
विक्रम सोलर, जो देश की प्रमुख Renewable Energy कंपनी के रुप में जानी जाती है, अपना बहुप्रतीक्षित IPO (Initial Public Offering) लेकर आ रही है। यह IPO 19 अगस्त 2025 को खुलेगा और 21 अगस्त 2025 को बंद होगा। कंपनी की योजना है कि इस पब्लिक इश्यू के जरिए पूंजी जुटाकर अपने विस्तार और तकनीकी पर ध्यान दिया जाए।
एंकर बुक और निवेशकों की तैयारियां
इस IPO का Anchor Book 18 अगस्त 2025 को खुलेगा, जिसमें बड़े संस्थागत निवेशक पहले चरण में निवेश करेंगे। यह चरण कंपनी के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां से मिलने वाला रिस्पॉन्स बाजार में एक सकारात्मक संकेत देता है। एंकर निवेशक आमतौर पर लिस्टिंग से पहले ही बड़ी हिस्सेदारी खरीदते हैं, जिससे आम निवेशकों का भरोसा बढ़ता है।
शेयर आवंटन की तारीख और प्रक्रिया
Vikram Solar IPO के शेयर आवंटन की प्रक्रिया 22 अगस्त 2025 को पूरी की जाएगी। इस दिन यह तय होगा कि किन निवेशकों को कितने शेयर आवंटित हुए हैं। आवंटन की प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल है और SEBI के दिशा-निर्देशों के अनुसार होगी। निवेशकों को उनके डिमैट खाते में सीधे शेयर क्रेडिट कर दिए जाएंगे।
लिस्टिंग का इंतजार, बाजार में चर्चा तेज
शेयरों की लिस्टिंग 26 अगस्त 2025 को प्रमुख Stock Exchanges पर होगी, जिनमें BSE और NSE शामिल हैं। बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, Renewable Energy सेक्टर में बढ़ते निवेश और सरकारी नीतिगत समर्थन के चलते इस IPO की लिस्टिंग प्रीमियम पर हो सकती है। हालांकि, अंतिम नतीजा बाजार की स्थिति और निवेशकों की मांग पर निर्भर करेगा।
Renewable Energy सेक्टर में विक्रम सोलर की मजबूत पकड़
विक्रम सोलर न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी अपनी पहचान बना चुकी है। कंपनी सोलर पैनल मैन्युफैक्चरिंग, प्रोजेक्ट डेवलपमेंट और मेंटेनेंस सेवाओं में सक्रिय है। हाल के वर्षों में भारत में Renewable Energy की मांग में लगातार इज़ाफा हुआ है और सरकार ने 2030 तक 500 गीगावाट स्वच्छ ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य रखा है। ऐसे में विक्रम सोलर जैसी कंपनियों को भारी लाभ मिलने की संभावना है।
IPO से जुटाए गए फंड का इस्तेमाल
कंपनी के मुताबिक, इस IPO से जुटाई गई पूंजी का उपयोग मुख्य रूप से उत्पादन क्षमता बढ़ाने, नई तकनीक अपनाने, कर्ज घटाने और कार्यशील पूंजी में सुधार के लिए किया जाएगा। इसके अलावा, कंपनी अंतरराष्ट्रीय विस्तार पर भी ध्यान देगी, जिससे वैश्विक स्तर पर अपनी पकड़ और मजबूत कर सके।
निवेशकों के लिए क्या है अवसर और चुनौती
बाजार जानकारों का कहना है कि Renewable Energy सेक्टर में निवेश लंबी अवधि के लिए फायदेमंद हो सकता है। विक्रम सोलर के पास मजबूत प्रोजेक्ट पाइपलाइन और अनुभव है, जो इसे प्रतिस्पर्धा में आगे रखता है। हालांकि, किसी भी IPO में निवेश करने से पहले जोखिम का आकलन ज़रूरी है। बाजार में उतार-चढ़ाव, सरकारी नीतियों में बदलाव और अंतरराष्ट्रीय कीमतों में उतार-चढ़ाव इस सेक्टर को प्रभावित कर सकते हैं।