Waaree Energies Shares: सब्सिडियरी को मिला 17.6 करोड़ डॉलर का ऑर्डर, शेयर खरीद में आई तेजी

अमेरिका की दिग्गज सोलर कंपनी से मिली डील ने Waaree Energies के शेयरों को बना दिया निवेशकों का पसंदीदा, तीन महीने में 38% का रिटर्न और अब 293 करोड़ का अधिग्रहण भी जानें पूरी डिटेल्स और आगे की रणनीति!

Photo of author

Written by Rohit Kumar

Published on

Waaree Energies Shares: सब्सिडियरी को मिला 17.6 करोड़ डॉलर का ऑर्डर, शेयर खरीद में आई तेजी
Waaree Energies Shares: सब्सिडियरी को मिला 17.6 करोड़ डॉलर का ऑर्डर, शेयर खरीद में आई तेजी

Waaree Energies Shares ने हाल ही में 17.6 करोड़ डॉलर यानी करीब 1,465 करोड़ रुपये के एक बड़े अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर की घोषणा की है, जिसके बाद कंपनी के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। बुधवार के कारोबारी सत्र में Waaree Energies का शेयर 7% तक उछल गया। इस खबर के बाद निवेशकों का रुझान तेजी से कंपनी की ओर बढ़ा है, और बाजार में जमकर खरीदारी देखने को मिल रही है।

अमेरिका की यूटिलिटी स्केल कंपनी से मिला है ऑर्डर

यह ऑर्डर Waaree Energies की अमेरिकी इकाई वारी सोलर अमेरिकाज (Waaree Solar Americas) को मिला है। यह डील अमेरिका की एक जानी-मानी यूटिलिटी स्केल सोलर और एनर्जी स्टोरेज (Utility Scale Solar and Energy Storage) प्रोजेक्ट्स की डेवलपर, ओनर और ऑपरेटर कंपनी के साथ हुई है। इस अनुबंध के तहत Waaree Energies को 17.6 करोड़ डॉलर मूल्य के सोलर मॉड्यूल्स की आपूर्ति करनी है, जो Renewable Energy सेक्टर में कंपनी की अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति को और मजबूत करता है।

शेयरों में एक महीने में 11% और तीन महीनों में 38% की तेजी

Waaree Energies के शेयरों ने पिछले कुछ समय में लगातार मजबूती दिखाई है। बीते एक महीने में कंपनी के शेयर 11% चढ़े हैं, जबकि पिछले तीन महीनों में निवेशकों को लगभग 38% का रिटर्न मिला है। इस तरह के मजबूत प्रदर्शन ने निवेशकों का भरोसा और भी गहरा किया है और कंपनी को लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए एक आकर्षक विकल्प बना दिया है।

कामत ट्रांसफॉर्मर्स का अधिग्रहण

इसके अलावा हाल ही में Waaree Energies के बोर्ड ने एक और बड़ी रणनीतिक घोषणा की है। कंपनी ने 293 करोड़ रुपये में कामत ट्रांसफॉर्मर्स प्राइवेट लिमिटेड (Kamat Transformers Pvt. Ltd.) के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है। यह अधिग्रहण कंपनी की वर्टिकल इंटीग्रेशन स्ट्रैटेजी का हिस्सा है, जिससे उसे मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई चेन में और अधिक नियंत्रण मिलेगा। इससे कंपनी के प्रोडक्शन प्रोसेस को मजबूती मिलेगी और लागत में भी कमी आने की संभावना है।

Renewable Energy सेक्टर में Waaree Energies की बढ़ती पकड़

Waaree Energies भारत की अग्रणी सोलर पैनल निर्माता कंपनियों में से एक है और हाल के वर्षों में कंपनी ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई महत्वपूर्ण डील्स की हैं। अमेरिका, यूरोप और मिडल ईस्ट में कंपनी की पकड़ बढ़ती जा रही है। वर्तमान में कंपनी की मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग क्षमता कई गीगावाट्स में है, जिसे और भी विस्तार देने की योजना चल रही है। इस नए ऑर्डर से Waaree की अंतरराष्ट्रीय साख और बाजार हिस्सेदारी में बढ़ोतरी तय मानी जा रही है।

Also ReadHybrid सोलर सिस्टम के लिए ये बैटरी मानी जाती है 'सुपरस्टार', क्या आप जानते हैं क्यों?

Hybrid सोलर सिस्टम के लिए ये बैटरी मानी जाती है 'सुपरस्टार', क्या आप जानते हैं क्यों?

यह भी पढें-कमाई से पहले गिरा Suzlon का शेयर, लेकिन ब्रोकरेज हाउस अब भी दिखा रहे उम्मीद

निवेशकों का बढ़ता भरोसा

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि इस बड़े ऑर्डर और कामत ट्रांसफॉर्मर्स के अधिग्रहण की खबरों ने निवेशकों में कंपनी के भविष्य को लेकर उत्साह भर दिया है। Renewable Energy सेक्टर में सरकार की लगातार पहल और वैश्विक स्तर पर क्लीन एनर्जी की बढ़ती मांग के चलते Waaree Energies जैसे स्टॉक्स को लॉन्ग टर्म में फायदा मिल सकता है। निवेशकों के बढ़ते रुझान और सकारात्मक सेंटिमेंट का असर कंपनी के शेयर प्राइस पर साफ दिख रहा है।

अमेरिका में विस्तार की दिशा में बड़ा कदम

इस डील के साथ ही Waaree Energies ने अमेरिका में अपने बिजनेस को और विस्तार देने का इरादा स्पष्ट कर दिया है। अमेरिका की यूटिलिटी स्केल कंपनियों के साथ पार्टनरशिप न सिर्फ कंपनी के वित्तीय आंकड़ों को मजबूती देगी, बल्कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भी कंपनी को आगे ले जाएगी। इस तरह की डील्स से कंपनी को अमेरिकी मार्केट में लंबी अवधि के प्रोजेक्ट्स और राजस्व के अवसर प्राप्त होंगे।

क्या है आगे की रणनीति?

विश्लेषकों के अनुसार, Waaree Energies आने वाले समय में अपने प्रोडक्शन कैपेसिटी को और बढ़ाने, नई तकनीकों में निवेश करने और घरेलू व अंतरराष्ट्रीय डिमांड को पूरा करने पर फोकस करेगी। सरकार की तरफ से Solar Energy और Green Hydrogen जैसे क्षेत्रों में मिल रहे प्रोत्साहन से Waaree को भी अप्रत्यक्ष रूप से फायदा मिलने की उम्मीद है। साथ ही, कंपनी अपने आईपीओ-IPO की तैयारी में भी है, जिससे पूंजी जुटाकर अपने विस्तार की योजनाओं को अमलीजामा पहनाया जा सके।

Also Readमोबाइल से लेकर कार तक – किस डिवाइस में कौन सी बैटरी चलती है?

मोबाइल से लेकर कार तक – किस डिवाइस में कौन सी बैटरी चलती है?

Author
Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

Leave a Comment

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें