रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy सेक्टर की अग्रणी कंपनी सुजलॉन एनर्जी-Suzlon Energy ने शेयर बाजार में ऐसी जबरदस्त वापसी की है, जिसने हर निवेशक को चौंका दिया है। कंपनी का शेयर 27 मार्च 2020 को जहां मात्र 1.72 रुपये पर ट्रेड हो रहा था, वहीं आज यानी 28 मई 2025 को इसका मूल्य 67.63 रुपये तक पहुंच चुका है। इस दौरान इसने लगभग 3800% का अभूतपूर्व रिटर्न दिया है।

अगर उस समय किसी निवेशक ने सिर्फ 1 लाख रुपये सुजलॉन एनर्जी में लगाए होते, तो उसकी वैल्यू आज 39.31 लाख रुपये हो चुकी होती। यह सफलता न सिर्फ शेयर के दाम की बात करती है, बल्कि यह दर्शाती है कि कैसे एक संकटग्रस्त कंपनी रणनीतिक बदलावों के जरिए निवेशकों के लिए मल्टीबैगर साबित हो सकती है।
कभी संकट में घिरी थी सुजलॉन एनर्जी, अब कर रही है जबरदस्त वापसी
एक समय था जब सुजलॉन एनर्जी भारी कर्ज के बोझ तले दबी हुई थी और उसका संचालन घाटे में जा रहा था। बैंकों का बकाया, लगातार गिरती हुई आय और बाजार में घटता हुआ भरोसा – इन सभी कारणों ने इसे निवेशकों के लिए एक असुरक्षित स्टॉक बना दिया था। लेकिन कंपनी ने हाल के वर्षों में कई अहम बदलाव किए।
डेट कम करने, ऑपरेशनल एफिशिएंसी बढ़ाने और नई परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने जैसे कदमों ने कंपनी को संकट से बाहर निकाला और उसे फिर से एक मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया। आज बाजार में सुजलॉन एनर्जी को एक भरोसेमंद और उभरती हुई Renewable Energy कंपनी के रूप में देखा जा रहा है।
COVID-19 की मंदी बनी सुनहरा अवसर
मार्च 2020 में जब पूरी दुनिया COVID-19 महामारी से जूझ रही थी, तब शेयर बाजार में ऐतिहासिक गिरावट देखने को मिली थी। उसी दौरान सुजलॉन एनर्जी का शेयर 1.72 रुपये के निचले स्तर तक गिर गया था। यह एक ऐसा समय था जब अधिकांश निवेशक इस शेयर को ‘पेनी स्टॉक’ मानकर इससे दूरी बना रहे थे।
लेकिन कुछ समझदार निवेशकों ने इस गिरावट को अवसर में बदला और जोखिम उठाया। आज वे निवेशक करोड़ों के मालिक बन चुके हैं। यह घटना इस बात को प्रमाणित करती है कि शेयर बाजार में धैर्य और दूरदृष्टि से ही बड़ी सफलता पाई जा सकती है।
मल्टीबैगर की श्रेणी में शामिल हुआ सुजलॉन एनर्जी
पिछले पांच वर्षों में जिस तरह से 3800% का रिटर्न सुजलॉन एनर्जी ने दिया है, उसने इसे एक मल्टीबैगर स्टॉक बना दिया है। अब यह केवल एक कंपनी नहीं, बल्कि एक ऐसी कहानी बन चुकी है जो बताती है कि कैसे कोई भी कंपनी खराब स्थिति से उबरकर ऊंचाइयों तक पहुंच सकती है।
इस सफलता की कहानी यह भी दिखाती है कि भारत में Renewable Energy सेक्टर किस तेज़ी से आगे बढ़ रहा है और उसमें कितनी संभावनाएं छिपी हैं।
नई रणनीति और विकास की योजनाएं दे रहीं हैं ग्रोथ को रफ्तार
सुजलॉन एनर्जी ने हाल के वर्षों में अपने बिजनेस मॉडल में व्यापक बदलाव किए हैं। कंपनी ने पवन ऊर्जा और सोलर प्रोजेक्ट्स पर बड़ा फोकस किया है और कई नए अनुबंध भी हासिल किए हैं। साथ ही, सरकार की ओर से मिलने वाली सहायता, जैसे कि PLI स्कीम, ग्रीन एनर्जी मिशन, और नेशनल सोलर मिशन ने भी कंपनी की वृद्धि में अहम भूमिका निभाई है।
भविष्य की योजनाओं में कंपनी खासकर ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में बिजली पहुंचाने के लिए अपने प्रोजेक्ट्स का विस्तार करने जा रही है, जो इसे और भी बड़ा अवसर प्रदान कर सकता है।
निवेशकों के लिए सावधानी बरतना भी जरूरी
हालांकि इस स्टॉक ने अब तक बेहतरीन रिटर्न दिए हैं, लेकिन मौजूदा मूल्य पर इसमें उतार-चढ़ाव की संभावना भी बनी हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि जिन्होंने इसे निचले स्तर पर खरीदा था, उनके लिए कुछ मुनाफा बुक करना समझदारी हो सकती है।
वहीं, जो निवेशक अब इस स्टॉक में एंट्री लेना चाहते हैं, उन्हें दीर्घकालिक सोच के साथ आगे बढ़ना चाहिए और कंपनी की आगामी योजनाओं तथा बाजार के रुझानों पर नजर बनाए रखनी चाहिए।
विश्लेषकों की राय: ग्रोथ का ट्रेंड जारी रहने की उम्मीद
बाजार के विश्लेषकों का मानना है कि सुजलॉन एनर्जी ने बीते वर्षों में अपने फंडामेंटल्स को काफी मजबूत किया है। कंपनी की बैलेंस शीट अब पहले से कहीं बेहतर है और प्रबंधन द्वारा दी गई भविष्य की दिशा भी निवेशकों को भरोसा दिला रही है।
अगर कंपनी आने वाले तिमाहियों में अपने प्रदर्शन को बनाए रखती है, तो यह स्टॉक अभी और ऊंचाई तक जा सकता है। यह उन कंपनियों में शामिल हो चुकी है जिनका नाम अब निवेशकों की विश लिस्ट में रहने लगा है।
सरकार की योजनाओं से सुजलॉन को मिल रहा है बूस्ट
भारत सरकार ने यह लक्ष्य रखा है कि 2030 तक देश की ऊर्जा का एक बड़ा हिस्सा रिन्यूएबल स्रोतों से प्राप्त किया जाए। इसके लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनमें ग्रीन हाइड्रोजन मिशन और नेशनल सोलर मिशन शामिल हैं।
इन योजनाओं से सीधे तौर पर उन कंपनियों को फायदा मिल रहा है जो Renewable Energy पर काम कर रही हैं। सुजलॉन एनर्जी भी उनमें से एक है और इस नीतिगत सहयोग से इसके शेयर को भविष्य में और मजबूती मिल सकती है।
गिरावट को अवसर में बदलने की मिसाल है सुजलॉन एनर्जी
सुजलॉन एनर्जी की यह सफलता कहानी यह सिखाती है कि शेयर बाजार में धैर्य, समझदारी और संकट में अवसर पहचानने की क्षमता ही असली कुंजी है। एक ऐसा स्टॉक जिसे एक समय में डूबता हुआ माना जा रहा था, आज निवेशकों को करोड़पति बना चुका है।
यह केस स्टडी निवेशकों के लिए प्रेरणा है कि जब भी बाजार में गिरावट आए, तब घबराने की बजाय सही स्टॉक की पहचान कर निवेश करना ही भविष्य की सफलता की नींव रख सकता है।