
UP Kusum Scheme 2025 उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के लिए शुरू की गई एक विशेष योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य के किसानों को सिंचाई के लिए सस्ती और स्थायी बिजली उपलब्ध कराना है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को भारी सब्सिडी पर सोलर पंप उपलब्ध कराए जा रहे हैं। योजना के तहत किसान केवल 23,900 रुपये में 2.50 लाख रुपये मूल्य का सोलर पंप अपने खेतों में लगा सकते हैं। यह योजना बिजली संकट से जूझ रहे किसानों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो रही है।
योजना का उद्देश्य और जरूरत
देश के अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को सिंचाई के लिए बिजली की अनियमित आपूर्ति की समस्या का सामना करना पड़ता है। डीजल पंपों पर निर्भरता से न केवल खर्च बढ़ता है, बल्कि पर्यावरण पर भी बुरा असर पड़ता है। UP Kusum Scheme का मुख्य उद्देश्य किसानों को रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy की ओर प्रेरित करना है ताकि वे सौर ऊर्जा के माध्यम से सिंचाई कर सकें और अपनी खेती को अधिक लाभकारी बना सकें।
इस योजना के तहत सरकार किसानों को सौर ऊर्जा आधारित पंप सेट लगाने के लिए वित्तीय सहायता देती है, जिससे किसान अपनी उपज की सिंचाई के लिए बिजली पर निर्भरता कम कर सकें और अतिरिक्त बिजली का उत्पादन कर उसे सरकार को बेचकर आय भी अर्जित कर सकें।
UP Kusum Scheme 2025 के प्रमुख लाभ
UP Kusum Scheme के अंतर्गत किसानों को कई प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं। योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें किसानों को सोलर पंप लगाने पर सरकार की ओर से भारी सब्सिडी प्रदान की जाती है।
किसान मात्र 23,900 रुपये खर्च करके 2.50 लाख रुपये मूल्य का सोलर पंप अपने खेत में स्थापित कर सकते हैं। बाकी की राशि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वहन की जाती है।
इसके अतिरिक्त, जो किसान अनुसूचित जनजाति (ST) श्रेणी से आते हैं, उन्हें 100 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है, जिससे उन्हें सोलर पंप लगाने के लिए कोई भी राशि नहीं देनी पड़ती।
अतिरिक्त आय का मौका भी
इस योजना के माध्यम से किसानों को सिर्फ सिंचाई सुविधा नहीं, बल्कि एक नया आय स्रोत भी प्राप्त होता है। किसान सोलर पंप से उत्पन्न अतिरिक्त बिजली को बिजली वितरण कंपनियों को बेच सकते हैं। इससे उन्हें हर महीने अतिरिक्त आमदनी हो सकती है। यह पहल किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है और रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy के क्षेत्र में उनकी भागीदारी भी सुनिश्चित करता है।
डीजल पंप से छुटकारा और पर्यावरण संरक्षण
पारंपरिक डीजल पंपों की तुलना में सोलर पंप न केवल खर्च को कम करते हैं बल्कि पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित हैं। डीजल पंप जहां हर साल हजारों लीटर डीजल की खपत करते हैं, वहीं सोलर पंप पूर्णतः पर्यावरण अनुकूल होते हैं। इससे सरकार के ग्रीन एनर्जी मिशन को भी बल मिलता है।
UP Kusum Scheme 2025 न केवल किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है, बल्कि उन्हें पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देने का अवसर दे रही है।
UP Kusum Scheme 2025 के लिए आवेदन कैसे करें?
अगर आप उत्तर प्रदेश के किसान हैं और इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो इसके लिए आवेदन प्रक्रिया काफी आसान है।
सबसे पहले, योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://pmkusum.upagriculture.com/ पर जाएं। यहां “आवेदन” का विकल्प चुनें और फॉर्म भरें।
फॉर्म में मांगी गई जानकारी को सही-सही भरने के बाद आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें और सबमिट करें। एक बार आवेदन हो जाने पर उसकी एक प्रति प्रिंट करके अपने पास सुरक्षित रख लें।
अगर आपको ऑनलाइन आवेदन में कोई दिक्कत होती है, तो आप नजदीकी कृषि विभाग या बिजली विभाग से संपर्क कर सकते हैं।
आत्मनिर्भर किसान और भविष्य की ओर कदम
UP Kusum Scheme 2025 उत्तर प्रदेश के किसानों को न केवल आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि यह उन्हें तकनीकी रूप से भी सक्षम बना रही है। यह योजना खेती को परंपरागत तरीकों से निकालकर आधुनिक, सस्टेनेबल और मुनाफेदार बनाने का माध्यम बन रही है।
यह कहना गलत नहीं होगा कि यह योजना राज्य के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ उन्हें भविष्य की स्मार्ट एग्रीकल्चर प्रणाली की ओर भी ले जा रही है।