भारत की अग्रणी सोलर और विंड एनर्जी कंपनी KPI Green Energy लिमिटेड के शेयरों में हाल ही में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। कंपनी को गुजरात उर्जा विकास निगम लिमिटेड (GUVNL) से 150 मेगावॉट (MW) का विंड पावर प्रोजेक्ट ऑर्डर मिला है, जिसके बाद इसके शेयरों में 3% से अधिक की तेजी आई है। इस महत्वपूर्ण ऑर्डर के साथ ही कंपनी ने 2030 तक 10 गीगावॉट (GW) की क्षमता हासिल करने का लक्ष्य रखा है, जो उसे भविष्य में और भी मजबूत बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।

KPI Green Energy की शेयर की कीमत वर्तमान में लगभग 550 रुपये के आसपास कारोबार कर रही है, जबकि इसने पिछले तीन महीनों में 30% का शानदार रिटर्न दर्ज किया है। कंपनी ने पिछले साल अगस्त में अपने शेयर का 745 रुपये का उच्चतम स्तर छुआ था, जबकि जनवरी में यह 313 रुपये के न्यूनतम स्तर पर भी पहुंचा था।
कंपनी का काम करने का तरीका और बढ़ती क्षमता
KPI Green Energy मुख्य रूप से सोलर और विंड एनर्जी के सेगमेंट में सक्रिय है। इस कंपनी ने हाल ही में सोलर और हाइब्रिड पावर जनरेशन बिजनेस में अपनी सफलता की नई ऊंचाइयां तय की हैं। KPI Green Energy के पास 5,946 एकड़ का लैंड बैंक है, जो कंपनी के लिए भविष्य में कई सोलर और विंड पावर प्रोजेक्ट्स को शुरू करने के लिए उपयुक्त है।
कंपनी का लक्ष्य है कि वह 2030 तक 10 गीगावॉट की कुल क्षमता हासिल करे, और इसके लिए इसे अभी से अपनी मौजूदा और आगामी क्षमता में वृद्धि करने की दिशा में कई कदम उठाने होंगे। वर्तमान में कंपनी की इंस्टॉल्ड कैपेसिटी 950+ मेगावॉट है, जबकि आगामी कैपेसिटी 2.96+ गीगावॉट है। इन आंकड़ों से यह साफ जाहिर होता है कि कंपनी का विस्तार और क्षमता बढ़ाने का सपना धीरे-धीरे साकार हो रहा है।
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निवेशकों के लिए आकर्षक अवसर
KPI Green Energy के शेयर में पिछले तीन महीनों में 30% का रिटर्न देखने को मिला है, जो निवेशकों के लिए एक शानदार मौका साबित हो रहा है। यह कंपनी अब तक विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) दोनों से अच्छी खासी भागीदारी हासिल कर चुकी है। विदेशी संस्थागत निवेशकों के पास कंपनी में 8.05% हिस्सेदारी है, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों के पास 1.64% हिस्सेदारी है। इसके साथ ही, कंपनी के 3.15 लाख रिटेल निवेशक हैं, जिनके पास कुल 24.29% हिस्सेदारी है। इस आंकड़े से यह स्पष्ट है, कि निवेशकों का कंपनी में विश्वास मजबूत बना हुआ है।
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KPI Green Energy ने अपने विकास के लिहाज से कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। FY25 तक, कंपनी के रेवेन्यू में 70%, EBITDA में 69%, और नेट प्रॉफिट में 101% की वृद्धि दर्ज की गई है, जो यह दर्शाता है कि कंपनी लगातार अपने बिजनेस को मजबूत बना रही है।
भविष्य में क्या संभावनाएं हैं?
अब सवाल उठता है कि क्या आने वाले समय में KPI Green Energy के स्टॉक में और भी तेजी देखी जा सकती है? जवाब है, हां। कंपनी के पास अब तक हासिल किए गए सभी प्रोजेक्ट्स और ऑर्डर्स के साथ, इसकी भविष्य की दिशा बेहद सकारात्मक प्रतीत होती है। इसके अलावा, कंपनी द्वारा हासिल किए गए बड़े ऑर्डर और आने वाले सोलर और विंड प्रोजेक्ट्स के साथ ही, कंपनी 2030 तक अपनी पूरी क्षमता प्राप्त कर सकती है।
इसके अलावा, कंपनी का सोलर और विंड पावर प्रोजेक्ट्स में मजबूत बैकग्राउंड इसे भविष्य में लंबी अवधि के लिए लाभकारी बना सकता है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि आने वाले वर्षों में इसके स्टॉक में और भी वृद्धि देखने को मिल सकती है।
क्या यह स्टॉक एक दीर्घकालिक निवेश के लिए सही है?
अगर आप एक दीर्घकालिक निवेशक हैं, तो KPI Green Energy का स्टॉक आपके लिए एक उपयुक्त विकल्प हो सकता है। इसका मजबूत बैकग्राउंड, बढ़ती क्षमता और 2030 तक 10 गीगावॉट की क्षमता हासिल करने का उद्देश्य इसे एक भरोसेमंद निवेश बना सकता है। कंपनी का सोलर और विंड एनर्जी के क्षेत्र में अग्रणी स्थान और मजबूत विकास की दिशा यह दर्शाता है कि आने वाले वर्षों में इस कंपनी का भविष्य बहुत ही सकारात्मक हो सकता है।