
भारत में Renewable Energy को लेकर जागरूकता लगातार बढ़ ही रही है,और इसी तरह Tata Power का 1kw Rooftop Solar System अब घरेलू उपभोक्ता के लिए बहुत ही अच्छा ऑप्शन बन गया है। इसके अलावा खासकर Pradhan Mantri Surya Ghar Muft Bijli Yojana के अंतर्गत केंद्र और राज्य सरकारों की संयुक्त सब्सिडी मिलने से यह सिस्टम अब सिर्फ ₹30,000 से ₹40,000 की लागत मे उपलब्ध है। यह न केवल बिजली बिल से राहत दिलाता है बल्कि आने वाले कुछ सालों में यह पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी निभाने का भी एक महत्वपूर्ण जरिया बन सकता है।
केंद्र और राज्य सरकार की सब्सिडी से कैसे मिल रही है भारी छूट
Tata Power का 1 kw ऑन–ग्रिड सोलर सिस्टम सामान्यत ₹75,000 से ₹85,000 की लागत ने आता है। लेकिन PM Surya Ghar Yojana के अंतर्गत केंद्र सरकार की ओर से ₹30,000 की सब्सिडी प्रदान की जा रही है। इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश सरकार भी राज्य स्तरीय सब्सिडी के रूप में ₹15,000 की सहायता दे रही है। इस प्रकार कुल ₹45,000 की सब्सिडी के बाद उपभोक्ता को यह सिस्टम मात्र ₹30,000–₹40,000 में मिल रहा है। यह कीमत बिजली के बढ़ते बिलों से परेशान आम नागरिकों के लिए बड़ी सुविधा और राहतजनक साबित हो रही है।
जानें क्या-क्या शामिल है 1 kW सोलर पैकेज में?
Tata Power के 1 kW Grid-Tie Solar System में कुल चार सोलर पैनल होते हैं, जिनमें प्रत्येक की क्षमता करीब 320 Wp होती है। इसके साथ ही इसमें उच्च गुणवत्ता का इन्वर्टर, मजबूत स्टील स्ट्रक्चर, वायरिंग सामग्री, इंस्टॉलेशन सेवा और आवश्यक सुरक्षा यंत्र शामिल होते हैं। Tata Power के अनुसार, यह सिस्टम सालाना लगभग 1,400 यूनिट बिजली उत्पन्न करता है, जो कि एक औसत शहरी परिवार की दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है।
बिजली बिल में सालाना ₹11,000 तक की बचत
इस सिस्टम की सबसे बड़ी खासियत है इसका उत्पादन क्षमता, जिससे बिजली बिल में बड़ी राहत मिलती है। यदि किसी उपभोक्ता की बिजली दर ₹6 से ₹8 प्रति यूनिट है, तो यह सिस्टम सालाना ₹8,400 से ₹11,200 तक की बचत कर सकता है। यानी हर महीने करीब ₹600 से ₹1,000 तक का सीधा लाभ। इस प्रकार केवल 3 से 4 वर्षों में यह सिस्टम अपनी लागत वसूल कर लेता है और उसके बाद अगले 20 से 25 वर्षों तक लगभग मुफ्त बिजली देता है। यह न केवल आर्थिक दृष्टि से उपयोगी है बल्कि दीर्घकालिक स्थिरता भी सुनिश्चित करता है।
इंस्टॉलेशन और सब्सिडी प्रक्रिया कैसे होती है?
PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana का लाभ लेने के लिए सबसे पहले उपभोक्ता को इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना होता है। इसके बाद Tata Power की टेक्निकल टीम साइट विजिट कर उचित मूल्यांकन करती है। इंस्टॉलेशन पूरा होने के बाद नेट-मिटरिंग की सुविधा दी जाती है, जिससे उपभोक्ता अतिरिक्त उत्पादित बिजली को ग्रिड में भेज सकते हैं और उसके बदले क्रेडिट प्राप्त कर सकते हैं। सब्सिडी की राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाती है, जिससे पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और विश्वासपात्र बनती है।
पर्यावरण के लिए एक स्थायी और नया कदम
Tata Power का यह Rooftop Solar System पर्यावरण की दृष्टि से भी एक अहम कदम है। इससे प्रति वर्ष कार्बन उत्सर्जन में उल्लेखनीय कमी आती है। सोलर एनर्जी एक स्वच्छ और टिकाऊ स्रोत है, जो कोयला और डीजल जैसे पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर हमारी निर्भरता को कम करता है। इसके 25 वर्षों तक काम करने की क्षमता इसे एक मजबूत और दीर्घकालिक निवेश बनाती है। यह न केवल आज की आवश्यकता है, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए भी एक सुरक्षित ऊर्जा विकल्प है।
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EMI ऑप्शन और आसान फाइनेंसिंग की सुविधा
हालांकि ₹30,000–₹40,000 की कीमत पहले से ही किफायती है, फिर भी Tata Power ने इसे और सुलभ बनाने के लिए EMI और ऋण विकल्प भी मुहैया कराए हैं। बैंक और नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल संस्थान अब इस योजना के अंतर्गत उपभोक्ताओं को आसान ब्याज दरों पर लोन दे रहे हैं। इससे वे उपभोक्ता भी सोलर एनर्जी को अपना सकते हैं जो एकमुश्त भुगतान नहीं कर सकते। यह कदम देश में Renewable Energy को आम नागरिकों तक पहुंचाने की दिशा में बड़ा बदलाव ला सकता है।
भविष्य की संभावनाएं और नीति विस्तार
सरकार और Tata Power की ओर से संकेत दिए जा चुके हैं कि भविष्य में इस तरह की सब्सिडी योजनाओं का विस्तार अन्य राज्यों में भी किया जा सकता है। इससे देशभर में करोड़ों घरों को सस्ती, स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा प्राप्त हो सकेगी। साथ ही यह ग्रामीण क्षेत्रों में ऊर्जा आत्मनिर्भरता को भी मजबूत करेगा। राज्य सरकारें अगर इस मॉडल को अपनाएं तो भारत तेजी से ग्रीन एनर्जी की ओर बढ़ सकता है।