेयरों में आई जबरदस्त तेजी। जानिए कैसे यह प्रोजेक्ट कंपनी को बना सकता है अगला मल्टीबैगर और क्यों निवेशकों की नजरें अब इस स्टॉक पर टिकी हैं।

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Written by Rohit Kumar

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इस रिन्यूएबल स्टॉक में लगी 5% की छलांग! वेस्टवाटर ट्रीटमेंट प्लांट की मंजूरी के बाद आई तेजी
इस रिन्यूएबल स्टॉक में लगी 5% की छलांग! वेस्टवाटर ट्रीटमेंट प्लांट की मंजूरी के बाद आई तेजी

Renewable Energy सेक्टर की एक प्रमुख कंपनी TaylorMade Renewables Ltd (TRL) के शेयर सोमवार को 5 प्रतिशत के अपर सर्किट पर पहुंच गए। इसका कारण कंपनी को गुजरात पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से उसके नए BOO (Build-Own-Operate) Wastewater Treatment Plant को ऑपरेट करने की मंजूरी मिलना है। यह प्लांट गुजरात के टारापुर क्षेत्र में स्थित है और कंपनी के लिए एक बड़ा रणनीतिक मील का पत्थर माना जा रहा है।

टारापुर प्लांट को मिली हरी झंडी, 100 करोड़ रुपये के राजस्व की उम्मीद

Taylormade Renewables Ltd को उसकी सहायक कंपनी के माध्यम से टारापुर में अत्याधुनिक Wastewater Treatment Plant को ऑपरेट करने की अनुमति मिली है। यह प्लांट अत्यंत जहरीले इंडस्ट्रियल वेस्ट को प्रोसेस करता है और अब तक 3,00,000 लीटर से अधिक अपशिष्ट जल को ट्रीट कर चुका है। कंपनी निकट भविष्य में इसकी क्षमता को और बढ़ाने की योजना बना रही है।

इस BOO प्लांट को मिलने वाली राजस्व की उम्मीद लगभग ₹100 करोड़ की है, जो TRL की मजबूत वित्तीय स्थिति को और सुदृढ़ करेगा। यह प्रोजेक्ट ‘मेक इन इंडिया’ पहल के अंतर्गत पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से तैयार किया गया है। साथ ही, कंपनी का अगला विस्तार प्रोजेक्ट दाहेज और सायक्खा क्षेत्रों में प्रस्तावित है।

शेयरों में उछाल और मार्केट कैप में इजाफा

सोमवार को TaylorMade Renewables Ltd के शेयर 4.02% की छलांग के साथ ₹286.00 प्रति शेयर के उच्चतम स्तर तक पहुंच गए, जो कि पिछले क्लोजिंग प्राइस ₹272.40 प्रति शेयर से अधिक था। इस उछाल के साथ कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन ₹328.26 करोड़ पर पहुंच गया।

वित्तीय प्रदर्शन में जबरदस्त सुधार

कंपनी ने वित्त वर्ष Q3 FY24-25 में असाधारण वित्तीय प्रदर्शन दिखाया है। इसकी आय ₹0.22 करोड़ से बढ़कर ₹16.26 करोड़ हो गई है, जो कि 7,290% की वृद्धि को दर्शाता है। इसके साथ ही, कंपनी ने ₹7.37 करोड़ के शुद्ध घाटे से उबरते हुए ₹1.95 करोड़ का शुद्ध लाभ अर्जित किया है।

कंपनी का Price to Earnings (P/E) Ratio 31.13 है, जो इंडस्ट्री एवरेज 45.01 से काफी नीचे है, और इससे कंपनी की वैल्यूएशन आकर्षक बनती है। इसके अतिरिक्त, Debt-to-Equity रेशियो केवल 0.22 है, जो वित्तीय स्थिरता की पुष्टि करता है।

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तीन वर्षों में जबरदस्त ग्रोथ और स्थिर ROCE

Taylormade Renewables Ltd ने पिछले तीन वर्षों में औसतन 97.74% की रेवेन्यू ग्रोथ और 300.78% की नेट प्रॉफिट ग्रोथ दर्शाई है। साथ ही, कंपनी का Return on Capital Employed (ROCE) 15.71% रहा है, जो कि लंबी अवधि में निवेशकों के लिए आकर्षक संकेत है।

TRL RAIN™ टेक्नोलॉजी: टिकाऊ नवाचार की मिसाल

कंपनी की प्रसिद्ध TRL RAIN™ Technology एक नेचर-इंस्पायर्ड डिस्टिलेशन प्रक्रिया है, जो जटिल औद्योगिक अपशिष्ट जल को फिर से उपयोग में लायक जल में बदल देती है। यह तकनीक Zero Liquid Discharge (ZLD) और Net Zero जैसे इंडस्ट्रियल गोल्स को प्राप्त करने में सहायक है।

साथ ही, कंपनी सोलर पेराबोलिक कंसंट्रेटिंग सिस्टम भी बनाती है, जिसका उपयोग स्टीम जनरेशन, सोलर कुकिंग, एयर-कंडीशनिंग, स्पेस हीटिंग, ड्राइंग और वेस्टवॉटर इवैपोरेशन जैसे क्षेत्रों में होता है।

मजबूत क्लाइंट पोर्टफोलियो

TaylorMade Renewables Ltd के ग्राहक पोर्टफोलियो में Jindal Power, Ami Organics, BHEL, Mahindra, CREDA, Interchem, Kreder, ONGC, Cera gem और Jay Chemicals जैसे नाम शामिल हैं। ये क्लाइंट्स विभिन्न इंडस्ट्रीज में कंपनी की विश्वसनीयता और दक्षता को प्रमाणित करते हैं।

रणनीतिक विस्तार की दिशा में TRL की प्रगति

कंपनी का यह नया BOO प्लांट केवल एक शुरुआत है। TRL आगे चलकर गुजरात के अन्य प्रमुख औद्योगिक क्लस्टर्स जैसे दाहेज और सायक्खा में भी इसी मॉडल पर और प्लांट्स लगाने की योजना बना रही है। इसके जरिए न केवल कंपनी का राजस्व बढ़ेगा, बल्कि भारत के इंडस्ट्रियल वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम को भी एक नई दिशा मिलेगी।

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Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

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