नई दिल्ली, बिज़नेस डेस्क। पवन ऊर्जा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड के शेयरों में बुधवार, 14 मई को शुरुआती कारोबार में जोरदार उछाल देखने को मिला। कंपनी का शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर करीब 4.22% की तेजी के साथ ₹60.03 पर कारोबार करता देखा गया। यह लगातार तीसरा दिन है जब सुजलॉन के स्टॉक्स में तेजी दर्ज की गई है।

इस तेजी की अहम वजह मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट है, जिसमें ब्रोकरेज हाउस ने सुजलॉन एनर्जी पर ‘Buy’ रेटिंग दोहराई है। साथ ही कंपनी का टारगेट प्राइस ₹75 प्रति शेयर तय किया गया है। यह मौजूदा मूल्य से करीब 30% की अपसाइड पोटेंशियल को दर्शाता है।
सरकारी नीति का असर, निवेशकों को मिल सकता है फायदा
मोतीलाल ओसवाल ने अपनी रिपोर्ट में केंद्र सरकार के हालिया ‘रिवाइज्ड लिस्ट ऑफ मॉडल्स एंड मैन्युफैक्चरर्स (RLMM)’ के ड्राफ्ट नोटिफिकेशन का हवाला दिया है। इस नीति के तहत घरेलू विंड टरबाइन कंपोनेंट्स को अनिवार्य बनाए जाने का प्रस्ताव है। ब्रोकरेज के अनुसार, यह कदम भारतीय विंड एनर्जी कंपनियों, खासकर सुजलॉन के लिए मीडियम और लॉन्ग टर्म में फायदेमंद हो सकता है।
ब्रोकरेज हाउस ने कहा:
“यदि यह प्रस्ताव लागू होता है, तो विदेशी कंपनियों की हिस्सेदारी घटेगी और घरेलू निर्माताओं को ऑर्डर बुक में अधिक मौका मिलेगा।”
दो अहम बिंदु जो सुजलॉन को दे सकते हैं बढ़त
प्रतिस्पर्धा में कमी: RLMM मसौदे के लागू होने से विदेशी कंपनियों की भागीदारी सीमित होगी। इससे घरेलू कंपनियों को राहत मिलेगी और वे अधिक ऑर्डर हासिल कर सकेंगी।
इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग का फायदा: वर्तमान में भारतीय OEMs (Original Equipment Manufacturers) लगभग 50-60% नए ऑर्डर पर कब्जा कर पा रहे हैं। लेकिन सुजलॉन की इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्षमता उसे इस हिस्सेदारी को और मजबूत करने में मदद करेगी।
EPC सेगमेंट पर बढ़ाया फोकस
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि सुजलॉन अपने EPC (Engineering, Procurement & Construction) सेगमेंट की हिस्सेदारी को मौजूदा 20% से बढ़ाकर 50% तक ले जाने की रणनीति पर काम कर रही है। इससे कंपनी को प्रोजेक्ट डिलीवरी में ज्यादा नियंत्रण और पारदर्शिता मिलेगी।
वैल्यूएशन और हालिया प्रदर्शन
मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक, सुजलॉन एनर्जी इस समय FY27 की अनुमानित कमाई के 24x PE पर ट्रेड कर रही है, जो मौजूदा मूल्य स्तर पर निवेश के लिए आकर्षक अवसर दर्शाता है।
शेयर प्रदर्शन:
- 1 महीने में तेजी: 10.41%
- वर्ष 2025 में अब तक गिरावट: 8.5%
- 14 मई, दोपहर 12 बजे NSE पर भाव: ₹60.03 (+4.22%)
सरकार की मेक इन इंडिया नीति, RLMM प्रस्ताव और घरेलू निर्माण को प्राथमिकता देने की योजना सुजलॉन जैसे विंड एनर्जी कंपनियों के लिए एक बड़ा अवसर लेकर आ रही हैं। मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट और विश्लेषण इस बात की पुष्टि करता है कि निकट भविष्य में सुजलॉन के स्टॉक्स में 30% तक की बढ़ोतरी संभव है। निवेशकों के लिए यह एक मुनाफे वाला सौदा साबित हो सकता है।