
Solar Stock Buzz के तहत सोलर सेक्टर की एक प्रमुख कंपनी को NHPC से ₹5.5 करोड़ का नया प्रोजेक्ट हासिल हुआ है। इस डील ने कंपनी की ऑर्डर बुक को और मजबूत किया है, जो अब ₹1,300 करोड़ के पार पहुंच चुकी है। यह प्रोजेक्ट बिहार में एक हज़ार मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना से संबंधित है, जिसे NHPC चरणबद्ध तरीके से लागू कर रही है।
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बिहार में सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स की बढ़ती रफ्तार
NHPC की इस नई पहल के तहत न केवल रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy के उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि बिहार जैसे राज्य को ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर भी अग्रसर किया जाएगा। यह परियोजना केंद्र और राज्य सरकारों की उस संयुक्त योजना का हिस्सा है, जिसके अंतर्गत स्वच्छ ऊर्जा के लक्ष्य को हासिल करने के लिए बड़े पैमाने पर सौर संयंत्रों की स्थापना की जा रही है।
ग्रीन हाइड्रोजन की दिशा में भी उठाए गए कदम
NHPC ने इस प्रोजेक्ट के साथ-साथ एक पायलट योजना के रूप में छोटे स्तर की सोलर प्लांट्स से ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन का भी प्रस्ताव रखा है। इसका उद्देश्य बिहार की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था में बदलाव लाना है, ताकि यात्री बसें ग्रीन हाइड्रोजन से संचालित की जा सकें। इस योजना के लिए NHPC वित्तीय और तकनीकी सहायता भी प्रदान करेगा।
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रोजगार, निवेश और पर्यावरणीय लाभ
इस पूरे प्रोजेक्ट से बिहार में न केवल पर्यावरणीय स्थिरता को बल मिलेगा, बल्कि भारी संख्या में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। 1,000 मेगावाट की क्षमता वाली यह परियोजना NHPC के हरित ऊर्जा लक्ष्य को साकार करने में अहम भूमिका निभाएगी और राज्य की आर्थिक वृद्धि को गति देगी।
भूमि अधिग्रहण और परियोजना कार्यान्वयन
परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए भूमि अधिग्रहण महत्वपूर्ण चरण है। NHPC ने राज्य सरकार से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को त्वरित और सरल बनाने का अनुरोध किया है। योजना के अनुसार, भूमि उपलब्ध होते ही 1.5 से 2 वर्षों में इस सौर परियोजना को पूरी तरह से चालू किया जाएगा।
राज्य की ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम
यह परियोजना न सिर्फ सोलर कंपनी के लिए नई संभावनाएं खोलती है, बल्कि बिहार जैसे राज्य को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में मील का पत्थर साबित हो सकती है। NHPC की यह योजना रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में भारत की अग्रणी भूमिका को और अधिक मज़बूत करती है।