सुजलॉन एनर्जी ने भारतीय रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अपनी मजबूत पकड़ बनाते हुए 2,000% से अधिक का रिटर्न दिया है। निवेशकों के लिए यह शेयर एक बेहतरीन विकल्प बनकर उभरा है। कंपनी की वित्तीय स्थिति, बाजार में बढ़ती डिमांड और विंड एनर्जी प्रोजेक्ट्स के चलते इसका प्रदर्शन निवेशकों को आकर्षित कर रहा है।
सुजलॉन एनर्जी के करंट शेयर प्राइस ₹76.51 है और पिछले एक साल में इसने 225.57% का शानदार रिटर्न दिया है। इसके अलावा, कंपनी ने फंड रेजिंग के जरिए खुद को डेब्ट-फ्री बना लिया है और मार्च 2024 के अंत तक ₹1,100 करोड़ का कैश बैलेंस मेंटेन किया है।
सुजलॉन एनर्जी ने भारतीय रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अपनी मजबूत पकड़ और बेहतर फाइनेंशियल पोजीशन के साथ निवेशकों के लिए एक सुरक्षित और लाभदायक विकल्प प्रस्तुत किया है। पिछले 5 सालों में 2,000% से अधिक का रिटर्न देने वाली इस कंपनी में निवेश करना एक बुद्धिमानी भरा फैसला हो सकता है।
कंपनी की डिमांड और फाइनेंशियल स्थिरता इसे लंबे समय के लिए निवेशकों के पोर्टफोलियो का हिस्सा बनाती है।
फाइनेंशियल स्ट्रेंथ और ग्रोथ का आधार
सुजलॉन एनर्जी ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। कंपनी ने राइट्स इश्यू और QIP (Qualified Institutional Placement) जैसे माध्यमों से फंड रेज कर अपने सभी डेब्ट को समाप्त किया। इसका सीधा असर निवेशकों के भरोसे पर पड़ा है। कंपनी का कर्रेंट मार्केट कैप ₹1,06,668 लाख करोड़ है, जो इसे भारतीय बाजार में एक मजबूत खिलाड़ी बनाता है।
कंपनी ने 2008 में 1:5 स्टॉक स्प्लिट किया और अब तक चार बार डिविडेंड की सिफारिश की है। हालांकि, अभी तक कोई बोनस शेयर अनाउंस नहीं किया गया है।
पिछले वर्षों का प्रदर्शन
सुजलॉन एनर्जी ने अपने निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न देकर बाजार में खुद को स्थापित किया है। पिछले 3 महीनों में शेयर ने 66.55% का रिटर्न दिया है। वहीं, पिछले 1 साल में 100.37%, पिछले 3 साल में 1,175.67% और पिछले 5 साल में 2,154.12% का रिटर्न देकर निवेशकों को चौंकाया है।
कंपनी के शेयर का 52-वीक हाई ₹84.29 और लो ₹21.25 रहा है। इस प्रदर्शन ने इसे निवेशकों के बीच और भी लोकप्रिय बना दिया है।
निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प
मार्च 2024 क्वार्टर में विदेशी निवेशकों (FII/FPI) की होल्डिंग 17.83% से बढ़कर 19.57% हो गई है। व्यक्तिगत निवेशकों की संख्या भी 464 से बढ़कर 574 हो चुकी है। म्यूचुअल फंड होल्डिंग्स 1.33% से बढ़कर 1.86% हो गई हैं, और इसमें शामिल स्कीमों की संख्या 17 से बढ़कर 23 हो गई है।
यह सब दर्शाता है कि सुजलॉन एनर्जी पर निवेशकों का विश्वास लगातार बढ़ रहा है।
रिन्यूएबल एनर्जी में सुजलॉन की अहम भूमिका
भारत में रिन्यूएबल एनर्जी की मांग तेजी से बढ़ रही है। सुजलॉन एनर्जी इस क्षेत्र में अपनी तकनीकी क्षमताओं और बड़े प्रोजेक्ट्स के जरिए इस मांग को पूरा करने में सक्षम है।
कंपनी ने हाल ही में नए विंड एनर्जी प्रोजेक्ट्स शुरू किए हैं, जो इसे बाजार में एक अग्रणी खिलाड़ी बना रहे हैं। भारत में सरकार की रिन्यूएबल एनर्जी नीतियों और बढ़ते इन्वेस्टमेंट से कंपनी को और फायदा हो सकता है।
FAQs
1. सुजलॉन एनर्जी का करंट शेयर प्राइस क्या है?
सुजलॉन एनर्जी का करंट शेयर प्राइस ₹76.51 है।
2. सुजलॉन एनर्जी ने पिछले 5 सालों में कितना रिटर्न दिया है?
कंपनी ने पिछले 5 सालों में 2,154.12% का रिटर्न दिया है।
3. क्या सुजलॉन एनर्जी डेब्ट-फ्री है?
हां, कंपनी ने फंड रेजिंग के जरिए खुद को डेब्ट-फ्री बना लिया है।
4. क्या सुजलॉन एनर्जी ने डिविडेंड दिया है?
हां, कंपनी ने अब तक चार बार डिविडेंड की सिफारिश की है।
5. सुजलॉन एनर्जी का 52-वीक हाई और लो प्राइस क्या है?
52-वीक हाई ₹84.29 और लो ₹21.25 है।
6. क्या सुजलॉन एनर्जी म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए आकर्षक है?
हां, मार्च 2024 तक म्यूचुअल फंड होल्डिंग्स 1.33% से बढ़कर 1.86% हो चुकी हैं।
7. क्या सुजलॉन एनर्जी में विदेशी निवेशक निवेश कर रहे हैं?
हां, विदेशी निवेशकों की होल्डिंग 17.83% से बढ़कर 19.57% हो गई है।
8. क्या सुजलॉन एनर्जी भविष्य में अच्छा प्रदर्शन करेगी?
कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और रिन्यूएबल एनर्जी डिमांड इसे एक बेहतर विकल्प बनाती है।