भारत की प्रमुख सोलर कंपनियों में से एक, इनसोलेशन एनर्जी लिमिटेड (Insolation Energy Limited), हाल ही में चर्चा में है। इसकी सहायक कंपनी इनसोलेशन ग्रीन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड (Insolation Green Energy Private Limited) को सोलर पीवी मॉड्यूल की आपूर्ति के लिए ₹71.40 करोड़ का बड़ा खरीद ऑर्डर प्राप्त हुआ है।
यह अनुबंध वित्तीय वर्ष 2024-2025 के दौरान पूरा होने की उम्मीद है। इस महत्वपूर्ण ऑर्डर से कंपनी के शेयरों में एक मजबूत उछाल देखने को मिला है, जो निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।
इनसोलेशन एनर्जी लिमिटेड के शेयर की कीमत
हालांकि, बुधवार को इनसोलेशन एनर्जी के शेयर की कीमत में 5.87% की गिरावट आई। पहले के बंद भाव ₹4,302.45 से गिरकर यह ₹4,050 के करीब पहुंच गई। सत्र के दौरान, शेयर ने ₹4,339 का उच्चतम स्तर और ₹3,875.45 का न्यूनतम स्तर छुआ। इसके बावजूद, कंपनी का बाजार पूंजीकरण अब भी लगभग ₹8,457.79 करोड़ के आसपास बना हुआ है, जो इसके मजबूत भविष्य को दर्शाता है।
कंपनी की विस्तार योजनाएं और अनुमानित राजस्व
इनसोलेशन एनर्जी के पास 2024-2025 में ₹1,400 करोड़ से अधिक का टर्नओवर प्राप्त करने का लक्ष्य है, जो कि 2026-2027 तक बढ़कर ₹5,500 करोड़ तक पहुंच सकता है। कंपनी की विनिर्माण क्षमता में भी काफी वृद्धि होने की संभावना है।
वर्तमान में कंपनी की सोलर मॉड्यूल क्षमता 950 मेगावाट है, जिसे बढ़ाकर 4,000 मेगावाट तक करने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं, सोलर सेल की उत्पादन क्षमता वित्त वर्ष 2024 में 600 मेगावाट से बढ़कर वित्त वर्ष 2027 तक 1,200 मेगावाट तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। इस विस्तार से कंपनी को अगले तीन वर्षों में उत्पादन और वित्तीय प्रदर्शन में तेजी से वृद्धि की उम्मीद है।
शानदार वित्तीय प्रदर्शन
इनसोलेशन एनर्जी ने 2024 की पहली छमाही में ₹278 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया, जो 2025 की दूसरी छमाही तक बढ़कर ₹612 करोड़ हो गया, जो कि 120.14% की वार्षिक वृद्धि को दर्शाता है। वहीं, कंपनी के शुद्ध लाभ में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। 2024 की दूसरी तिमाही में ₹15 करोड़ से बढ़कर 2025 की दूसरी तिमाही में यह ₹61 करोड़ तक पहुंच गया, जो कि 306.67% की वृद्धि दर्शाता है।
इनसोलेशन एनर्जी की वित्तीय स्थिति भी काफी मजबूत रही है, जिसमें पिछले दो वर्षों में राजस्व और शुद्ध लाभ में क्रमशः 85.15% और 180.31% की CAGR (Compound Annual Growth Rate) देखी गई है। कंपनी का ROCE (Return on Capital Employed) 47.8% और ROE (Return on Equity) 68.5% है, जो इसकी उच्च प्रदर्शन क्षमता को दर्शाता है। कंपनी का ऋण-से-इक्विटी अनुपात (Debt-to-Equity Ratio) 0.41x है, जो इसे वित्तीय दृष्टि से मजबूत बनाता है। इसके अलावा, प्रति शेयर आय (EPS) ₹48.8 है।
शेयरधारिता पैटर्न और कंपनी की संरचना
सितंबर 2024 तक, इनसोलेशन एनर्जी के प्रवर्तकों के पास 70.04% की बहुलांश हिस्सेदारी है, जबकि विदेशी संस्थागत निवेशक (Foreign Institutional Investors – FII) के पास 0.59% और सार्वजनिक रूप से 29.37% हिस्सेदारी है। यह कंपनी 2015 में निगमित हुई थी और इसका मुख्यालय जयपुर, राजस्थान में स्थित है। सोलर पैनल, बैटरी, और इनवर्टर के उच्च दक्षता वाले उत्पादों में विशेषज्ञता रखने वाली यह कंपनी उत्तर भारत में सबसे बड़े सोलर पैनल निर्माताओं में से एक मानी जाती है।
भविष्य की उम्मीदें
इनसोलेशन एनर्जी का भविष्य रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र में बड़े विस्तार की ओर अग्रसर दिखता है। सरकार की सौर ऊर्जा और नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy) के प्रति सकारात्मक नीतियां और वैश्विक स्तर पर सस्टेनेबिलिटी की ओर बढ़ता ध्यान, इस कंपनी के लिए एक विशाल अवसर प्रदान कर रहे हैं। इसके उत्पादन और वित्तीय प्रदर्शन के आंकड़े इसे आने वाले वर्षों में एक प्रमुख सोलर निर्माता के रूप में स्थापित कर सकते हैं।
कंपनी की योजना को देखते हुए, निवेशकों को इसके शेयर में संभावित लाभ की उम्मीद है, विशेषकर जब सोलर पैनल और अन्य सोलर उत्पादों की मांग बढ़ने की संभावना है।