
सोलर स्टॉक्स ने हाल के वर्षों में भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त रिटर्न देकर निवेशकों को हैरान कर दिया है। Renewable Energy की बढ़ती मांग, सरकार की अनुकूल नीतियाँ और क्लीन एनर्जी की ओर बढ़ते वैश्विक रुझान ने इस सेक्टर को नई ऊँचाइयों तक पहुँचा दिया है। खासतौर पर उन निवेशकों के लिए जिन्होंने 2020 या 2021 में इन कंपनियों में निवेश किया था, उनके लिए यह सफर चंद वर्षों में करोड़ों का बन गया।
इस रिपोर्ट में हम बात कर रहे हैं उन पाँच प्रमुख सोलर कंपनियों की, जिन्होंने कुछ ही सालों में निवेशकों की किस्मत पलट दी। साथ ही, जानेंगे सोलर सेक्टर के उभार के पीछे की वजहें और भविष्य की निवेश रणनीति।
Waaree Renewable Technologies Ltd. ने किया निवेशकों को मालामाल
Waaree Renewable Technologies Ltd. का प्रदर्शन पिछले कुछ वर्षों में ऐतिहासिक रहा है। 2020 में इसका शेयर मात्र ₹50 के आसपास था, जबकि 2025 में यह ₹3,000 से भी ऊपर जा चुका है। यानी इसने 5000% से अधिक का रिटर्न दिया है। कंपनी EPC प्रोजेक्ट्स (Engineering, Procurement, Construction) में विशेषज्ञ मानी जाती है और सोलर पैनल निर्माण से लेकर इंस्टॉलेशन तक इसका वर्चस्व है। भारत में सोलर एनर्जी की बढ़ती मांग के साथ Waaree एक भरोसेमंद नाम बन चुका है।
KPI Green Energy Ltd. ने दिखाया असाधारण प्रदर्शन
KPI Green Energy Ltd. एक और कंपनी है जिसने निवेशकों को चौंका दिया है। 2020 में यह शेयर ₹20-25 के दायरे में था और 2025 में यह ₹1,300 से ऊपर पहुंच चुका है। यानी यह लगभग 5000% का रिटर्न दे चुका है। कंपनी एक इंडिपेंडेंट पावर प्रोड्यूसर (IPP) है और सोलर पार्क डेवलपमेंट में भी इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। इसकी रणनीतिक योजनाएं और नीति समर्थन ने इसे तेज़ी से ग्रोथ करने वाली कंपनियों की सूची में ला खड़ा किया है।
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Inox Wind Energy Ltd. ने Wind और Solar दोनों में बनाई पकड़
Inox Wind Energy Ltd. की लिस्टिंग 2021 में हुई थी, उस समय इसका शेयर ₹150-200 के आसपास था, और आज यह ₹3,000 से ऊपर कारोबार कर रहा है। इस तरह यह 1400% से अधिक का रिटर्न दे चुका है। कंपनी का पोर्टफोलियो विंड और सोलर एनर्जी दोनों में डाइवर्सिफाइड है, जिससे इसे स्थायित्व और दीर्घकालिक ग्रोथ का फायदा मिल रहा है। यह निवेशकों के लिए एक बहुआयामी Renewable Energy विकल्प बन गया है।
Suzlon Energy Ltd. ने की वापसी, निवेशकों को मिला 600% से अधिक रिटर्न
Suzlon Energy Ltd. कभी संघर्ष कर रही कंपनी मानी जाती थी, लेकिन अब इसने अपने प्रदर्शन से सबको हैरान कर दिया है। 2022 में इसका शेयर मात्र ₹5-6 था, जबकि अब यह ₹40+ के स्तर पर है। यानी 600% से अधिक का रिटर्न मिला है। Suzlon विंड टर्बाइन निर्माण में पहले से अग्रणी रही है और अब यह सोलर एनर्जी में भी अपने पंख फैला रही है। इसके रिस्ट्रक्चरिंग प्रयासों और ग्रीन एनर्जी पर फोकस ने निवेशकों का विश्वास फिर से जीता है।
Gensol Engineering Ltd. बना स्टार परफॉर्मर, EV सेक्टर में भी रखा कदम
Gensol Engineering Ltd. ने भी असाधारण ग्रोथ दिखाई है। 2020 में इसका शेयर ₹20-30 पर था, जो अब ₹1,500 से ऊपर पहुंच गया है। यानी 4000% से अधिक का रिटर्न। यह कंपनी सोलर EPC सेवाओं में अग्रणी है और अब यह Electric Vehicles मैन्युफैक्चरिंग में भी कदम रख चुकी है। इसकी डाइवर्सिफिकेशन रणनीति और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन दृष्टिकोण ने इसे एक हाई-ग्रोथ स्टॉक में बदल दिया है।
सोलर सेक्टर में तेज़ी के पीछे की मुख्य वजहें
भारत सरकार की Production Linked Incentive (PLI) स्कीम, PM-KUSUM योजना और नेट ज़ीरो कार्बन एमिशन का 2070 तक का लक्ष्य Renewable Energy सेक्टर को जबरदस्त समर्थन दे रहे हैं। साथ ही, घरेलू सोलर मैन्युफैक्चरिंग को प्रोत्साहन और ग्लोबल इनवेस्टर्स की रुचि ने इस सेक्टर को ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।
देश में बिजली की बढ़ती मांग और ग्रीन एनर्जी की ओर झुकाव भी सोलर सेक्टर की ग्रोथ को गति दे रहे हैं। सरकार की ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के तहत स्थानीय उत्पादन को प्राथमिकता मिलने से सोलर कंपनियों के बिज़नेस को व्यापक लाभ हुआ है।
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भविष्य के निवेशकों के लिए ज़रूरी सलाह
हालांकि इन कंपनियों ने पिछले वर्षों में शानदार रिटर्न दिए हैं, लेकिन अब इनमें वैल्यूएशन काफी ऊँचे स्तर पर पहुँच चुके हैं। ऐसे में नए निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए। दीर्घकालिक (Long-Term) दृष्टिकोण के साथ, मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों में ही निवेश करें।
निवेश से पहले वैल्यूएशन, कंपनी की ग्रोथ रणनीति, सरकारी नीतियों के प्रभाव और सेक्टर की समग्र स्थिति को अच्छे से समझें। साथ ही, एक डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो बनाएं जिसमें विभिन्न सेक्टर्स की हिस्सेदारी हो। और सबसे ज़रूरी, किसी भी निवेश निर्णय से पहले एक योग्य वित्तीय सलाहकार की राय अवश्य लें।