Suzlon vs IREDA: किसमें करें लॉन्ग टर्म निवेश? जानिए किस शेयर में हो सकता है बड़ा मुनाफा

एक तरफ है Suzlon की 365% मुनाफे वाली चौंकाने वाली वापसी, दूसरी ओर IREDA का सरकारी भरोसे वाला स्थिर मॉडल। क्या आप तेज़ी के साथ दौड़ेंगे या सुरक्षित राह चुनेंगे? जानिए इन दो दिग्गज स्टॉक्स में किसे चुनें 2025 का गेमचेंजर!

Photo of author

Written by Rohit Kumar

Published on

Suzlon vs IREDA: किसमें करें लॉन्ग टर्म निवेश? जानिए किस शेयर में हो सकता है बड़ा मुनाफा
Suzlon vs IREDA: किसमें करें लॉन्ग टर्म निवेश? जानिए किस शेयर में हो सकता है बड़ा मुनाफा

भारतीय शेयर बाजार में Renewable Energy सेक्टर का कद तेजी से बढ़ रहा है और इन्वेस्टर की नजरे अब इस क्षेत्र के दो बदें नामों-Suzlon Energy और India Renewable Energy Development Agency (IREDA)-पर टिक चुकी हैं । हाल ही मे घोषित Q4FY25 के नतीजों तकनीकी संकेतों ऑर्डर बुक की मजबूती और ब्रोकरेज हाउस की रिपोर्ट्स से यह साफ हो गया है की इन दोनों कंपनियों की लंबी अवधि की टक्कर अब निर्णायक मोड पर है।

Suzlon Energy: मुनाफे की रफ्तार और ऑर्डर बुक की ताकत

Suzlon Energy ने FY25 की चौथी तिमाही में ₹1,182 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है,जो पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले 365% की शानदार वृद्धि को दर्शाता है। यह नतीजा सिर्फ एक तगड़े टर्न अराउंड की कहानी नहीं कहता ,बल्कि कंपनी के भविष्य मे स्थिर ग्रोथ की दिशा भी साफ करता है।

कंपनी की वर्तमाम ऑर्डर बुक लगभग 5.6 GW तक पहुँच चुकी है,जिससे FY25 से FY27 तक करीब 30% PATCAGR की संभावना जताई जा रही है । यह आंकड़ा इसे Renewable Energy सेक्टर मे एक खिलाड़ी बना देता है ,खासकर तब जब भारत सरकार इस क्षेत्र को लेकर अलग रुख दिखा रही है।

ब्रोकरेज फर्मों की नजर में भी Suzlon आकर्षक बना हुआ है। Motilal Oswal ने ₹70 से ₹83 का टार्गेट प्राइस दिया है, वहीं ICICI Securities और JM Financial ने क्रमशः ₹76 और ₹81 का लक्ष्य रखा है। मौजूदा स्तर से यह अनुमानित वृद्धि 21% से 30% के बीच हो सकती है।

हालांकि वर्ष 2025 की शुरुआत में Suzlon का स्टॉक 50% तक उछला था, लेकिन हालिया बाजार सुधारों और वैश्विक मंदी की चिंता ने इसमें थोड़ी गिरावट ला दी। फिर भी, कंपनी की बैलेंस शीट मजबूत है और cash-rich स्थिति के चलते यह भविष्य के प्रोजेक्ट्स को सुचारू रूप से execute करने में सक्षम दिखती है।

सरकारी नीतियों जैसे domestic content requirement से Suzlon को अतिरिक्त लाभ मिल रहा है, खासकर भारतीय और यूरोपीय बाजारों से मिल रहे नए ऑर्डर्स के मद्देनजर।

IREDA सरकारी भरोसे और वित्तीय स्थिरता का मजबूत संयोजन

सरकार के अधीन आने वाली PSU कंपनी IREDA (Indian Renewable Energy Development Agency) ने Q4 FY25 में ₹502 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है, जो साल-दर-साल आधार पर 49% की वृद्धि को दर्शाता है। साथ ही, कंपनी की आय भी 37% बढ़ी है, जो इसकी मजबूत फंडिंग क्षमता और संचालन कुशलता का संकेत है।

IREDA की ताकत इसके वित्तीय मॉडल और 75% सरकारी हिस्सेदारी में है, जो निवेशकों को एक अतिरिक्त सुरक्षा की भावना देता है। Renewable Energy प्रोजेक्ट्स को वित्त उपलब्ध कराने वाली यह संस्था लगातार अपनी reach और प्रभाव बढ़ा रही है।

Also Read200Ah बैटरी को चार्ज करने के लिए कितने सोलर पैनल चाहिए? जानें सही गणना और सेटअप

200Ah बैटरी को चार्ज करने के लिए कितने सोलर पैनल चाहिए? जानें सही गणना और सेटअप

तकनीकी विश्लेषण बताता है कि स्टॉक ₹140–130 के रेंज में समर्थन पा सकता है, जबकि ऊपर की ओर ₹155–162 पर इसका रेजिस्टेंस है। यदि स्टॉक ₹162 से ऊपर बंद होता है, तो Wall Street का अनुमान है कि यह ₹219 तक जा सकता है, और एक सकारात्मक परिदृश्य में इसका लक्ष्य ₹294 तक भी हो सकता है—जो लगभग 78% upside को दर्शाता है।

FY26 तक IREDA के Revenue CAGR लगभग 22% और EPS ग्रोथ 17% रहने की संभावना है, जबकि Return on Equity (RoE) लगभग 17% के आसपास रहने का अनुमान है। कंपनी ने हाल ही में perpetual bonds जारी कर अपनी पूंजी संरचना को और मज़बूत किया है और borrowing limits में भी विस्तार किया है।

हालांकि, इसमें कुछ जोखिम भी छिपे हुए हैं,जैसे कि interest rate में उतार-चढ़ाव और bank-like environment में होने वाले संभावित regulatory बदलाव। फिलहाल तकनीकी रूप से यह स्टॉक bearish territory में दिख रहा है और जब तक ₹162–176 की रेंज पार नहीं करता, इसमें निवेश कुछ हद तक जोखिमभरा हो सकता है।

Suzlon vs IREDA किसमें है लम्बी रेस की क्षमता?

अगर आप ऐसे निवेशक हैं जो उच्च जोखिम लेकर उच्च रिटर्न चाहते हैं और turnaround stories में विश्वास रखते हैं, तो Suzlon Energy आपके लिए उपयुक्त विकल्प बन सकता है। इसकी मजबूत ऑर्डर बुक, तेजी से बढ़ता मुनाफा और ब्रोकरेज की सकारात्मक राय इसे एक आक्रामक निवेश विकल्प बनाते हैं।

वहीं, अगर आप कम जोखिम में स्थिरता और सरकारी समर्थन की तलाश में हैं, तो IREDA आपके पोर्टफोलियो के लिए एक बेहतर जोड़ हो सकता है। इसकी वित्तीय संरचना, RoE और ग्रोथ ट्रैक्शन इसे एक भरोसेमंद PSU निवेश विकल्प बनाते हैं।

निवेश रणनीति और समय-सीमा तय करें सफलता

Suzlon Energy और IREDA दोनों ही Renewable Energy सेक्टर में विशिष्ट रोल निभा रहे हैं। Suzlon जहां एक तेज़-गति वाले ग्रोथ स्टॉक की तरह उभरता दिख रहा है, वहीं IREDA एक स्थिर और नीति-समर्थित विकास की राह पर है। दोनों के अपने-अपने जोखिम और लाभ हैं।

निवेशकों को चाहिए कि वे अपनी निवेश रणनीति, समय-सीमा, और जोखिम सहनशीलता का मूल्यांकन करते हुए निर्णय लें। बाजार विश्लेषण, ब्रोकरेज रिपोर्ट्स और टेक्निकल संकेतों को समय-समय पर ट्रैक करना निवेश के निर्णय को सशक्त बना सकता है।

Also Readक्या आप भी अपने घर पर सोलर पैनल लगा रहे हैं? इन बातों का रखें ध्यान

घर पर सोलर पैनल लगवा रहे हैं? इन 5 गलतियों से बचें वरना होगा बड़ा नुकसान

Author
Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

Leave a Comment

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें