
रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) सेक्टर की प्रमुख कंपनी ACME Solar Holdings Limited का शेयर एक बार फिर गिरावट की चपेट में आ गया है। जैसे ही चौथी तिमाही के नतीजे सामने आए, जिसमें कंपनी का मुनाफा 77% घटकर रह गया, वैसे ही कंपनी के शेयर में 4% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। IPO लिस्टिंग के छह महीने बाद भी यह स्टॉक अपने इश्यू प्राइस तक नहीं पहुंच पाया है, जिससे निवेशकों की उम्मीदों को गहरा झटका लगा है।
चौथी तिमाही में भारी गिरावट, सालाना प्रदर्शन भी कमजोर
FY25 की मार्च तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 77% की गिरावट के साथ 122 करोड़ रुपए रह गया, जबकि पिछली साल इसी अवधि में यह 532.3 करोड़ रुपए था। पूरे वित्त वर्ष 2025 की बात करें तो ACME Solar का शुद्ध मुनाफा 64% घटकर 250.8 करोड़ रुपए रहा, जबकि FY24 में यह 697.7 करोड़ रुपए था। यह गिरावट मुख्य रूप से वित्तीय लागतों और मूल्यह्रास में हुई बढ़ोतरी के कारण हुई है।
IPO के बाद से शेयर में दिखी अस्थिरता
ACME Solar का IPO नवंबर 2024 में आया था, जिसकी लिस्टिंग प्राइस 289 रुपए थी। लिस्टिंग के बाद यह शेयर तेजी से चढ़कर 292 रुपए के हाई तक पहुंचा, लेकिन फरवरी 2025 में यह 167 रुपए के लो लेवल पर आ गया। इसके बाद शेयर में आंशिक रिकवरी तो हुई, लेकिन अभी भी यह IPO प्राइस से नीचे 238 रुपए के आसपास ट्रेड कर रहा है।
राजस्व और ऑपरेशनल प्रदर्शन में दिखी मजबूती
हालांकि मुनाफा कमजोर रहा, लेकिन कंपनी के ऑपरेशनल प्रदर्शन में मजबूती देखी गई है। चौथी तिमाही में कंपनी की परिचालन आय 65% की वार्षिक वृद्धि के साथ 486.88 करोड़ रुपए रही, जो पिछले साल 295.16 करोड़ रुपए थी। वहीं, कुल आय भी 69.56% बढ़कर 539.2 करोड़ रुपए पहुंच गई, जो FY24 की चौथी तिमाही में 318 करोड़ रुपए थी।
कंपनी का EBITDA (Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation and Amortization) भी तगड़ी छलांग लगाते हुए 118% की बढ़त के साथ 488 करोड़ रुपए हो गया, जो निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जा सकता है।
लागतों में बढ़ोतरी से मुनाफा प्रभावित
ACME Solar की फाइनेंशियल कॉस्ट यानी वित्तीय लागत 15.9% बढ़कर 205.5 करोड़ रुपए हो गई है, जबकि FY24 की चौथी तिमाही में यह 177.3 करोड़ रुपए थी। इसके साथ ही वैल्यूएशन घटाव और परिशोधन व्यय में भी तेज उछाल आया है, जो 61.2 करोड़ से बढ़कर 102.2 करोड़ रुपए हो गया — यानी लगभग 67% की वृद्धि। यही प्रमुख कारण है कि कंपनी के लाभ में इतनी भारी गिरावट देखी गई है।
मैनेजमेंट का बयान: FY25 रहा असाधारण
ACME Solar के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मनोज कुमार उपाध्याय ने कहा कि “FY25 हमारे लिए असाधारण वर्ष रहा है। हमने अपने ऑपरेशनल पोर्टफोलियो को मजबूत किया और भारत के सबसे बड़े एकल स्थान पर बने 1200 मेगावाट के AECI ISTS सोलर प्रोजेक्ट को चालू किया।” उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी अब हाइब्रिड और Firm Dispatchable Renewable Energy (FDRE) सॉल्यूशंस पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जो भविष्य में इसके प्रदर्शन को और सुदृढ़ बनाएगा।
निवेशकों के लिए आगे क्या?
हालांकि कंपनी की आय और EBITDA में वृद्धि सकारात्मक संकेत हैं, लेकिन लगातार गिरता मुनाफा, बढ़ती लागतें और शेयर की अस्थिर चाल निवेशकों के लिए चिंता का कारण हैं। आने वाले समय में अगर कंपनी FDRE और हाइब्रिड एनर्जी मॉडल में वांछनीय परिणाम दिखा पाती है, तो इसमें तेजी की उम्मीद की जा सकती है, लेकिन फिलहाल यह स्टॉक वेट एंड वॉच की स्थिति में है।