
इन्वेस्टर की जानकारी के लिए बता दे की नवीकरण ऊर्जा सेक्टर की प्रमुख कंपनी Suzlon Energy Share को लेकर एक नई अपडेट सामने आई है। अब कंपनी ने हाल ही में शेयर बाजारों (BSE/NSE) पर अप्रैल -जून की तिमाही का ताजा शेयरहोल्डिंग पैटर्न जारी किया है। जिससे कई बड़े बदलाव सामने आए हैं। लेकिन इसमें खास बात यह है, कि इस तिमाही में एक प्रमुख घरेलू म्यूचुअल फंड ने कंपनी में पहली बार निवेश किया है,ससे संस्थागत निवेशकों के भरोसे का संकेत मिलता है।
मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड ने सुजलॉन में 1.03% हिस्सेदारी खरीदी
Bombay Stock Exchange (BSE) पर उपलब्ध नए डेटा के मुताबिक, Motilal Oswal Midcap Fund ने अप्रैल-जून 2025 तिमाही में Suzlon Energy में 1.03% हिस्सेदारी खरीदी है। मार्च 2025 तिमाही के अंत तक इस फंड की कंपनी में कोई हिस्सेदारी नहीं थी। यह खरीदारी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनियों में बढ़ती दिलचस्पी को दर्शाती है, खासकर तब जब सरकार और निजी क्षेत्र इस क्षेत्र में बड़े निवेश की योजना बना रहे हैं।
Mutual Funds की कुल हिस्सेदारी बढ़कर हुई 5.24%
इस तिमाही के दौरान Mutual Funds की कुल हिस्सेदारी में भी बड़ा इजाफा देखने को मिला है। जहां मार्च 2025 तिमाही तक यह हिस्सेदारी 4.17% थी, वहीं जून तिमाही के अंत तक यह बढ़कर 5.24% हो गई। इससे यह साफ है कि देश के प्रमुख फंड मैनेजर Suzlon जैसे Renewable Energy Player में भरोसा दिखा रहे हैं। यह बदलाव ना केवल कंपनी की बाजार में पकड़ को दर्शाता है बल्कि संभावित निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत भी है।
Promoters ने घटाई हिस्सेदारी, अब 11.74% पर सिमटी हिस्सेदारी
जहां एक ओर संस्थागत निवेशकों ने हिस्सेदारी बढ़ाई है, वहीं कंपनी के प्रमोटर्स ने अपनी हिस्सेदारी में कटौती की है। शेयरहोल्डिंग पैटर्न के अनुसार, प्रमोटर्स ने ब्लॉक डील के जरिए अपनी हिस्सेदारी 13.25% से घटाकर 11.74% कर दी है। यह कदम कंपनी के रणनीतिक पुनर्गठन या पूंजी जुटाने की योजना का हिस्सा हो सकता है। हालांकि, इसने बाजार में हलचल जरूर पैदा की है, क्योंकि प्रमोटर्स की हिस्सेदारी में गिरावट को कई बार निवेशकों के लिए चेतावनी संकेत माना जाता है।
LIC ने हिस्सेदारी में कोई बदलाव नहीं किया
भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी, भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने जून तिमाही में Suzlon Energy में अपनी हिस्सेदारी 1.02% पर स्थिर बनाए रखी है। LIC का यह स्टैंड दिखाता है कि वह कंपनी की दीर्घकालिक संभावनाओं पर विश्वास रखता है। ऐसे समय में जब Promoters हिस्सेदारी घटा रहे हैं, LIC जैसे संस्थानों का भरोसा बना रहना कंपनी की स्थिरता के पक्ष में जाता है।
रिटेल निवेशकों की संख्या में आई गिरावट
जून तिमाही में Suzlon Energy में रिटेल शेयरधारकों की संख्या में मामूली गिरावट देखने को मिली है। मार्च 2025 में जहां रिटेल निवेशकों की संख्या 56.12 लाख थी, वहीं जून 2025 के अंत तक यह घटकर 55.4 लाख रह गई। हालांकि, प्रतिशत के लिहाज से यह बदलाव बहुत बड़ा नहीं है, रिटेल हिस्सेदारी 25.12% से घटकर 25.03% हो गई है।
इससे यह संकेत मिलता है कि कुछ रिटेल निवेशक मुनाफा वसूली या बाजार की चाल को देखते हुए बाहर निकले हैं।
सुजलॉन शेयर स्थिर, हल्की गिरावट के साथ बंद
शुक्रवार, 18 जुलाई 2025 को Suzlon Energy का शेयर 1.8% की गिरावट के साथ 65.09 रुपये पर बंद हुआ। पूरे साल की बात करें तो शेयर का प्रदर्शन लगभग स्थिर रहा है।
2024 के आखिरी महीनों में जहां सुजलॉन के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखी गई थी, वहीं 2025 में अब तक इसमें बड़ी उछाल नहीं आई है। हालांकि, संस्थागत खरीद और हिस्सेदारी में बदलाव इस ओर इशारा कर रहे हैं कि निकट भविष्य में यह शेयर फिर से निवेशकों की नजरों में आ सकता है।
निवेश से पहले ले एक्सपर्ट सलाह
CNBC आवाज़ और CNBC TV18 हिंदी की ओर से यह साफ तौर पर बताया गया है कि यहां दी गई जानकारियां विश्लेषकों और ब्रोकरेज फर्मों के निजी विचार हैं। किसी भी तरह का निवेश करने से पहले सर्टिफाइड वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें।