
Suzlon Energy ने 2025 में एक प्रभावशाली वापसी दर्ज की है। दिसंबर 2024 में कंपनी ने खुद को पूरी तरह से डेब्ट-फ्री घोषित किया, जो रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy क्षेत्र में किसी भी भारतीय कंपनी के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। वर्षों तक संघर्ष और कर्ज के बोझ तले दबे रहने के बाद Suzlon ने जब अपनी बैलेंस शीट को साफ किया, तो उसका असर निवेशकों और शेयर बाजार पर साफ तौर पर दिखने लगा। कंपनी के CFO हिमांशु मोदी के अनुसार, अब खर्चों पर बेहतर नियंत्रण है और कार्यशील पूंजी की जरूरत के लिए सरकारी एजेंसी REC से क्रेडिट लाइन की व्यवस्था भी की गई है, जिससे संचालन में स्थिरता आई है।
यह भी देखें: सबसे बढ़िया सोलर पैनल अब भारी सब्सिडी और डिस्काउंट के साथ! बस इतनी कीमत में
ऑर्डर बुक में नया रिकॉर्ड, उत्पादन क्षमता में विस्तार
Suzlon की ऑर्डर बुक फिलहाल 5,622 मेगावाट पर पहुंच चुकी है। इसमें Jindal Renewables जैसे प्रतिष्ठित ग्राहकों से दोहराए गए ऑर्डर भी शामिल हैं, जो कंपनी की विश्वसनीयता को दर्शाता है। इस ऑर्डर बुक की बदौलत Suzlon अब तेजी से अपनी उत्पादन क्षमता को 3.15 गीगावाट से 4.5 गीगावाट तक बढ़ाने की दिशा में अग्रसर है। इससे आने वाले वर्षों में कंपनी को और बड़े ऑर्डर मिलने की संभावना मजबूत हुई है। यह उत्पादन क्षमता विस्तार भारत में बढ़ती हुई रिन्यूएबल एनर्जी की मांग को पूरा करने के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है।
FII निवेश से मिला अंतरराष्ट्रीय भरोसा
कंपनी की स्थिर होती वित्तीय स्थिति और बढ़ती ऑर्डर बुक को देखते हुए विदेशी निवेशकों यानी FII ने भी Suzlon में दिलचस्पी दिखानी शुरू कर दी है। मार्च 2025 की तिमाही में FII की हिस्सेदारी 22.87% से बढ़कर 23.04% हो गई है। यह आंकड़ा केवल निवेश का संकेत नहीं है, बल्कि यह बताता है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर Suzlon को लेकर विश्वास फिर से बहाल हो रहा है। निवेशक इस कंपनी को भविष्य के लाभकारी रिटर्न का स्रोत मान रहे हैं।
यह भी देखें: Green Energy Investment 2025: जिसने यहां निवेश किया, आज करोड़ों कमा रहा है – जानिए कैसे!
शेयर प्राइस और ब्रोकरेज टारगेट क्या संकेत देते हैं?
जहां तक शेयर की बात है, तो Suzlon का शेयर वर्तमान में ₹55 के आसपास ट्रेड कर रहा है। Motilal Oswal और JM Financial जैसे ब्रोकरेज हाउस ने इसका टारगेट प्राइस ₹70-₹71 तक रखा है। इस अनुमान के पीछे कंपनी के फंडामेंटल्स, ऑर्डर बुक और कारोबारी रणनीतियों की भूमिका प्रमुख है। विश्लेषकों की राय में यदि कंपनी अपनी ग्रोथ को स्थिरता के साथ जारी रखती है, तो अगले कुछ महीनों में यह स्टॉक ₹70 के पार जा सकता है। इसके साथ ही यह उन निवेशकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन सकता है जो लॉन्ग टर्म में मल्टीबैगर की तलाश में हैं।
भारतीय रिन्यूएबल सेक्टर के लिए प्रेरणा बनी Suzlon
Suzlon का यह पुनरुत्थान भारतीय रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर के लिए भी एक संकेत है कि घरेलू कंपनियां अगर रणनीतिक रूप से सुधार करें और व्यावसायिक स्थिरता हासिल करें, तो वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के योग्य बन सकती हैं। कंपनी की ओर से किए गए प्रयास न केवल वित्तीय हैं, बल्कि इसकी आपूर्ति श्रृंखला, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और ग्राहक सेवा के क्षेत्र में भी बदलाव लाए गए हैं, जो इसे पूरी तरह से नया आकार दे रहे हैं।
यह भी देखें: Onix Solar Energy Ltd: इस सोलर शेयर में दिया 5 साल में 5,103.41% का रिटर्न, अब भी भरेगा जेब