
Solex Energy को हाल ही में ₹451.41 करोड़ का एक बड़ा और रणनीतिक रूप से अहम सोलर मॉड्यूल ऑर्डर मिला है। यह ऑर्डर KPI Green Energy द्वारा दिया गया है, जिसमें 310 मेगावाट की क्षमता वाले N-Type TOPCon 615Wp ग्लास-टू-ग्लास सोलर मॉड्यूल्स की आपूर्ति शामिल है। यह डील Solex के तकनीकी कौशल और भरोसे को दर्शाती है, जो अब भारत के Renewable Energy मार्केट में अग्रणी भूमिका निभाने की ओर अग्रसर है।
Solex Energy Limited एक अग्रणी भारतीय सोलर टेक्नोलॉजी कंपनी है, जो सूरत, गुजरात में स्थित है। 1995 में स्थापित, Solex ने सोलर फोटोवोल्टिक (PV) मॉड्यूल्स के निर्माण, वितरण और स्थापना में विशेषज्ञता हासिल की है। कंपनी ने 2018 में सार्वजनिक कंपनी का दर्जा प्राप्त किया और NSE पर ‘SOLEX’ टिकर के तहत सूचीबद्ध हुई।
कहां उपयोग होंगे ये सोलर मॉड्यूल्स
यह सोलर मॉड्यूल्स गुजरात उर्जा विकास निगम लिमिटेड (GUVNL) की परियोजनाओं के तहत स्थापित किए जाएंगे, जो KPI Green के स्वतंत्र पावर प्रोड्यूसर (Independent Power Producer – IPP) पोर्टफोलियो का हिस्सा हैं। ये प्रोजेक्ट्स न केवल बिजली उत्पादन के मामले में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि भारत की बढ़ती ग्रीन एनर्जी ज़रूरतों को भी पूरा करेंगे।
तकनीकी दक्षता और उत्पादन क्षमता में मजबूती
Solex Energy द्वारा आपूर्ति किए जाने वाले N-Type TOPCon सोलर मॉड्यूल्स अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित हैं, जो उच्च दक्षता और दीर्घकालिक प्रदर्शन सुनिश्चित करते हैं। यह सौदा Solex की उस रणनीति को भी समर्थन देता है जिसके तहत कंपनी अपनी मौजूदा 1.5 गीगावॉट की उत्पादन क्षमता को सितंबर 2025 तक 4 गीगावॉट तक बढ़ाने की योजना बना रही है। यह विस्तार Solex को और अधिक मेगावाट स्केल प्रोजेक्ट्स को हैंडल करने में सक्षम बनाएगा।
वित्तीय प्रदर्शन और निवेशकों की उम्मीदें
पिछले कुछ वर्षों में Solex Energy ने प्रभावशाली वित्तीय प्रदर्शन किया है। कंपनी ने 80% की सालाना राजस्व वृद्धि और 110% कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) दर्शाया है। ऐसे आंकड़े निवेशकों के लिए यह संकेत देते हैं कि कंपनी का बिजनेस मॉडल मजबूत है और इसमें आगे चलकर भी सतत विकास की संभावना बनी हुई है। KPI Green से मिला यह ऑर्डर Solex के ट्रैक रिकॉर्ड को और अधिक विश्वसनीय बनाता है।
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रिन्यूएबल एनर्जी मार्केट में Solex की पकड़
भारत सरकार द्वारा Renewable Energy को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लगातार नई नीतियां लाई जा रही हैं, जिससे सोलर एनर्जी सेक्टर को भारी फायदा हो रहा है। ऐसे समय में Solex जैसे कंपनियों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है। KPI Green जैसे प्रतिष्ठित ग्राहक से ऑर्डर मिलना इस बात का प्रमाण है कि Solex अब भारतीय सोलर उद्योग में एक भरोसेमंद नाम बन चुका है।
शेयर में कितना आएगा उछाल
Solex Energy को KPI Green Energy से ₹451.41 करोड़ का सोलर मॉड्यूल ऑर्डर मिला है, जिसमें 310 मेगावाट के N-Type TOPCon 615Wp ग्लास-टू-ग्लास सोलर मॉड्यूल्स की आपूर्ति शामिल है। यह डील Solex की तकनीकी क्षमता और बाजार में विश्वसनीयता को दर्शाती है।
शेयर बाजार में प्रतिक्रिया
इस ऑर्डर की घोषणा के बाद Solex Energy के शेयरों में लगभग 2% की वृद्धि देखी गई, जिससे शेयर मूल्य ₹902.70 तक पहुंच गया। हालांकि, यह वृद्धि सीमित रही और शेयर अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर ₹1,786.70 से काफी नीचे है।
संभावित दीर्घकालिक प्रभाव
यह ऑर्डर Solex Energy की दीर्घकालिक विकास रणनीति के अनुरूप है, जिसमें कंपनी अपनी उत्पादन क्षमता को सितंबर 2025 तक 4 गीगावॉट तक बढ़ाने की योजना बना रही है। इससे कंपनी को भविष्य में बड़े प्रोजेक्ट्स को संभालने में मदद मिलेगी और निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत हो सकता है।
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भविष्य की संभावनाएं और बाजार की प्रतिक्रिया
इस डील के चलते Solex Energy के शेयरों में बाजार में सकारात्मक रुझान देखने को मिल सकता है। निवेशक और एनालिस्ट दोनों इस ऑर्डर को कंपनी के विकास पथ में एक महत्वपूर्ण पड़ाव मान रहे हैं। सितंबर 2025 से शुरू होने वाली डिलीवरी की समय-सीमा भी दर्शाती है कि कंपनी लॉन्ग-टर्म प्रोजेक्ट्स को ध्यान में रखते हुए विस्तार कर रही है। इससे Solex को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों मार्केट में लाभ होगा।