
भारत जैसे देश मे Tata Power का 5kW सोलर पैनल सिस्टम वर्तमान समय में देखा जाए तो Renewable Energy सेक्टर में एक उपलब्ध मूल्य मे मिल सकता है। क्योंकि आजकल के बदलते समय के साथ सोलर एनर्जी न केवल पर्यावरण के लिए अनुकूल विकल्प बन गई है, बल्कि यह आम उपभोक्ताओं के बिजली बिल को भी काफी हद तक कम कर सकती है। इसलिए हमारी ताज़ा जानकारी के अनुसार, टाटा पावर का यह सिस्टम अब ₹2.89 लाख + GST की कीमत पर मिला रहा है , जो कि फिलहाल मौजूद मार्किट रेट से बजट प्राइस में है।
2025 में टाटा पावर के 5kW सोलर सिस्टम की कीमत
वर्ष 2025 में भारत देश में 5kW ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम की कीमत ₹3,09,000 से ₹3,90,000 के बीच देखी जा रही है। लेकिन यह बात ध्यान रखें की यह प्राइस सोलर इंस्टॉलेशन और उसकी गुणवक्ता पर निर्भर करता है, हालांकि, टाटा पावर ने अपने DCR मोनो बाइफेशियल ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम को ₹2,89,000 + GST की कीमत पर उपलब्ध कराकर बाजार में इस प्राइस को एक नए रूप मे बदल दिया है, जो टाटा कंपनी की ऑफर वेबसाइट्स जैसे rahyni.com पर उपलब्ध है, और इसमें MNRE गाइडलाइंस के अनुसार सरकारी सब्सिडी के लाभ भी जोड़े जा सकते हैं।
हर दिन 20–25 यूनिट बिजली का उत्पादन, बिजली बिल में राहत
यदि एक (5kW Solar System) सोलर सिस्टम रोज लगभग 20 से 25 यूनिट बिजली उत्पादन करने की क्षमता रखता है। जिसका अर्थ है कि महीने में करीबन 600 से 750 यूनिट तक बिजली उत्पन्न होना। इसके अलावा अगर किसी उपभोक्ता का बिजली लागत ₹8 प्रति यूनिट है, तो तब उसकी मंथली बचत ₹4,800 से ₹6,000 तक हो सकती है। इसलिए इस तरह के अनुमान से यह साफ पता चल जाता है कि यह सिस्टम न केवल निवेश की वसूली जल्दी करता है, बल्कि कई वर्षों तक मुफ्त बिजली की सुविधा भी देता है।
क्या आपके घर के लिए उपयुक्त है यह सिस्टम?
अगर किसी का मंथली बिजली बिल ₹5,000 से ₹10,000 के बीच आता है, तो यह 5kW सोलर सिस्टम आपके लिए उपयुक्त हो सकता है। हालांकि, इंस्टॉलेशन के लिए आपको लगभग 450 से 500 वर्ग फुट एक ऐसी छत चाहिए जहां छाया की आवश्यकता होगी। इसके अलावा यह बात भी ध्यान देने योग्य है कि टाटा पावर का यह सिस्टम बाइफेशियल टेक्नोलॉजी पर आधारित है, जिससे यह आगे और पीछे दोनों ओर से प्रकाश लेकर बिजली उत्पादन करता है, जिससे इसकी क्षमता अन्य सामान्य पैनलों से अधिक होती है।
सरकारी सब्सिडी और फाइनेंस योजनाएं भी उपलब्ध
भारत देश में गोरमेंट्स के जरिए Residential Rooftop Solar Yojana मे सोलर प्लाटस के लिए सब्सिडी की मदद दी जाती है। MNRE (Ministry of New and Renewable Energy) के दिशा-निर्देशों के अनुसार उपभोक्ताओं को 5kW तक के सिस्टम पर 20% से 40% तक की सब्सिडी मिल सकती है। इसके साथ-साथ कई NBFC और बैंकों द्वारा आसान EMI और सोलर लोन की सुविधा भी दी जा रही है, जिससे अधिक लोग Renewable Energy की ओर रुख कर पा रहे हैं।
ऊर्जा स्वतंत्रता की ओर एक बड़ा कदम
टाटा पावर का यह सिस्टम न केवल बिजली बिल को शून्य करने में सहायक है, बल्कि यह आपको ऊर्जा स्वतंत्रता की ओर ले जाता है। ग्रिड पर निर्भरता कम होने से बिजली कटौती या दरों में वृद्धि जैसे मुद्दों से भी राहत मिलती है। इसके अलावा, बाइफेशियल टेक्नोलॉजी और DCR (Domestic Content Requirement) प्रमाणन इसे भारत में निर्मित और आत्मनिर्भर भारत पहल के अनुरूप भी बनाते हैं।
पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी लाभदायक
प्रत्येक 5kW का सोलर सिस्टम हर वर्ष लगभग 6 से 7 टन कार्बन उत्सर्जन को कम कर सकता है। इसलिए यदि आप पर्यावरण की टेंशन ले रहे है ,तो फेकर रहे क्योंकि यह सिस्टम केवल आपके खर्च को करने के साथ-साथ आपके कार्बन फुटप्रिंट को भी काफी घटाता है।
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क्या यह सही समय है निवेश करने का?
अगर आर्थिक और पर्यावरणीय पहलुओं को देखते हुए, यह कहना गलत नहीं होगा कि साल 2025 में टाटा पावर का 5kW सोलर पैनल सिस्टम एक समझदारी भरा निवेश है। बिजली बिल से राहत, सरकारी सब्सिडी, आसान फाइनेंस योजनाएं और ऊर्जा स्वतंत्रता यह सभी फायदे इस सिस्टम को एक उत्कृष्ट विकल्प बनाते हैं। अगर आपके पास पर्याप्त छत की जगह है और बिजली का उपयोग उच्च स्तर पर होता है, तो यह सिस्टम आपके लिए आदर्श हो सकता है।