
उत्तर प्रदेश में Renewable Energy को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में NHPC और उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के बीच 1525 मेगावाट की सोलर पावर सप्लाई डील सामने आई है। इस डील की समीक्षा वर्तमान में उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग (UPERC) द्वारा की जा रही है। राज्य की बिजली आवश्यकताओं को पूरा करने और पर्यावरणीय लक्ष्यों को साधने के लिहाज से यह समझौता एक अहम मील का पत्थर माना जा रहा है।
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डील की संपूर्ण संरचना और पृष्ठभूमि
मार्च 2024 में NHPC और UPPCL के बीच 1500 मेगावाट की सौर ऊर्जा आपूर्ति के लिए Power Sale Agreement (PSA) साइन किया गया था। जुलाई 2024 में इसमें 25 मेगावाट अतिरिक्त जोड़ते हुए इसे Supplementary PSA (SPSA) के माध्यम से 1525 मेगावाट तक विस्तारित किया गया। यह सौर ऊर्जा राजस्थान स्थित परियोजनाओं से आएगी, जिसमें Solairedirect से 225 मेगावाट, Avaada Energy से 1000 मेगावाट और Hazel Hybren से 275 मेगावाट की आपूर्ति प्रस्तावित है।
टैरिफ निर्धारण और ट्रेडिंग मार्जिन की स्थिति
इस डील के तहत NHPC द्वारा आपूर्ति की जाने वाली सौर ऊर्जा की कीमत ₹2.52 से ₹2.53 प्रति यूनिट तय की गई है। साथ ही, NHPC को प्रति यूनिट 7 पैसे का ट्रेडिंग मार्जिन प्रदान किया जाएगा। हालांकि, यह स्पष्ट किया गया है कि यदि NHPC एस्क्रो मैकेनिज्म या बिना शर्त रिवॉल्विंग लेटर ऑफ क्रेडिट प्रदान करने में विफल रहता है, तो ट्रेडिंग मार्जिन को ₹0.02 प्रति यूनिट तक सीमित किया जा सकता है। यह शर्तें डील को अधिक पारदर्शी और वित्तीय रूप से संतुलित बनाती हैं।
नियामक प्रक्रिया और स्वीकृति की स्थिति
17 अप्रैल 2025 को UPERC द्वारा इस डील पर सार्वजनिक सुनवाई आयोजित की गई, जिसमें NHPC और UPPCL दोनों पक्षों ने भाग लिया। उन्होंने यह भी सूचित किया कि केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग (CERC) ने 20 मार्च 2025 को इस टैरिफ को स्वीकृति दे दी थी। इसके बाद UPERC ने इस डील को मंजूरी प्रदान की, जो राज्य की Renewable Purchase Obligation (RPO) आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायक होगी।
राज्य की ऊर्जा प्रणाली पर संभावित प्रभाव
यह डील उत्तर प्रदेश की ऊर्जा प्रणाली के लिए बहुआयामी फायदे लेकर आती है। एक ओर इससे राज्य को सस्ती और स्वच्छ सौर ऊर्जा उपलब्ध होगी, वहीं दूसरी ओर उपभोक्ताओं के बिजली बिलों पर दबाव कम हो सकता है। यह पहल उत्तर प्रदेश की RPO नीति को सशक्त बनाती है और रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy पर निर्भरता बढ़ाकर राज्य की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूती देती है।
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NHPC की भूमिका और दीर्घकालिक रणनीति
NHPC, जो अब पारंपरिक जलविद्युत के साथ-साथ सौर और पवन ऊर्जा में भी तेजी से निवेश कर रहा है, इस डील के माध्यम से अपनी ऊर्जा विविधता को और मजबूत कर रहा है। यह डील कंपनी की दीर्घकालिक Renewable Energy रणनीति का हिस्सा है, जो 2030 तक भारत के स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों के अनुरूप है। NHPC का यह कदम निजी और सार्वजनिक साझेदारी के जरिए ग्रीन एनर्जी परिवर्तन की दिशा में एक प्रेरक उदाहरण पेश करता है।