सोमवार का दिन सुजलॉन एनर्जी के निवेशकों के लिए खासा फायदेमंद साबित हो रहा है। शेयर बाजार में जबरदस्त हलचल के बीच Suzlon Energy का शेयर आज मजबूत शुरुआत के साथ खुला और दिन चढ़ते ही इसमें शानदार तेजी देखने को मिली। बीते हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शेयर 55.08 रुपये पर बंद हुआ था, वहीं सोमवार को यह 55.58 रुपये पर खुला और कुछ ही घंटों में करीब 3.81% की तेजी के साथ 57.18 रुपये तक पहुंच गया।

तेजी की वजह क्या है?
असल में, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की ओर से विंड टर्बाइन मॉडल्स और उनके मैन्युफैक्चरर्स की संशोधित सूची (RLMM) के लिए एक नई ड्राफ्ट अधिसूचना जारी की गई है। इस ड्राफ्ट के तहत पवन टर्बाइन के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले अहम पार्ट्स जैसे ब्लेड, गियरबॉक्स, जनरेटर और टावर वगैरह की लोकल सोर्सिंग को अनिवार्य किया गया है।
घरेलू इंडस्ट्री को मिलेगा बूस्ट
सरकार के इस कदम का साफ मकसद यह है कि पवन ऊर्जा सेक्टर में ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा दिया जाए और भारत में निर्मित घटकों का उपयोग ज्यादा हो। इससे न सिर्फ घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को मजबूती मिलेगी, बल्कि ऐसी कंपनियों को सीधा फायदा होगा जो पहले से इस दिशा में काम कर रही हैं—जैसे कि Suzlon।
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निवेशकों का बढ़ा भरोसा
इस सकारात्मक बदलाव के बाद बाजार में सुजलॉन को लेकर निवेशकों की धारणा और मजबूत हुई है। यही वजह है कि कंपनी के शेयर में आज इतनी अच्छी तेजी देखने को मिली। कई जानकार मान रहे हैं कि अगर यह ड्राफ्ट अधिसूचना आगे जाकर लागू होती है, तो Suzlon जैसी घरेलू कंपनियों को बड़ा फायदा मिल सकता है।
सरकारी नीतियों में बदलाव किस तरह से कंपनियों के भविष्य को प्रभावित करते हैं, Suzlon इसका ताजा उदाहरण है। पवन ऊर्जा क्षेत्र में काम करने वाली कंपनियों के लिए ये संकेत अच्छे हैं, और अगर आप भी इस सेक्टर में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो Suzlon पर नजर बनाए रखना समझदारी हो सकती है।