
प्रधानमंत्री Surya Ghar Muft Bijli Yojana के तहत देशभर के लाखों घरों को सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा से जोड़ने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। Renewable Energy क्षेत्र में यह योजना गेमचेंजर साबित हो रही है। अब आम नागरिक सिर्फ ₹7,499 खर्च कर Rooftop Solar Panel अपने घर की छत पर लगवा सकते हैं और हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली का लाभ उठा सकते हैं। सरकार इस योजना के तहत ₹78,000 तक की सरकारी सब्सिडी प्रदान कर रही है, जो सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।
कितनी सब्सिडी मिल रही है इस योजना में?
PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana के तहत मिलने वाली सब्सिडी की राशि सोलर पैनल की क्षमता पर निर्भर करती है। 1 किलोवाट (1 KW) के सोलर सिस्टम पर लगभग ₹30,000 की सब्सिडी मिलती है, जबकि 3 किलोवाट तक के सिस्टम पर यह राशि बढ़कर ₹78,000 तक हो सकती है। यह सब्सिडी Direct Benefit Transfer (DBT) के माध्यम से लाभार्थी के खाते में आती है, जिससे सोलर सिस्टम की वास्तविक लागत बेहद कम हो जाती है और आम आदमी के लिए यह निवेश करना आसान हो जाता है।
300 यूनिट तक मुफ्त बिजली हर महीने
इस योजना का सबसे बड़ा आकर्षण यह है कि इसमें हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जा रही है। सरकार का मानना है कि एक औसत भारतीय परिवार की मासिक बिजली खपत लगभग 250 से 300 यूनिट के बीच होती है। ऐसे में यह योजना न केवल आपके बिजली बिल को पूरी तरह खत्म कर सकती है, बल्कि हर साल ₹18,000 से ₹20,000 तक की बचत भी सुनिश्चित करती है। यह एक स्थायी समाधान है, जो लंबी अवधि में बिजली की बढ़ती लागत से भी राहत दिलाता है।
आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन
इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया को सरल और 100% ऑनलाइन रखा गया है। इच्छुक लाभार्थी को https://pmsuryaghar.gov.in वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होता है। रजिस्ट्रेशन के लिए आपको अपना राज्य, बिजली वितरण कंपनी (DISCOM), बिजली कनेक्शन नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज करना होता है।
एक बार रजिस्ट्रेशन हो जाने के बाद आप अपनी जरूरत के अनुसार सोलर इंस्टॉलेशन की रिक्वेस्ट सबमिट कर सकते हैं। DISCOM द्वारा अनुमोदन मिलने के बाद इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया शुरू होती है और सब्सिडी आपकी बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है।
कौन लोग ले सकते हैं योजना का लाभ?
PM Surya Ghar Yojana का लाभ लेने के लिए कुछ बुनियादी योग्यताएं निर्धारित की गई हैं। सबसे पहले, आपके पास पक्का मकान होना चाहिए जिसकी छत पर सोलर पैनल लगाया जा सके। दूसरा, आपके नाम पर घरेलू बिजली कनेक्शन होना जरूरी है। तीसरा, आपका नाम बिजली बिल में दर्ज होना चाहिए और चौथा, आपके पास आधार से लिंक बैंक खाता होना चाहिए ताकि सब्सिडी का पैसा सीधे उसी में भेजा जा सके।
कोलैटरल-फ्री लोन और 25 साल की गारंटी
यह योजना केवल सब्सिडी तक सीमित नहीं है। सरकार ने इसे और भी आकर्षक बनाने के लिए कोलैटरल-फ्री लोन की सुविधा भी शामिल की है। यानी आपको बैंक से सोलर पैनल लगाने के लिए लोन लेते समय किसी भी प्रकार की संपत्ति गिरवी रखने की जरूरत नहीं होगी। इस लोन पर ब्याज दर भी सामान्य रखी गई है ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।
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इसी के साथ, सोलर पैनल की औसत उम्र 25 साल होती है। यानि एक बार निवेश करने के बाद आपको ढाई दशक तक बिजली के लिए किसी खर्च की जरूरत नहीं होगी। यह एक बार का निवेश, लंबे समय की राहत है।
अतिरिक्त बिजली से होगी कमाई
अगर आपके द्वारा उत्पन्न बिजली आपकी घरेलू जरूरतों से अधिक है, तो आप इसे अपने राज्य के बिजली ग्रिड को बेच सकते हैं। इससे आपको हर महीने अतिरिक्त इनकम हो सकती है। इस प्रकार, यह योजना सिर्फ बिजली की बचत नहीं बल्कि कमाई का जरिया भी बन सकती है। इससे आम नागरिक को आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलता है और बिजली पर बाहरी निर्भरता भी घटती है।
भारत की ऊर्जा नीति में इस योजना की भूमिका
PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana को भारत सरकार की दीर्घकालिक राष्ट्रीय ऊर्जा नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है। इसका लक्ष्य है देश के 1 करोड़ से अधिक घरों में सोलर सिस्टम पहुंचाना और भारत को Renewable Energy के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना।
2030 तक भारत का लक्ष्य है कि वह 500 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन करे। इस योजना के माध्यम से न केवल कार्बन उत्सर्जन में भारी कटौती होगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी यह एक ठोस कदम है। यह योजना देश को एक हरित और सतत ऊर्जा भविष्य की ओर ले जाती है।