
Suzlon Energy को हाल ही में भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड यानी BPCL से एक बड़ा प्रोजेक्ट ऑर्डर मिला है, जिसके बाद कंपनी के शेयर में जबरदस्त तेजी देखी गई है। इस नई डील के साथ ही Suzlon Energy की स्थिति रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy सेक्टर में और मजबूत होती नजर आ रही है। 50 मेगावाट की इस विंड एनर्जी परियोजना का असर न केवल कंपनी के ऑपरेशनल पोर्टफोलियो पर दिख रहा है, बल्कि इसका सीधा प्रभाव स्टॉक मार्केट में भी साफ दिखाई दे रहा है।
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5,622 मेगावाट की ऑर्डर बुक
BPCL की ओर से मिले इस ऑर्डर के बाद Suzlon की कुल ऑर्डर बुक 5,622 मेगावाट तक पहुंच गई है, जो कंपनी के इतिहास की सबसे बड़ी ऑर्डर बुक मानी जा रही है। यह प्रोजेक्ट न केवल कंपनी की निर्माण क्षमता का प्रमाण है, बल्कि इसके जरिए यह भी स्पष्ट होता है कि Suzlon जैसी घरेलू कंपनी अब रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में बड़ी संस्थाओं की पहली पसंद बनती जा रही है।
शेयर प्राइस में तेजी और ब्रोकरेज का रुख
BPCL से डील की घोषणा के तुरंत बाद Suzlon के शेयर में उछाल देखा गया और विश्लेषकों का मानना है कि अगर यह स्टॉक ₹64 का स्तर पार कर जाता है, तो इसके ₹70 से ₹71 तक जाने की पूरी संभावना है। Motilal Oswal और Geojit Financial Services जैसे ब्रोकरेज हाउस ने Suzlon के लिए ₹70-₹71 का टारगेट प्राइस तय किया है। हालांकि, कुछ एक्सपर्ट्स इस बात पर भी जोर दे रहे हैं कि शेयर को ₹64 के स्तर पर स्थिरता प्राप्त करनी जरूरी है, जिससे इसकी वृद्धि की संभावनाएं और सुदृढ़ हो सकें।
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वित्तीय प्रदर्शन में 91% की छलांग
Suzlon Energy ने हाल ही में अपने तिमाही वित्तीय नतीजे भी जारी किए हैं, जो कंपनी के लिए उत्साहजनक रहे हैं। कंपनी ने ₹388 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है, जो पिछले साल के मुकाबले 91% अधिक है। इसी के साथ कंपनी की कुल आय 90% बढ़कर ₹2,969 करोड़ तक पहुंच गई है। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि Suzlon अब वित्तीय रूप से भी बेहद मजबूत हो चुकी है।
उत्पादन क्षमता में विस्तार की योजना
कंपनी ने यह भी घोषणा की है कि वह अपनी उत्पादन क्षमता को 3.15 गीगावाट से बढ़ाकर 4.5 गीगावाट करने की योजना पर काम कर रही है। इस कदम का सीधा संबंध भविष्य में मिलने वाले बड़े ऑर्डर से है। यानी Suzlon खुद को भविष्य की मांग के अनुसार ढाल रही है ताकि बड़े स्तर की परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से पूरा किया जा सके।
निवेशकों के लिए भरोसेमंद विकल्प बनता Suzlon
जब कोई कंपनी लगातार सकारात्मक वित्तीय प्रदर्शन के साथ-साथ बड़े सरकारी और कॉर्पोरेट ऑर्डर हासिल करती है, तो इससे निवेशकों का भरोसा भी मजबूत होता है। Suzlon Energy के मामले में यही हो रहा है। एक समय संघर्षरत रही इस कंपनी ने अब न केवल वापसी की है, बल्कि रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में खुद को अग्रणी खिलाड़ियों में शुमार करने का मार्ग भी प्रशस्त किया है।
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