
Suzlon Energy, जो भारत की अग्रणी रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy कंपनियों में से एक है, के शेयरों में हाल ही में गिरावट देखने को मिली है। इसके बावजूद, प्रमुख ब्रोकरेज फर्म्स ने इस स्टॉक पर ‘BUY’ की सिफारिश की है। निवेशकों के लिए यह जानना बेहद महत्वपूर्ण है कि शेयर प्राइस में कमजोरी के बावजूद क्यों Suzlon Energy में निवेश का अवसर अब भी मजबूत बना हुआ है।
यह भी देखें: अब मिल रहा है UTL का 330W सोलर सिस्टम बेहद कम कीमत में! जबरदस्त सब्सिडी के साथ उठाएं फायदा
हालिया गिरावट के प्रमुख कारण
हाल की गिरावट की वजहें बाजार की अस्थिरता, कुछ अनुबंधों का रद्द होना और कंपनी के एक प्रमुख अधिकारी के इस्तीफे जैसे कारकों से जुड़ी रही हैं। फिर भी, कंपनी का मजबूत फंडामेंटल आधार और भविष्य की योजनाएं इसे निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाती हैं। भारतीय शेयर बाजार में जहां अनिश्चितता बनी हुई है, वहीं Suzlon Energy ने अपने ऑर्डर बुक को मजबूत बनाकर, और उत्पादन क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि कर, अपने भविष्य की संभावनाओं को सुरक्षित किया है।
कंपनी की मजबूती और भविष्य की रणनीति
Suzlon के पास वर्तमान में 5.9 गीगावाट की रिकॉर्ड ऑर्डर बुक मौजूद है, जो आने वाले वर्षों में कंपनी की आय को स्थिरता प्रदान करेगी। इसके साथ ही, कंपनी अपनी उत्पादन क्षमता को 4.5 गीगावाट तक बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है। वित्तीय मोर्चे पर भी Suzlon ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया है, जहां वित्त वर्ष में 91% की वृद्धि के साथ ₹387.76 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया गया।
यह भी देखें: सोलर लाइट पर जबरदस्त छूट! अब हर कोना होगा रोशन और बिजली बिल होगा शून्य
सरकारी नीतियां और ब्रोकरेज का भरोसा
‘मेक इन इंडिया’ पहल और रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy सेक्टर को सरकार द्वारा दिए जा रहे नीतिगत समर्थन से Suzlon को बड़ा फायदा मिल रहा है। यही वजह है कि ब्रोकरेज फर्म्स जैसे JM Financial, Motilal Oswal और Geojit Financial ने कंपनी के लिए ₹70 से ₹75 के लक्ष्य मूल्य की भविष्यवाणी की है, जो मौजूदा शेयर मूल्य से लगभग 20-25% की ऊपर की संभावना दिखाता है।
निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण सलाह
कुल मिलाकर, Suzlon Energy की वर्तमान गिरावट को निवेशक एक अवसर के रूप में देख सकते हैं, विशेषकर वे निवेशक जो मध्यम से दीर्घकालिक निवेश के इच्छुक हैं और रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy सेक्टर में संभावनाएं तलाश रहे हैं। हालाँकि, किसी भी निवेश निर्णय से पहले व्यक्तिगत जोखिम प्रोफाइल का मूल्यांकन करना और वित्तीय सलाहकार से परामर्श लेना अत्यंत आवश्यक है।
यह भी देखें: भारत का सबसे सस्ता 5kW सोलर सिस्टम: जानें कितनी होगी इंस्टालेशन की लागत और आपको क्या लाभ मिलेंगे!