
उत्तर प्रदेश समेत भारत के उन क्षेत्रों में जहां बिजली कटौती आम समस्या बन चुकी है, वहां सोलर इन्वर्टर-Solar Inverter एक स्मार्ट निवेश साबित हो रहा है। बढ़ती ऊर्जा मांग और रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy की ओर झुकाव ने सोलर टेक्नोलॉजी के बाजार को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। यदि आप भी अपने घर के लिए एक भरोसेमंद और टिकाऊ सोलर इन्वर्टर खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो इस लेख में आपको सोलर इन्वर्टर के प्रकार, कीमत, फीचर्स और प्रमुख मॉडल्स की पूरी जानकारी विस्तार से दी जा रही है।
सोलर इन्वर्टर कितने प्रकार के होते हैं?
सोलर इन्वर्टर-Solar Inverter को मुख्य रूप से तीन श्रेणियों में बांटा जाता है, जिनका चयन उपयोगकर्ता की आवश्यकता और क्षेत्र विशेष की बिजली उपलब्धता के आधार पर किया जाता है।
ऑन-ग्रिड इन्वर्टर उन जगहों पर उपयोग किए जाते हैं जहां बिजली ग्रिड की उपलब्धता है। यह इन्वर्टर सीधे ग्रिड से जुड़ते हैं और अतिरिक्त सौर ऊर्जा को वापस ग्रिड में भेज सकते हैं। इनमें बैटरी की आवश्यकता नहीं होती, जिससे यह लागत में अपेक्षाकृत किफायती होते हैं।
ऑफ-ग्रिड इन्वर्टर उन क्षेत्रों में अधिक उपयुक्त होते हैं जहां ग्रिड की सुविधा सीमित या अनुपलब्ध है। यह बैटरी के माध्यम से संचालित होते हैं और रात के समय या बिजली बंद होने पर भी निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करते हैं।
हाइब्रिड इन्वर्टर दोनों तकनीकों का संयोजन होते हैं। ये इन्वर्टर बैटरी को चार्ज भी करते हैं और अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में भेजने की सुविधा भी प्रदान करते हैं। यह विकल्प लचीलापन और भरोसेमंद बिजली समाधान प्रदान करता है।
सोलर इन्वर्टर की कीमतें कितनी होती हैं? (2025)
भारत में सोलर इन्वर्टर की कीमतें उनकी क्षमता, तकनीक और ब्रांड के अनुसार अलग-अलग होती हैं। छोटे घरेलू उपयोग से लेकर बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठानों तक, हर आवश्यकता के अनुसार विकल्प उपलब्ध हैं।
1kVA से 1.5kVA क्षमता वाले इन्वर्टर छोटे घरों के लिए उपयुक्त होते हैं और इनकी कीमत ₹7,000 से ₹12,000 के बीच होती है। यदि आपका बिजली लोड थोड़ा अधिक है, तो 2kVA से 3.5kVA के विकल्प ₹17,000 से ₹28,000 तक मिल जाते हैं।
बड़े घरों या छोटे व्यवसायों के लिए 5kVA से 7.5kVA की रेंज उपयुक्त होती है, जिनकी कीमत ₹35,000 से ₹75,000 के बीच हो सकती है।
वहीं, बड़े कार्यालय या उद्योगों के लिए 10kVA और उससे अधिक क्षमता वाले इन्वर्टर ₹1,00,000 से ₹1,78,500 तक की कीमत में बाजार में उपलब्ध हैं।
2025 के टॉप सोलर इन्वर्टर मॉडल्स
अगर आप बेहतर परफॉर्मेंस और लंबी उम्र वाले इन्वर्टर की तलाश कर रहे हैं तो बाजार में कुछ भरोसेमंद ब्रांड्स और उनके प्रीमियम मॉडल्स उपलब्ध हैं।
Luminous NXG+ 1100 Inverter को LPTT 12150H बैटरी और 165W सोलर पैनल के साथ खरीदा जा सकता है। इसकी कीमत ₹29,300 है और यह हाइब्रिड तकनीक पर आधारित है।
वहीं, ल्यूमिनस का 2केवीए MPPT सोलर पीसीयू मॉडल ₹19,599 में उपलब्ध है और यह उच्च दक्षता वाली MPPT तकनीक से लैस है।
V-Guard Smart Pro 1200s मॉडल एक ऑन-ग्रिड विकल्प है जो ₹7,059 में मिल जाता है। इसकी खासियत यह है कि यह IoT सक्षम है और स्मार्टफोन से भी कंट्रोल किया जा सकता है।
सही सोलर इन्वर्टर का चुनाव कैसे करें?
सोलर इन्वर्टर-Solar Inverter खरीदने से पहले आपको अपनी ऊर्जा जरूरतों और बजट को स्पष्ट रूप से परिभाषित करना चाहिए।
सबसे पहले यह तय करें कि आप कितने उपकरण एक साथ चलाना चाहते हैं। कुल लोड के आधार पर इन्वर्टर की क्षमता का चयन करें।
दूसरा महत्वपूर्ण पहलू है इन्वर्टर की तकनीक। MPPT (Maximum Power Point Tracking) इन्वर्टर महंगे जरूर होते हैं लेकिन ये ऊर्जा का बेहतर उपयोग करते हैं और लंबे समय तक दक्षता बनाए रखते हैं। दूसरी ओर, PWM (Pulse Width Modulation) इन्वर्टर सस्ते होते हैं, लेकिन थोड़ी कम दक्षता देते हैं।
ब्रांड का चयन करते समय यह सुनिश्चित करें कि वह कंपनी अच्छी वारंटी और सेवा नेटवर्क प्रदान कर रही हो। भारत में Luminous, V-Guard, Sukam, Microtek जैसे ब्रांड्स ग्राहकों के बीच लोकप्रिय हैं।
क्या सोलर इन्वर्टर पर सरकारी सब्सिडी मिलती है?
जी हां, भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही ‘प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ के अंतर्गत 1kW से 3kW तक की सोलर प्रणाली पर ₹30,000 से ₹78,000 तक की सब्सिडी दी जाती है। इससे न केवल आपकी प्रारंभिक लागत कम होती है, बल्कि यह सोलर एनर्जी को लोकप्रिय और सुलभ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको संबंधित राज्य की डिस्कॉम वेबसाइट या MNRE के पोर्टल पर आवेदन करना होगा। यह सब्सिडी सीधे उपभोक्ता के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।